कविता हम सभी के घर में गणित के जादूगर हैं: ऊषा दशोरा की कविताएँसमकालीन जनमतMay 15, 2022May 15, 2022 by समकालीन जनमतMay 15, 2022May 15, 2022081 अरुण शीतांश स्त्री जीवन की विडंबनाओं पर बहुत सारी कविताएँ हमने पढ़ी हैं और उनके माध्यम से उस जीवन की तमाम कही अनकही जटिलताओं से...
कविता अरुण शीतांश की कविताएँ: विषयों के अनंत में अपने कवि की खोजसमकालीन जनमतFebruary 20, 2022February 20, 2022 by समकालीन जनमतFebruary 20, 2022February 20, 2022031 भरत प्रसाद यदि दृष्टि की दिशाएं बहुदिशात्मक हों, यदि भावनाओं की गति अनेक आयामी हो, यदि हम व्यक्तित्वांतरण कर पाने के साहस से परिपूर्ण हों,...