समकालीन जनमत

Month : April 2020

कहानी

एक कहानी : पाठ और प्रक्रिया

दुर्गा सिंह
अभी कुछ दिन पहले दिल्ली में एक मामला आया, जिसमें भारत के उत्तर-पूर्व की एक छात्रा ने कहा; कि उसे ‘कोरोना’ कहा गया। यह मानवीय...
कविताशख्सियत

मुझें मसीहाई में यक़ीन है ही नहीं, मैं मानता ही नहीं कि कोई मुझसे बड़ा होगा

समकालीन जनमत
ममता मुझें मसीहाई में यक़ीन है ही नहीं, मैं मानता ही नहीं कि कोई मुझसे बड़ा होगा, जनकवि  रमाशंकर यादव ‘विद्रोही’ का जन्म 5 दिसम्बर...
जनमत

उन्नीस दिनों को दूसरा लाॅक डाउन

रवि भूषण
14 अप्रैल को सुबह 10 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कोरोना से ‘बहुत मजबूती के साथ’ ‘भारत की लड़ाई’ के...
ख़बर

अब भी हैं ऐसे लोग कि जिन से सबक़ मिले, दिल मुर्दा है तो ज़िंदा मिसालों को देखिए

सुशील मानव
कोरोना महामारी के चलते मानवता पर आये संकट के दौर में भी नफरत की राजनीति करने वाले अपने हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं....
सिनेमा

औरत की जानिब समाज की सच्चाइयों का आइना है ‘ भूमिका ’

मुकेश आनंद
( श्याम बेनेगल निर्देशित और स्मिता पाटिल अभिनीत फिल्म ‘भूमिका’ को 1977 के राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया. विश्व और भारतीय सिनेमा की...
ख़बर

ऐपवा ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख लाॅकडाउन में महिलाओं के खिलाफ बढ़ रही हिंसा रोकने की मांग की

समकालीन जनमत
पीएनपीडीटी एक्ट को कमजोर करना बंद करे सरकार, अपना फैसला वापस ले नई दिल्ली/पटना . ऐपवा ने लाॅकडाउन में पूरे देश में महिलाओं पर बढ़ती...
शख्सियत

तुम मुझे यूं भुला न पाओगे: हसरत जयपुरी

विष्णु प्रभाकर
(उर्दू के मक़बूल शायर और हिंदी फ़िल्म संगीत की दुनिया के जाने माने नाम हसरत जयपुरी को उनके यौमे पैदाइश पर याद कर रहे हैं...
शख्सियत

डॉ. अंबेडकर और बौद्ध धम्म : मोक्षदाता नहीं, मार्गदाता की तलाश

डॉ रामायन राम
14 अक्टूबर 1956 को नागपुर में डॉ. अंबेडकर ने तीन लाख से भी अधिक लोगों के साथ बौद्ध धर्म अंगीकार किया। आधुनिक भारत के इतिहास...
कविता

कोरोना काल में कविता : ‘ प्रेम संवाद की भाषा बन जाए ’

समकालीन जनमत
यह कोरोना काल है। पूरी दुनिया इस महामारी के खिलाफ जंग लड़ रही है। लाॅक डाउन चल रहा है। लोग घरों में हैं। सामाजिक व...
ख़बर

थाली बजा और उपवास रख लॉकडाउन में भूख के विरुद्ध भात के लिए आवाज उठाई

समकालीन जनमत
नई दिल्ली/पटना/ लखनऊ. लॉकडाउन में गरीबों को राशन समेत जरूरी वस्तुएं निःशुल्क मुहैया कराने के लिए भाकपा (माले) के देशव्यापी आह्वान पर रविवार को देश...
सिनेमा

युवा महत्वाकांक्षा और सहज ग्रामीण जीवन संघर्ष की कथा ‘पंचायत’

शालू यादव
नॉवल कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी के चलते दुनियां भर में कई देशों ने सम्पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा कर दी है. भारत में भी सम्पूर्ण...
कविता

राग रंजन की कविताएँ सूक्ष्म अंतर्दृष्टि और ज़मीनी यथार्थ के ताने बाने की निर्मिति हैं

समकालीन जनमत
रंजना मिश्र बकौल राग रंजन वे ‘साहित्यकारों के मोहल्ले के ऐसे बच्चे हैं जो कभी कभी किसी दरवाज़े की घंटी बजाकर भाग जाते हैं.’ मेरा...
ख़बर

क्या आरसीएफ कपूरथला के बनाये वेंटिलेटर, सेनिटाइजर टनल और पीपीई को प्रमाणन हासिल हो पायेगा ?

समकालीन जनमत
डा. कमल उसरी भारतीय रेल की शुरुआत 16 अप्रैल 1853 में हुई जब एशिया एवं भारत की प्रथम रेल बोरीबंदर (छत्रपति शिवाजी टर्मिनल -मुम्बई )...
पुस्तक

फ़्रांस में फ़ासीवाद

गोपाल प्रधान
 2020 में ब्लूम्सबरी एकेडमिक से क्रिस मिलिंगटन की किताब ‘ए हिस्ट्री आफ़ फ़ासिज्म इन फ़्रान्स: फ़्राम द फ़र्स्ट वर्ल्ड वार टु द नेशनल फ़्रंट’ का...
सिनेमा

जर्जर मध्यवर्गीय दाम्पत्य जीवन की त्रासदी का बयान है ‘अमेरिकन ब्यूटी’

मुकेश आनंद
(1999 में प्रदर्शित सैम मेंडेस निर्देशित ‘अमेरिकन ब्यूटी’ को सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, सर्वश्रेष्ठ निर्देशन  के ऑस्कर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था । यहाँ...
ज़ेर-ए-बहस

भारत को धमकाने के बजाय क्यूबा से दवाई क्यूँ नहीं ले रहा है अमेरिका

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा कोरोना वाइरस के इलाज में प्रयोग की जाने वाली दवाई हाईड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के लिए भारत को धमकाए जाने का मामला सुर्खियों...
साहित्य-संस्कृति

तबला : बनारस घराना और उसकी विशेषता

तबले पर अँगुलियों के रख-रखाव और बोलों को निकालने के अपने अलग-अलग तरीकों के कारण ही घरानों में भिन्नता है। बनारस घराना की नींव पंडित...
जनमत

भारत में फासीवादी राज्य की तैयार होती जमीन

भारत में संसदीय लोकतंत्र के खात्मे और फासीवादी राज्य की जमीन लगभग तैयार है। कोरोना संकट की आड़ में आरएसएस-भाजपा अपने फासीवादी कारपोरेट हिंदू राष्ट्र...
ख़बरग्राउन्ड रिपोर्ट

हिंदू-मुसलमान के घृणित जहरीले मीडिया प्रचार के बीच आस बंधाती लोगों की एकता

के के पांडेय
इलाहाबाद के लूकरगंज के जिस कंपाउंड में रहता हूं वहां मैं करीब 13 साल पहले आया था। तब कंपाउंड के सारे बच्चे काफी छोटे थे।...
Fearlessly expressing peoples opinion