समकालीन जनमत

Month : February 2022

जनमतज़ेर-ए-बहस

पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव: मामूली लोगों का गैर मामूली संघर्ष- दो

जयप्रकाश नारायण 
जयप्रकाश नारायण  भारत का सबसे बड़ा राज्य होने के कारण उत्तर प्रदेश का चुनाव महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसलिए उत्तर प्रदेश के चुनाव की...
जनमत

अनुराधा ओस की कविताएँ: वर्जित इच्छाओं की सड़क पर स्त्री मन की मुखर और सहज अभिव्यक्ति

समकालीन जनमत
अनिल करमेले हिन्दी कविता में इस समय में जितनी कवयित्रियाँ सक्रिय हैं उतनी पहले कभी नहीं रहीं। इस समय लगभग पाँच पीढ़ियाँ सक्रिय हैं। वे...
जनमतज़ेर-ए-बहस

पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव: मामूली लोगों का गैर मामूली संघर्ष- एक

जयप्रकाश नारायण 
जयप्रकाश नारायण  कोविड-19 के दो वर्ष के समय ने जहां पूंजीवादी सभ्यता की क्रूरता, बर्बरता, उसकी मनुष्य-विरोधी प्रवृत्ति को नंगा किया, वहीं इस समय ने...
जनमत

‘ हम किसान से भूमिहीन हो गए ’

के के पांडेय
विस्थापन का दर्द झेलते सलैया कला गाँव की कहानी  प्रयागराज की कोरांव विधानसभा आदिवासी बहुल सीट सुरक्षित सीट है. 2012 के पहले यह मेजा विधानसभा...
ग्राउन्ड रिपोर्ट

प्रयागराज : कृषि संकट, बेरोजगारी, महंगाई और निरंकुशता चुनाव के मुद्दे बन गए हैं

के के पांडेय
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चार चरण बीत चुके हैं. सात चरणों में होने वाले चुनाव के पांचवें चरण में 27 फरवरी को भाजपा के ब्रांडिंग...
जनमतज़ेर-ए-बहस

भारतीय फासीवाद, पांच राज्यों का चुनाव और दलित राजनीति की जटिलता- दो

जयप्रकाश नारायण 
जयप्रकाश नारायण  कारपोरेट हिंदुत्व गठजोड़ की ताकत से 2014 में मोदी के नेतृत्व में केन्द्र में संघ-भाजपा की  सरकार बनी। भाजपा सरकार बनते ही  कमजोर...
ज़ेर-ए-बहस

शिक्षालयों के कुछ पूर्वाग्रह                   

जनार्दन
वर्चस्वशाली समाज के विचार से शिक्षण की प्रविधि ही नहीं, उसकी भाषा और यहाँ तक कि वर्णमाला तक को भेद दिया करते हैं.  वर्चस्वशाली विचार...
जनमतसाहित्य-संस्कृतिसिनेमा

साहित्य और सिनेमा अपने समय को प्रतिबिंबित करते हैं- डाॅ. विजय शर्मा

समकालीन जनमत
11फरवरी 2022 को ‘भारतीय साहित्य, समाज और सिनेमा’ विषय पर एक ऑनलाइन परिचर्चा का आयोजन हुआ। इस आयोजन की मुख्य  वक्ता वरिष्ठ लेखिका डॉ. विजय...
ज़ेर-ए-बहस

सामाजिक न्याय दिवस पर अन्याय कथा

समकालीन जनमत
पीयूष कुमार 2007 में 20 फरवरी को UN द्वारा ‘विश्व सामाजिक न्याय दिवस’ घोषित किया गया था। हर किसी व्यक्ति को, बिना किसी भेदभाव के...
ज़ेर-ए-बहस

भारतीय फासीवाद, पांच राज्यों का चुनाव और दलित राजनीति की जटिलता

जयप्रकाश नारायण 
जयप्रकाश नारायण  पांच राज्यों के चुनाव के मध्य 16  फरवरी को  संत शिरोमणि रैदास  जयंती के दिन  भगवा लपेटे, समाजवादी चेहरा लिए, उदारवादी जनतंत्र के  ...
कविता

