जनमतव्यंग्य बधाई है, जी बधाई है ! उत्तराखंड सरकार ने अनंत रोजगार की योजना चालू कर दीइन्द्रेश मैखुरीMarch 10, 2019March 10, 2019 by इन्द्रेश मैखुरीMarch 10, 2019March 10, 20195 1574 बधाई है, जी बधाई है ! अंततः उत्तराखंड सरकार ने अनंत रोजगार की योजना चालू कर दी है. कुछ ही दिन पहले अखबारों में खबर...
कविताशख्सियतस्मृति विद्रोह की मशाल है सावित्रीबाई फुले की कविताएँसमकालीन जनमतMarch 10, 2019March 10, 2019 by समकालीन जनमतMarch 10, 2019March 10, 201903129 अनिता भारती (आज 10 मार्च सावित्रीबाई फुले का परिनिर्वाण दिवस है। आज के दिन को पिछले कई सालों से दलित महिला दिवस के रूप में...
नाटकसाहित्य-संस्कृति ज़िन्दगी के अनुभवों की पताका है ‘ऐ लड़की’समकालीन जनमतMarch 9, 2019March 9, 2019 by समकालीन जनमतMarch 9, 2019March 9, 201902905 कृष्णा सोबती के प्रसिद्ध लघु उपन्यास ‘ऐ लड़की’ का मंचन कालीदास रंगालय, पटना में कोरस टीम के द्वारा किया गया। इसका नाट्य रूपांतरण व निर्देशन...
कहानीसाहित्य-संस्कृति रज्जब अली कहानी संग्रह पर परिचर्चा संपन्नराम नरेश रामMarch 7, 2019March 7, 2019 by राम नरेश रामMarch 7, 2019March 7, 201902680 कलाकार को चाहिए कि वह ज्यादा से ज्यादा पहुँचने वाले मुहावरे में अपनी बात कहे- संजीव कुमार पिछली 3 मार्च को जसम दिल्ली इकाई की...
नाटकसाहित्य-संस्कृति लाहौर के लिए अब भी दिल धड़कता है लोगों कासंजय जोशीMarch 7, 2019March 8, 2019 by संजय जोशीMarch 7, 2019March 8, 20192 1963 चंडीगढ़, 27 फरवरी, 2019 अब थोड़े स्थूलकाय हो चले नाटे कद के घनी मूछों वाले 63 वर्षीय ज़हूर आलम नैनीताल के युगमंच थियेटर ग्रुप की...
उम्मीद को अलग-अलग ढंग से पकड़ने की कोशिश हैं रमन की कविताएँसमकालीन जनमतMarch 3, 2019March 3, 2019 by समकालीन जनमतMarch 3, 2019March 3, 201903067 आर. चेतन क्रांति रमण कुमार सिंह की इन कविताओं में अपने मौजूदा समय को पकड़ने और उसकी क्षुद्रताओं, उसके खतरों, उसके खतरनाक इरादों और बदलावों...
सिनेमा 2 मार्च से शुरू होगा प्रतिरोध का सिनेमा का दूसरा नागपुर फ़िल्म फ़ेस्टिवलसंजय जोशीMarch 1, 2019February 26, 2021 by संजय जोशीMarch 1, 2019February 26, 20214 2660 नागपुर, 1 मार्च 2019 आगामी 2 से 3 मार्च नागपुर के शंकर नगर स्थित धनवटे सभागार में प्रतिरोध का सिनेमा का दूसरा नागपुर फ़िल्म फेस्टिवल...
जनमतमीडिया क्या आप इन ढाई महीने के लिए चैनल देखना बंद नहीं कर सकते ? कर दीजिएरवीश कुमारMarch 1, 2019March 1, 2019 by रवीश कुमारMarch 1, 2019March 1, 201911628 अगर आप अपनी नागरिकता को बचाना चाहते हैं तो न्यूज़ चैनलों को देखना बंद कर दें। अगर आप लोकतंत्र में एक ज़िम्मेदार नागरिक के रूप...
कविताजनमत ज़मीनी हक़ीक़त बयाँ करतीं चंद्र की कविताएँसमकालीन जनमतFebruary 24, 2019February 24, 2019 by समकालीन जनमतFebruary 24, 2019February 24, 201902628 कुमार मुकुल चंद्र मेरी आज तक की जानकारी में पहले ऐसे व्यक्ति हैं जो खेती-बाड़ी में, मजूरी में पिसते अंतिम आदमी का जीवन जीते हुए पढ़ना-लिखना...
जनमतशख्सियतस्मृति नामवर सिंह ने कभी अवकाश ग्रहण नहीं कियाप्रणय कृष्णFebruary 20, 2019February 20, 2019 by प्रणय कृष्णFebruary 20, 2019February 20, 201913030 नामवर सिंह नहीं रहे. 93 साल की उन्होंने उम्र पायी, लेकिन लगता है जैसे किसी विराट उपस्थिति ने अचानक हमें किसी न भरे जा सकने...
