समकालीन जनमत

Tag : शायरी

शख्सियत

दिलखरोंच आवाज वाला लफ्जों का जुलाहा

समकालीन जनमत
पीयूष कुमार आज गुलज़ार साहब की  88वीं सालगिरह है। गुलज़ार वे शायर, गीतकार, साहित्यकार हैं जिन्होंने अपने कहन के तरीके से अदब की रवायतों, रूढ़ियों...
शख्सियत

तुम मुझे यूं भुला न पाओगे: हसरत जयपुरी

विष्णु प्रभाकर
(उर्दू के मक़बूल शायर और हिंदी फ़िल्म संगीत की दुनिया के जाने माने नाम हसरत जयपुरी को उनके यौमे पैदाइश पर याद कर रहे हैं...
शख्सियतसाहित्य-संस्कृति

जम्हूरियत की ज़ुबान : अदम गोंडवी

आशुतोष कुमार
  फूल के जिस्म पे पहलू बदल रही तितली , पेट की आग में जलते हुए बशर की तरह . मेरे ज़ेहन में तेरी शक्ल...
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