समकालीन जनमत

Author : समकालीन जनमत

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इतिहास

 इरिक हॉब्सबॉम : मई दिवस की इतिहास यात्रा

1990 में माइकेल इग्नतीफ ने ‘आब्जर्वर’ में लिखते हुए यह टिप्पणी की थी कि धर्म-निरपेक्ष समाज धार्मिक अनुष्ठानों के विकल्प देने में कभी भी सफल...
स्मृति

कला-साहित्य जगत के चार शख्सियतों के निधन पर जन संस्कृति मंच ने शोक व्यक्त किया

इरफान, उषा गांगुली, महेंद्र भटनागर और ऋषि कपूर चारों इस मायने में महत्वपूर्ण थे कि चारों जनपक्षधर थे, चारों सांप्रदायिक कट्टरता के विरोधी थे, चारों...
स्मृति

मशहूर अभिनेता इरफान खान नहीं रहे

समकालीन जनमत
मशहूर अभिनेता इरफान खान का आज मुम्बई के कोकिला बेन अस्पताल में निधन हो गया। 54 वर्षीय इरफान खान की तबियत कल शाम अचानक बिगड़...
कविता

कोरोना काल में स्त्री कविता :  ‘ये खाई सदियों पुरानी है/यह सूखी रोटी और पिज्जा के बीच की खाई है’

समकालीन जनमत
जन संस्कृति मंच की ओर से फेसबुक पर चलाये जा रहे ‘कविता संवाद’ लाइव कार्यक्रम के तहत 26 अप्रैल को सात कवयित्रियों  की रचनाएं सुनाई...
स्मृति

जिंदादिली और जीवटता की अद्भुत मिसाल थे कामरेड अखिलानंद पांडेय

समकालीन जनमत
ऐसे प्रतिबद्ध, जिंदादिल एवं अद्भुत जीवट वाले बहादुर कम्युनिस्ट योद्धा का हमारे बीच से जाना समूचे कम्युनिस्ट व मजदूर आंदोलन की भारी क्षति है....
ख़बर

भूख, नफरत और महिला हिंसा के खिलाफ अनशन को सामाजिक कार्यकर्ताओं का समर्थन मिला

समकालीन जनमत
लखनऊ. भूख , मुसलमानों के खिलाफ फैलाई जा रही नफरत और महिला हिंसा के खिलाफ अनशन/धरना के ऐपवा के राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत लखनऊ में भी...
पुस्तक

विश्व पुस्तक दिवस: किताबें कुछ तो कहना चाहती हैं

अजय कुमार किताबें करती हैं बातें आज यानी 23 अप्रैल को विश्व पुस्तक दिवस के रूप में मनाया जाता है। और जैसे ही कोई किताबों...
कविता

कोरोना काल में कविता :  ‘ रिसते दिखे पाँवों से खून, इस पर क्या लिखूं / दिखे आंखों से बहते खून…..

समकालीन जनमत
कविता अपने समय को रचती है  और समय  भी अपने कवि को बनाता है। कोरोना काल मानव जाति के लिए बड़ा  संकट का काल है।...
ख़बर

यूपी-बिहार में कई जगह एक्टू, खेग्रामस कार्यकर्ताओं के भूख हड़ताल को रोकने पहुंची पुलिस

समकालीन जनमत
पटना/ रांची. ऐक्टू, खेग्रामस व भाकपा-माले के आह्वान पर प्रवासी मजदूरों की सकुशल घर वापसी और उन्हें 10 हजार रूपए लाॅकडाउन भत्ता देने की मांग...
ख़बर

भूख हड़ताल पर एक्टू, खेग्रामस कार्यकर्ता, प्रवासी मजदूरों की वापसी और लाॅकडाउन भत्ता की मांग

समकालीन जनमत
नई दिल्ली । देश के विभिन्न हिस्सों में अब तक फंसे प्रवासी मजदूरों की सुरक्षित घर वापसी की मांग पर ऐक्टू, खेग्रामस व भाकपा-माले के...
जनमत

कोरोना से युद्ध में इस्लामोफोबिया ने भारत के वार को भोथरा बना दिया है

समकालीन जनमत
( मशहूर पत्रकार राणा अयूब का यह लेख वाशिंगटन पोस्ट में 7 अप्रैल को प्रकाशित हुआ है. समकालीन जनमत के पाठकों के लिए इसका हिंदी...
ख़बर

जांच की संख्या बढ़ाइये, सिर्फ लाॅक डाउन से काम नहीं चलेगा

समकालीन जनमत
( बेंगलुरु के भारतीय विज्ञान संस्थान से सूक्ष्म विषाणु विज्ञान में पी0एच0डी0 प्रोफसर पार्थो सारोथी रे का रबी बनर्जी द्वारा लिया गया यह इंटरव्यू द...
ज़ेर-ए-बहस

 लॉक डाउन में बंद घरों में हिंसा की शिकार होती महिलाएं

समकालीन जनमत
सरोजिनी बिष्ट एक तरफ दुनिया करोना से लड़ रही है तो वहीं इसके वजह से पैदा हुए लॉक डाउन ने प्रत्येक मनुष्य के जीवन को...
जनमत

मजदूरों की पहचान ‘माईग्रेंट’ के रूप में करना मेहनतकश वर्ग के खिलाफ साजिश 

समकालीन जनमत
शिवाजी राय   हम जिस गाँव में रहते हैं वहाँ मेरी दस पीढ़ियाँ गुजर गयी होंगी। उस गाँव में मेरे खानदान के आने वाले पहले...
ख़बर

ऐपवा ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख लाॅकडाउन में महिलाओं के खिलाफ बढ़ रही हिंसा रोकने की मांग की

समकालीन जनमत
पीएनपीडीटी एक्ट को कमजोर करना बंद करे सरकार, अपना फैसला वापस ले नई दिल्ली/पटना . ऐपवा ने लाॅकडाउन में पूरे देश में महिलाओं पर बढ़ती...
कविता

कोरोना काल में कविता : ‘ प्रेम संवाद की भाषा बन जाए ’

समकालीन जनमत
यह कोरोना काल है। पूरी दुनिया इस महामारी के खिलाफ जंग लड़ रही है। लाॅक डाउन चल रहा है। लोग घरों में हैं। सामाजिक व...
ख़बर

क्या आरसीएफ कपूरथला के बनाये वेंटिलेटर, सेनिटाइजर टनल और पीपीई को प्रमाणन हासिल हो पायेगा ?

समकालीन जनमत
डा. कमल उसरी भारतीय रेल की शुरुआत 16 अप्रैल 1853 में हुई जब एशिया एवं भारत की प्रथम रेल बोरीबंदर (छत्रपति शिवाजी टर्मिनल -मुम्बई )...
ख़बर

भोजपुर में मुसहर टोली पर दबंगों ने फायरिंग की, छह घायल

पटना. भोजपुर जिले के तरारी प्रखंड के सारा मुसहर टोली में 5 अप्रैल की रात लगभग 9 बजे तीन-चार की संख्या में दबंग अपराधियों ने...
पुस्तक

‘ अनसुनी आवाज ’: एक जरूरी किताब

समकालीन जनमत
नगीना खान एक अच्छा लेखक वही होता है जो अपने वर्तमान समय से आगे की समस्यायों, घटनाओं को न केवल भांप लेता है बल्कि उसे...
Fearlessly expressing peoples opinion