समकालीन जनमत

Month : April 2020

जनमत

कोरोना वायरस और नवउदारवादी अर्थव्यवस्था का संकट

समकालीन जनमत
नवउदारवादी अर्थव्यवस्था जब आज वैचारिक संकट में है तब इसकी सबसे बड़ी क़ीमत मज़दूरों से ली जा रही है. ये क़ीमत उनके मौत तक जाती...
ख़बर

नफ़रत, भूख और महिलाओं पर हिंसा के ख़िलाफ़ ऐपवा का एक दिवसीय अनशन

समकालीन जनमत
राधिका वेमुला, फातिमा नफीस, पत्रकार, कलाकार और अभिनेता घृणा और भूख के खिलाफ एक दिवसीय उपवास के लिए AIPWA कॉल में शामिल हुए 23 अप्रैल...
ख़बर

भूख, नफरत और महिला हिंसा के खिलाफ अनशन को सामाजिक कार्यकर्ताओं का समर्थन मिला

समकालीन जनमत
लखनऊ. भूख , मुसलमानों के खिलाफ फैलाई जा रही नफरत और महिला हिंसा के खिलाफ अनशन/धरना के ऐपवा के राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत लखनऊ में भी...
स्मृति

विजय दिवस : बाबू कुँवर सिंह तेगवा बहादुर

बलभद्र
फगुआ के दिन ढोल-झाल के साथ लोग ताल ठोका करते थे। बारह बजे के बाद सेवक काका (रामसेवक सिंह) के दुआर पर लोग जमा होने...
पुस्तक

विश्व पुस्तक दिवस: किताबें कुछ तो कहना चाहती हैं

अजय कुमार किताबें करती हैं बातें आज यानी 23 अप्रैल को विश्व पुस्तक दिवस के रूप में मनाया जाता है। और जैसे ही कोई किताबों...
स्मृति

सत्‍यजीत राय – आत्‍मबोध की विश्‍वजनीनता

समकालीन जनमत
 कुमार मुकुल जब कोई प्रतिभा उद्बोधन के नये स्‍तरों को अपने कलात्‍मक संघर्ष से उद्घाटित करने की कोशिश करती है तो समय और प्रकृति अपने...
ख़बर

जल्द आ रहा है समकालीन जनमत का नया कॉलम ‘ये चिराग़ जल रहे हैं’

समकालीन जनमत
प्रिय पाठकों,  आप सबसे यह साझा करते हुए ख़ुशी हो रही है कि समकालीन जनमत वेब पोर्टल की सामग्री में महत्वपूर्ण इजाफ़ा करते हुए जल्द...
सिनेमा

अतियथार्थवाद का जोखिम भरा रास्ता अख़्तियार करती मणि कौल की ‘उसकी रोटी’

मुकेश आनंद
(महत्वपूर्ण राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय फिल्मों पर  टिप्पणी के क्रम में आज प्रस्तुत है समानांतर सिनेमा के जरूरी हस्ताक्षर मणि कौल की उसकी रोटी । समकालीन जनमत केेे...
ग्राउन्ड रिपोर्ट

वाराणसी में मोहल्ला किचन : भूख से जूझ रहे शहरी गरीबों और दिहाड़ी मजदूरों की लाइफ लाइन

कुसुम वर्मा
कोरोना लाकडाउन ने शहरी गरीबो और दिहाड़ी मजदूरों के सामने जिंदा रहने की चुनौती पेश कर दी है. कामधंधा बंद हो जाने की वजह से...
स्मृति

लेनिन : जो समय से प्रभावित ही नहीं, जिसने समय को प्रभावित भी किया

गोपाल प्रधान
1917 के अक्टूबर/नवम्बर महीने में रूस में एक ऐतिहासिक अश्रुतपूर्व प्रयास हुआ। वह प्रयास उन्नीसवीं सदी की क्रांतियों को पूर्णता प्रदान करने वाला था और...
ख़बर

दुनिया को उम्मीद और एकजुटता का संदेश देता स्विट्ज़रलैंड

Photographer -© Light Art by Gerry Hofstetter / Foto Zermatt Tourismus पूरा विश्व इस समय कोरोना के कहर से जूझ रहा है. दुनिया के तकरीबन...
कविता

कोरोना काल में कविता :  ‘ रिसते दिखे पाँवों से खून, इस पर क्या लिखूं / दिखे आंखों से बहते खून…..