अरुण शीतांश की कविताएँ: विषयों के अनंत में अपने कवि की खोज

समकालीन जनमत
भरत प्रसाद यदि दृष्टि की दिशाएं बहुदिशात्मक हों, यदि भावनाओं की गति अनेक आयामी हो, यदि हम व्यक्तित्वांतरण कर पाने के साहस से परिपूर्ण हों,...
समर न जीते कोय

समर न जीते कोय-7

मीना राय
(समकालीन जनमत की प्रबन्ध संपादक और जन संस्कृति मंच, उत्तर प्रदेश की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मीना राय का जीवन लम्बे समय तक विविध साहित्यिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक...
ग्राउन्ड रिपोर्ट

मिर्जापुर में दलितों-आदिवासियों की बुलंद आवाज़ हैं जीरा भारती

कुसुम वर्मा
उत्तर प्रदेश में मिर्जापुर जिले के मड़िहान विधानसभा में पहाड़ी पर चढ़ते हुए पटेहरा गांव है जहां मिट्टी के कच्चे घरो में से एक घर...
स्मृति

कामरेड सी बी सिंह सबके प्रिय और जरूरी थे

कौशल किशोर
कामरेड सीबी सिंह नहीं रहे। उनका निधन मऊ में हुआ। वे मूलतः बलिया के रहने वाले थे। 1970 के दशक में वे लखनऊ आए और...
दुनिया

नेक हौसलों से भरा दिल दुनिया को खूबसूरत बनाता है

जनार्दन
राह चलते, मिलते-जुलते, पढ़ते-पढ़ाते कई दफ़ा ऐसे किरदार मिलते हैं, जो बहुत दूर होकर भी साथ चलने लगते हैं। भौगोलिक और सरहदी दूरियां बेमानी हो...
जनमतज़ेर-ए-बहस

बर्बादी और विषमता से निर्मित  समृद्धि  के पहाड़ पर बैठा तानाशाह

जयप्रकाश नारायण 
जयप्रकाश नारायण  भारत के बारे में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियों की तरफ से आ रही रिपोर्ट डरावनी लग रही है। एक तरफ मुट्ठी भर...
पुस्तक

आरिफा एविस का उपन्यास “नाकाबन्दी” कश्मीर के हाथ-पाँव में बँधी अदृश्य बेड़ि़यों को दृश्यमान करता है

कौशल किशोर
  आरिफा एविस की औपन्यासिक कृति है “नाकाबन्दी”। यह कश्मीर की जमीनी हकीकत को सामने लाती है। इसमें कल्पना की उड़ान नहीं बल्कि यहाँ का...
कविता

रोशनी वर्मा की कविताएँ चीज़ों के पार देखने की उत्सुकता से भरपूर हैं

समकालीन जनमत
निरंजन श्रोत्रिय युवा कवयित्री रोशनी वर्मा की कविताएँ सधे हाथों से लिखी ऐसी कविताएँ हैं जो एक हौले स्वर में पाठकों से संवाद करती हैं।...
कहानीजनमतसाहित्य-संस्कृति

हलयोग: कहानी का समाज और समतामूलक समाज निर्माण की अड़चनें

समकालीन जनमत
मोहम्मद उमर  मार्कण्डेय ग्राम कथाकार हैं। वह जीवन से सीधे साक्षात्कार करने वाले कथाकार हैं। ग्राम जीवन का चित्रण अपनी कथाओं में मार्कण्डेय पूरी सजीवता...
ख़बरजनमत

अखिल भारतीय किसान महासभा की  किसान भाईयों से अपील

किसान आंदोलन की उपलब्धियों को सुदृढ़ करें और बड़ी जीत के लिए आगे बढ़ें! वोट की चोट से कारपोरेट परस्त और विश्वासघाती भाजपा को दंडित...
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