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साहित्य-संस्कृति
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रमेश ऋतंभर की कविताओं में सामूहिकता की भावना शिद्दत से अभिव्यक्त होती है
समकालीन जनमत
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January 29, 2023
कविता
श्याम अविनाश की कविता: अदृश्य से जन्मता है दृश्य
कविता
दीपेश कुमार की कविताएँ सामाजिक विषमताओं की थाह लेती हैं
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अरुण आदित्य वक्र उक्ति के सहज कवि हैं
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पूनम सोनछात्रा की कविताएँ प्रेम और दर्शन के महीन सिरे हैं
कविता
‘ कविता, जीवन का उत्सव है/कविता थकने का नहीं/ लड़ने का नाम है ‘
समकालीन जनमत
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December 26, 2022
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कविता
रवित यादव की कविताएँ प्रश्नाकुल और उर्वर भावभूमि से उपजती हैं
उमा राग
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December 25, 2022
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सुंदर चंद ठाकुर की कविताएँ मर्मभेदी यथार्थ को उजागर करती हैं
समकालीन जनमत
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December 18, 2022
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कविता
सुधा उपाध्याय की कविताएँ सत्ता के क्रूर प्रपंचों को उजागर करती हैं
समकालीन जनमत
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December 11, 2022
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कविता
दिव्या श्री की कविताएँ अपने परिवेश को ईमानदारी से व्यक्त करने की कोशिशें हैं
समकालीन जनमत
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December 4, 2022
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महेश वर्मा की कविताएँ अनेक अबूझ, बिखरे दृश्यों से संवाद करती हैं
समकालीन जनमत
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November 27, 2022
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शशिभूषण बडोनी की कविताएँ बड़ी सरलता से दिल पर दस्तक देती हैं
समकालीन जनमत
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November 20, 2022
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कविता
बाबुषा की कविताएँ जीवन को तप करके पत्थर के बरक्स पानी बना देने की हिमायती हैं
समकालीन जनमत
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October 30, 2022
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सुभाष यादव की कविताएँ संभावनाओं की आवाज़ हैं
समकालीन जनमत
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October 23, 2022
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कविता
आशीष त्रिपाठी की कविताएँ विषाक्त दौर में प्रकृति की दरियादिली को ज़ाहिर करती हैं
समकालीन जनमत
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October 16, 2022
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कविता
अखिल कत्याल की कविताएँ दोस्त की तरह हैं
समकालीन जनमत
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October 9, 2022
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लीना मल्होत्रा की कविताएँ स्त्रीस्वर का स्थापित मुहावरा हैं
समकालीन जनमत
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October 2, 2022
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