समकालीन जनमत

Category : शख्सियत

शख्सियत

स्वप्न और उम्मीद के गीत

सियाराम शर्मा
नचिकेता की रचनात्मक दृष्टि का विकास सातवें-आठवें दशक के किसान संघर्षों की पृष्ठभूमि में हुआ। उस समय वैश्विक और राष्ट्रीय स्तर पर शासक वर्ग संकटग्रस्त...
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शेखर जोशी स्मृति आयोजन से शहर ने किया अपने प्रिय साहित्यकार को याद

समकालीन जनमत
हिंदी साहित्य के सशक्त रचनाकार और इलाहाबाद शहर के गौरव शेखर जोशी के जन्मदिन के अवसर पर बीते 9-10 सितम्बर को  द्वि- दिवसीय शेखर जोशी...
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हम लड़ेंगे कि लड़ने के बगैर कुछ भी नहीं मिलता

समकालीन जनमत
सुशील सुमन पाश से हमारा पहला परिचय ‘हम लड़ेंगे साथी’ कविता से हुआ। एक कविता-पोस्टर पर पहली बार इस कविता की कुछ काव्य-पंक्तियाँ पढ़ने को...
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104 की अमृता: आशिक और अदीब मरते कहाँ हैं

समकालीन जनमत
पीयूष कुमार 2023 में अमृता एक सौ चार की हुईं। इस फानी दुनिया को तो उनके जिस्म ने 2005 में विदा कहा था पर आशिक...
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अन्याय को खत्म करने के सपनों का कवि

गोपाल प्रधान
गोरख पांडे की कविता किसी जादू के जोर से प्रत्येक समय में प्रासंगिक हो उठती है । उनकी इस ताकत का रहस्य समय के यथार्थ...
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भारतीय नवजागरण और जोतिबा फुले

जनार्दन
जनार्दन   इंग्लैंड के लिए सोलहवी शताब्दी परिवर्तन की शताब्दी है। यूरोप में आधुनिकता की शुरूआत इसी समय से शुरू होती है। माल के उत्पादन...
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स्वामी सहजानंद सरस्वती: एक सतत विप्लवी की जीवन यात्रा

जयप्रकाश नारायण  स्वामी जी की जयंती के अवसर पर दस वर्ष पहले मैंने छोटी सी पुस्तिका लिखी थी ‘स्वामी सहजानंद एक जनविप्लवी’। यह पुस्तक स्वामी...
शख्सियतसाहित्य-संस्कृति

आम किसान की पक्षधरता के कहानीकार हैं मार्कण्डेय

दुर्गा सिंह
(हिन्दी के प्रसिद्ध कहानीकार मार्कण्डेय के जन्मदिन, 2 मई पर विशेष) आज जबकि गांव और किसान दोनों पूंजी और बाजारवादी प्रसार के बीच बेतरह पीछे...
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वरवर राव : कवि जीता है अपने गीतों में

कौशल किशोर
वरवर राव एक ऐसी शख्सियत का नाम है जो सत्ता के आगे न झुकता है, न दमन से टूटता है। वह आज फासीवाद के विरुद्ध...
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रामनिहाल गुंजन: शब्द संस्कृति के साधक

कौशल किशोर
जन्मदिवस (9 नवंबर) पर (रामनिहाल गुंजन : जन्म – 9 नवम्बर 1936 , मृत्यु – 19 अप्रैल 2022) वरिष्ठ आलोचक रामनिहाल गुंजन का आज 86...
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हिन्दी भाषी उत्तर भारत में पेरियार की धमक के मायने

जयप्रकाश नारायण 
जयप्रकाश नारायण  जिस समय 19वीं सदी के आखिरी चौथाई के नायक कारपोरेट हिंदुत्व गठजोड़ के हमलों के दायरे में हैं। ऐसे समय में 1879 में...
जनमतशख्सियतसाहित्य-संस्कृति

प्रकृति की स्वाधीनता से मनुष्य की स्वाधीनता की तलाश

राम नरेश राम
राम नरेश राम  त्रिलोचन की कविताओं पर लिखना है , समझ में नहीं आ रहा है कहाँ से और कैसे शुरू करूँ. उचित तो शायद...
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दिलखरोंच आवाज वाला लफ्जों का जुलाहा

समकालीन जनमत
पीयूष कुमार आज गुलज़ार साहब की  88वीं सालगिरह है। गुलज़ार वे शायर, गीतकार, साहित्यकार हैं जिन्होंने अपने कहन के तरीके से अदब की रवायतों, रूढ़ियों...
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चित्रकार राकेश कुमार दिवाकर को जन संस्कृति मंच दिल्ली की श्रद्धांजलि

समकालीन जनमत
जन संस्कृति मंच की दिल्ली राज्य इकाई ने दिवंगत चित्रकार राकेश कुमार दिवाकर को श्रद्धांजलि दी। इस श्रद्धांजलि सभा का आयोजन दिल्ली स्थित गढ़ी ललित...
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भारतीय राजनीति के लिए अम्बेडकर का सही आकलन है जरूरी

जनार्दन
भारत रत्न बी.आर. अम्बेडकर ने आजादी के बाद भारत निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किया। उन्होंने विभिन्न मुद्दों के समाधान खोजने के लिए जिस...
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नौ सौ रुपये और एक ऊँट दाना

समकालीन जनमत
(आजादी के बाद की हिन्दी कहानी में  चर्चित रहे लेखक मार्कण्डेय की आज पुण्यतिथि है। इस अवसर पर समकालीन जनमत के पाठकों के लिए  प्रस्तुत...
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 इंद्रेश मैखुरी : पहाड़ का असल जनप्रतिनिधि

ओंकार सिंह
अगर कोई सरल हो, सहज हो। अपने आस-पास के प्रति संवेदनशील हो। किसी भी तरह के अन्याय, शोषण के खिलाफ़ बेहतर समझ और तार्किकता के...
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समाजवादी नेता मधु लिमये को श्रद्धांजलि: हरीश खन्ना

हरीश खन्ना
हरीश खन्ना आज समाजवादी नेता मधु लिमये की पुण्य तिथि है। 8 जनवरी, 1995 को उनका निधन हुआ था। महाराष्ट्र में जन्मे मधु जी चार...
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हमारे जीवन की इस अदम्य नायिका को हमारा सलाम !

समकालीन जनमत
अनुपम सिंह मन्नू भंडारी का जन्म 3 अप्रैल 1929 को मध्य प्रदेश के भानपुरा में हुआ, और अब दिनाँक-15 नवंबर 2021 को वे इस दुनिया...
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मन्नू भंडारी: सुरंग के उस पार से आती रौशनी

समकालीन जनमत
अच्युतानंद मिश्र नई कहानी के दौर की अप्रतिम कथाकार मन्नू भंडारी नहीं रहीं. इस वाकये पर तथ्यात्मक तौर पर तो यकीन किया जा सकता है...
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