ख़बरशख्सियतसाहित्य-संस्कृति हिंदी के अभिमान की विदाईसमकालीन जनमतFebruary 20, 2019 by समकालीन जनमतFebruary 20, 201902952 (हिन्दी के सुपरिचित युवा कवि और आलोचक पंकज चतुर्वेदी की तरफ से नामवर सिंह को श्रद्धांजलि ।) आज सुबह यह मालूम होते ही कि डॉक्टर...
ख़बरशख्सियतसाहित्य-संस्कृति भय, दिग्विजय और नामवरीय ‘विडंबना’आशुतोष कुमारFebruary 20, 2019February 20, 2019 by आशुतोष कुमारFebruary 20, 2019February 20, 20195 3221 (हिन्दी आलोचना के शिखर पुरुष नामवर सिंह नहीं रहे । उन्हें समकालीन जनमत की तरफ से विनम्र श्रद्धांजलि ।) यह एक ऐसा प्रसंग है, जिससे...
जनमतस्मृति जनतांत्रिक मूल्यों की पक्षधर, निडर रचनाकार-अर्चना वर्मासमकालीन जनमतFebruary 18, 2019February 19, 2019 by समकालीन जनमतFebruary 18, 2019February 19, 20195 2744 (हंस और कथादेश जैसी पत्रिकाओं का सार्थक सम्पादन कर साहित्यिक पत्रकारिता में स्त्री-हस्तक्षेप के लिए भरपूर गुंजाइश बनाने वाली अर्चना वर्मा गत 16 फरवरी को...
ख़बरसिनेमा प्रतिरोध का सिनेमा ने की दीपा धनराज की फिल्म ‘वी हैव नॉट कम हियर टु डाई’ की स्क्रीनिंगकौशल किशोरFebruary 18, 2019February 18, 2019 by कौशल किशोरFebruary 18, 2019February 18, 201902242 लखनऊ, 18 फरवरी। ‘प्रतिरोध का सिनेमा’ के सिलसिले का आरम्भ करते हुए 17 फरवरी को लखनऊ में डाक्यूमेन्ट्री फिल्म ‘वी हैव नाॅट कम हियर टू...
कविताजनमत बादलों में आकार की खोज: रमणिका गुप्ता की कविताईसमकालीन जनमतFebruary 17, 2019February 17, 2019 by समकालीन जनमतFebruary 17, 2019February 17, 20192 3006 बजरंग बिहारी तिवारी नारीवादी आंदोलन का दूसरा दौर था. ‘कल्ट ऑफ़ डोमिस्टिसिटी’ को चुनौती दी जा चुकी थी. राजनीति में स्त्री की उपस्थिति को औचित्यपूर्ण,...
साहित्य-संस्कृति पूछते हैं वो कि गालिब कौन है !रवि भूषणFebruary 15, 2019February 15, 2019 by रवि भूषणFebruary 15, 2019February 15, 201902264 आज गालिब (27.12.1797-15.02.1869 ) की डेढ़ सौ वीं पुण्यतिथि है और वे बार-बार याद आ रहे हैं – ‘वह हर इक बात पर कहना कि...
जनमतमीडिया कार्पोरेट न्यूज मीडिया : धनतंत्र के लिए और धनतंत्र-फासीवाद की सेवा मेंआनंद प्रधानFebruary 14, 2019February 14, 2019 by आनंद प्रधानFebruary 14, 2019February 14, 201901965 अधिकांश न्यूज चैनलों पर इन दिनों 24×7 अहर्निश “बहस”, “महाबहस”, “दंगल”, “ताल ठोंक के” और इस जैसे और कई चर्चाओं के प्राइम टाइम कार्यक्रमों में...
जनमतसाहित्य-संस्कृति निराला की कहानियाँ- आधुनिक बोध, प्रगतिशीलता व स्वाधीन चेतना की प्रबल अभिव्यक्तिसमकालीन जनमतFebruary 10, 2019February 10, 2019 by समकालीन जनमतFebruary 10, 2019February 10, 201913275 दुर्गा सिंह निराला के कहानी लेखन का समय 1920 ई के बाद का है। लेकिन पहली ही कहानी में आधुनिक बोध, प्रगतिशीलता व स्वाधीन चेतना...
कविताजनमत ज्योत्सना की कविताएँ स्त्री-मन की करुणा और सम्वेदना का समकालीन पाठ हैंसमकालीन जनमतFebruary 10, 2019February 10, 2019 by समकालीन जनमतFebruary 10, 2019February 10, 201903124 देवेंद्र आर्य ज्योत्सना की कविताएँ स्त्री-मन की करुणा और सम्वेदना का समकालीन पाठ पेश करती हैं , पर उनका समकाल विद्रूप या भौकाल बन कर...
ख़बरसाहित्य-संस्कृति भारतीय देशज प्रेमाख्यान पर संगोष्ठीसमकालीन जनमतFebruary 6, 2019February 6, 2019 by समकालीन जनमतFebruary 6, 2019February 6, 201903525 दिल्ली विश्वविद्यालय के एआरएसडी कॉलेज में 29 और 30 जनवरी को भारतीय देशज प्रेमाख्यान साहित्य पर सघन और जीवंत संवाद का आयोजन किया गया। साहित्य...