समकालीन जनमत

Author : समकालीन जनमत

958 Posts - 0 Comments
जनमतज़ेर-ए-बहस

बायोपिक चमकीला- लोकभाषा पर एक विमर्श

समकालीन जनमत
रूपम मिश्र अभी इम्तियाज अली ने पंजाब के लोकगायक अमर सिंह चमकीला पर बायोपिक फ़िल्म बनायी। फ़िल्म में अमर सिंह चमकीला के कुछ गीतों को...
ख़बर

स्त्री अधिकार और डॉ. अंबेडकर

समकालीन जनमत
दिनांक 14 अप्रैल 2024 को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 133 वीं जयंती के उपलक्ष्य में सुल्तानपुर के बरामदपुर गांव में ‘स्त्री अधिकार और अंबेडकर’...
कविता

शोभा अक्षर की कविताएँ मानवता के पक्ष में मज़बूती से खड़ी होती हैं

समकालीन जनमत
प्रज्ञा गुप्ता वस्तुतः सौंदर्य एवं प्रेम की रक्षा के लिए हम संघर्ष के रास्ते पर आगे बढ़ते हैं। जिस कवि में सौंदर्य की भावना जितनी...
कविता

जसम का लेखक के घर चलो अभियान

समकालीन जनमत
शनिवार, 13 अप्रैल 2024 कवि- हरीशचन्द्र पांडे अपने शहर इलाहाबाद में रचनारत लेखकों की रचनाओं के साथ उनके जीवन, उनके घर-परिवार को जानना, उनकी रचना...
सिनेमा

आत्मपॅम्फ्लेट – भारत की अपनी फॉरेस्ट गंप जो मराठी में बनी है

समकालीन जनमत
जावेद अनीस साल 2022 रिलीज हुयी आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा हॉलीवुड की कल्ट कलासिक फिल्म फॉरेस्ट गंप (1994) की आधिकारिक रिमेक थी,...
जनमत

‘हम भारत के लोग’ भारतीय संविधान का आधार है : प्रो राव साहेब कसबे

समकालीन जनमत
बाबा साहब अम्बेडकर की जयंती के शुभ अवसर पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में ‘डॉ० आंबेडकर और भारतीय संविधान’ विषय पर व्याख्यान का आयोजन...
कविता

प्रज्ञा गुप्ता की कविताएँ जीवन के हर्ष और विलाप को समझने का उद्यम हैं

समकालीन जनमत
विपिन चौधरी प्रज्ञा गुप्ता की कविताओं के उर्वर-प्रदेश में स्मृतियाँ, सपने, प्रेम, रिश्ते-नाते, स्त्रियों के दैनिक संघर्ष जैसे कई पक्ष आवाजाही करते हैं. उनकी कविताओं...
ज़ेर-ए-बहस

चंदे का धंधा उर्फ हफ्ता-वसूली

समकालीन जनमत
हम एक लोकतांत्रिक देश में रहते हैं। हांलाकि यह कोई अलग से कहने की बात नहीं है परंतु अब वह दौर आ गया है जब...
कविता

विजया सिंह की कविताएँ मानवता के पक्ष में युद्धरत हैं

समकालीन जनमत
निरंजन श्रोत्रिय मुझे संवेदनों की महीनता और दृष्टि की व्यापकता में व्युत्क्रमानुपाती संबंध लगता है। संवेदन जितने महीन होंगे दृष्टि या विज़न उतनी ही व्यापक...
जनमत

महिलाओं की लड़ाई घर में भी है, सड़कों पर भी

समकालीन जनमत
पूँजीवाद और पितृसत्ता की जड़ हिलाये बिना समाज में महिलाओं की स्थिति नहीं बदलेगी महिलाओं की लड़ाई घर में भी है, सड़कों पर भी :...
कविता

सत्येंद्र कुमार रघुवंशी की कविताएँ सामाजिक संरचना की परख हैं

समकालीन जनमत
ख़ुदेजा ख़ान कवि सत्येंद्र कुमार रघुवंशी को पढ़ते हुए कहा जा सकता है कि कोई भी कविता या रचना का पाठ संवेदना के स्तर पर...
ख़बर

जसम की ओर से आजमगढ़ में शहीद दिवस का आयोजन

समकालीन जनमत
23 मार्च 2024,ओरा, आजमगढ़ फासीवादी प्रतिरोध के महानायक भगतसिंह – शहीद-ए-आजम भगत सिंह और साथियों के शहादत दिवस पर शहीद-ए-आजम भगतसिंह लाइब्रेरी तहबरपुर और जन...
कविता

मनोज चौहान की कविताएँ समाज के संवेदनशील विषयों की पड़ताल करती हैं।

गणेश गनी कवियों की भीड़ में मनोज चौहान निरन्तर क्रियाशील हैं और सजग भी। बाजारवाद के इस युग में कविता का भी बाजारीकरण हुआ है।...
साहित्य-संस्कृति

जसम की घरेलू गोष्ठी का आयोजन, ग़जा में युद्ध विराम के लिए अभियान का संकल्प

समकालीन जनमत
जन संस्कृति मंच की ओर से 17 मार्च, 2024 को तूलिका व मृत्युंजय के घर पर एक घरेलू गोष्ठी हुई। इस गोष्ठी में फैसला किया...
साहित्य-संस्कृति

कौशल किशोर की किताब भगत सिंह और पाश: अंधियारे का उजाला का हुआ विमोचन

समकालीन जनमत
भगत सिंह व पाश की वैचारिक रोशनी में हमें आगे बढ़ाना है – वन्दना मिश्र लखनऊ। जन संस्कृति मंच और भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा)...
ख़बर

उपन्यास अगम बहै दरियाव पर राहुल सांकृत्यायन सृजन पीठ में गोष्ठी संपन्न

समकालीन जनमत
18 मार्च, मऊ जन संस्कृति मंच के तत्वाधान में राहुल सांकृत्यायन सृजन पीठ के सभागार में वरिष्ठ कथाकार शिवमूर्ति के प्रकाशित उपन्यास अगम बहै दरियाव...
कविता

स्मिता वाजपेयी की कविताएँ स्त्री की स्वतंत्र इयत्ता की आकांक्षा हैं

समकालीन जनमत
रमेश ऋतंभर यह ध्यातव्य हो कि अपने विशिष्ट संघर्ष व अनुभव और उसकी अभिव्यक्ति को लेकर कवयित्रियों ने गंभीरता से समकालीन हिन्दी कविता में अपना...
ख़बर

चुनावी बांड के सवाल पर वामदलों का प्रदर्शन 

समकालीन जनमत
इलाहाबाद। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी तथा भाकपा (माले) ने आज दिनांक 12 मार्च 2024 को अपने राज्यव्यापी आह्वान के तहत जिला कचहरी में...
कविता

अजीत कुमार की कविताएँ जनवाद की स्प्ष्ट अनुगूंज हैं

कमलानंद झा तुम भले ऊँची करो दीवार जितनी हम परिंदे हैं, उसे भी लाँघ जाएँगे। अजीत कुमार वर्मा उन कवियों में हैं जो सिर्फ कविता...
जनमत

अलग-अलग देशों में अलग-अलग तरीके का समाजवाद होगा

समकालीन जनमत
जन संस्कृति मंच इलाहाबाद इकाई ने 1 मार्च दिन शुक्रवार को घरेलू गोष्ठी के अंतर्गत ‘अंतर्राष्ट्रीय परिस्थितियों में भारत में समाजवाद का स्वप्न’ विषय पर...
Fearlessly expressing peoples opinion