समकालीन जनमत
कविता अपने समय को रचती है  और समय  भी अपने कवि को बनाता है। कोरोना काल मानव जाति के लिए बड़ा  संकट का काल है।...
ख़बर

यूपी-बिहार में कई जगह एक्टू, खेग्रामस कार्यकर्ताओं के भूख हड़ताल को रोकने पहुंची पुलिस

समकालीन जनमत
पटना/ रांची. ऐक्टू, खेग्रामस व भाकपा-माले के आह्वान पर प्रवासी मजदूरों की सकुशल घर वापसी और उन्हें 10 हजार रूपए लाॅकडाउन भत्ता देने की मांग...
जनमत

कोरोना क़हर के बीच फैलता नफ़रत का वायरस 

राम पुनियानी
समाज के कमज़ोर वर्गों के मानवाधिकारों के उल्लंघन और उनके खिलाफ हिंसा के पीछे अक्सर बेबुनियाद धारणाएं होतीं हैं. भारत में सन 1980 के दशक...
कविता

दिव्या की कविताएँ काव्य जगत के आपसी संचार की टूटन को जोड़ने का प्रयास करती हैं

समकालीन जनमत
सुघोष मिश्र _________________________________________ अभिव्यक्ति किसी रचना का पहला सोपान है। हम अपने सुख, दुःख, आशा, निराशा, भय, क्रोध, स्वप्न और संदेश विभिन्न माध्यमों से अभिव्यक्त...
ख़बर

भूख हड़ताल पर एक्टू, खेग्रामस कार्यकर्ता, प्रवासी मजदूरों की वापसी और लाॅकडाउन भत्ता की मांग

समकालीन जनमत
नई दिल्ली । देश के विभिन्न हिस्सों में अब तक फंसे प्रवासी मजदूरों की सुरक्षित घर वापसी की मांग पर ऐक्टू, खेग्रामस व भाकपा-माले के...
जनमत

कोरोना से युद्ध में इस्लामोफोबिया ने भारत के वार को भोथरा बना दिया है

समकालीन जनमत
( मशहूर पत्रकार राणा अयूब का यह लेख वाशिंगटन पोस्ट में 7 अप्रैल को प्रकाशित हुआ है. समकालीन जनमत के पाठकों के लिए इसका हिंदी...
ख़बर

जांच की संख्या बढ़ाइये, सिर्फ लाॅक डाउन से काम नहीं चलेगा

समकालीन जनमत
( बेंगलुरु के भारतीय विज्ञान संस्थान से सूक्ष्म विषाणु विज्ञान में पी0एच0डी0 प्रोफसर पार्थो सारोथी रे का रबी बनर्जी द्वारा लिया गया यह इंटरव्यू द...
ज़ेर-ए-बहस

 लॉक डाउन में बंद घरों में हिंसा की शिकार होती महिलाएं

समकालीन जनमत
सरोजिनी बिष्ट एक तरफ दुनिया करोना से लड़ रही है तो वहीं इसके वजह से पैदा हुए लॉक डाउन ने प्रत्येक मनुष्य के जीवन को...
जनमत

मजदूरों की पहचान ‘माईग्रेंट’ के रूप में करना मेहनतकश वर्ग के खिलाफ साजिश 

समकालीन जनमत
शिवाजी राय   हम जिस गाँव में रहते हैं वहाँ मेरी दस पीढ़ियाँ गुजर गयी होंगी। उस गाँव में मेरे खानदान के आने वाले पहले...
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