दरभंगा। कबीर को न आज की वर्तमान सत्ता अपनानी चाहती है न पूर्व की सत्ता, न कुलीनतावादी आलोचक। बल्कि आचार्यों ने उन्हें कवि मानने से ही इंकार कर दिया था लेकिन कबीर तब भी जिंदा हैं। कबीर एक भक्त के रूप...
भोजपुर। मेहन्दौरा, डेढ़ुआ, मिल्की टोला और कन्या उर्दू प्राथमिक विद्यालय, अजीमाबाद के भवन निर्माण, सात घंटी पढ़ाई व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की गारंटी करने के...
शिरोमणि महतो
सुपरिचित कवयित्री प्रतिभा चौहान की कविताएँ हिन्दी के वैविध्यपूर्ण साहित्यिक संसार में एक अलग स्थान रखती हैं। यूँ तो अनेक विषयों पर कविताएँ...
वरिष्ठ वामपंथी कवि-विचारक शिवमंगल सिद्धांतकर के कविता संग्रह ‘अंधेरे की आंख’ और संस्मरण-संग्रह ‘संस्मरण संभव’ पर विचार-गोष्ठी व परिचर्चा का आयोजन
पटना। गांधी संग्रहालय, पटना...