समकालीन जनमत

Author : समकालीन जनमत

1121 Posts - 0 Comments
ख़बर

गोपालगंज जनसंहार : माले नेताओं ने रूपनचक का दौरा किया , 31 मई को राज्यव्यापी प्रतिवाद का ऐलान 

समकालीन जनमत
पटना. भाकपा-माले का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमण्डल आज सुबह गोपालगंज जिले के हथुआ प्रखंड के रूपनचक गांव पहुंचा, जहां 24 मई को बाहुबली जदयू विधायक अमरेंद्र...
जनमत

क्या पीएम को भारत के सबसे बुरे मानवीय संकट की रत्तीभर भी परवाह है?

समकालीन जनमत
कोरोना वायरस की महामारी का मुकाबला करने के लिये राष्ट्रव्यापी लाॅकडाउन की घोषणा उसी तरह जल्दीबाजी में की गयी जैसे नोटबन्दी की की गयी थी।...
जनमत

प्रवासी मजदूरों की दुर्दशा देश की सामूहिक मानवता पर एक बदनुमा धब्बा है

समकालीन जनमत
इस महामारी से सर्वाधिक प्रभावित कौन है ? कोरोना वायरस समाज के सभी वर्गों को एकसमान रूप से प्रभावित कर रहा है, यह सोच सन्तोषप्रद...
कविता

‘ पांव में छाले आंख में आंसू पीड़ा भरी कहानी लिख/मजदूरों के साथ हुई जो सत्ता की मनमानी लिख ’

समकालीन जनमत
लखनऊ.  कोरोना काल में बड़ी मात्रा में कविताएं रची जा रही हैं। मानव संकट सृजन के लिए आधार बनता है। आज की रचनाओं में भावों...
ख़बर

मुजफ्फरपुर में उठी डॉ. कफील खान को रिहा करने की मांग

समकालीन जनमत
मुजफ्फरपुर. उत्तरप्रदेश के जेल में महीनों से बंद प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. कफील खान की रिहाई के लिए इंसाफ मंच द्वारा 18 मई को...
जनमत

जीवन-संघर्ष का करुण कोलाहल

समकालीन जनमत
श्रमिकों की बदहाल अवस्था और उनकी दुर्दशा के बहाने पूंजीवादी व्यवस्था का वह वीभत्स रूप हमारे सामने है जहाँ निम्न वर्ग के जीवन का कोई...
कविता

‘मजदूर थे वो जब तक सबके ही काम आए/मजबूर हो गए तो सबको ही खल रहे हैं’

समकालीन जनमत
लखनऊ। लोग कोरोना की चपेट में ही नहीं हैं बल्कि लाॅक डाउन से पैदा हुई अव्यवस्था के भी शिकार हुए हैं, हो रहे हैं। लोगों...
चित्रकला

रेखा चित्रों के जरिये प्रवासी मजदूरों की पीडा़ को अभिव्यक्त करता चित्रकार राकेश कुमार दिवाकर

समकालीन जनमत
कोरोना लाकडाउन ने लाखों लोगों को एक झटके में बेरोजगार, बेबस और लाचार कर दिया है. इसका सबसे गंभीर असर गरीबों , मजदूरों व निम्न...
ख़बर

प्रवासी मजदूरों की मौतों के खिलाफ ऐपवा ने पूरे प्रदेश में विरोध जताया

समकालीन जनमत
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की लापरवाही की वजह से प्रवासी मजदूरों की बदहाल स्थिति, उनकी दर्दनाक मौतों और योगी सरकार द्वारा तीन साल...
जनमत

एक हौलनाक़ सफ़रनामा

समकालीन जनमत
इस त्रासद कहानी की जड़ें एक ओर मजदूरों के मालिकों और केन्द्रीय सरकार और दूसरी ओर उनके अपने राज्य की सरकारों की नाकामी में निहित...
ख़बर

उपेक्षा के विरोध में किसानों ने जताया रोष, 27 को राष्ट्रव्यापी विरोध कार्यक्रम की घोषणा

समकालीन जनमत
मोदी सरकार की उपेक्षा के खिलाफ देश के किसानों ने 16 मई 2020 को एक राष्ट्रव्यापी रोष कार्यक्रम आयोजित किया। एआईकेएससीसी के आह्वान पर आयोजित...
ज़ेर-ए-बहस

महाजनी सभ्यता और महामारी के सबक

समकालीन जनमत
डॉ. दीना नाथ मौर्य सभ्यता के विकासक्रम में मानव जाति पर समय-समय पर आयी प्राकृतिक आपदाओं के ऐतिहासिक अनुभव से यह सीख ली जा सकती...
जनमत

पैदल चले जा रहे मज़दूरों पर इतनी चुप्पी क्यों है ?

अनामिका 1960 में एक फ़िल्म आई थी, ‘उसने कहा था’. हिन्दी के सुप्रसिद्ध कहानीकार चन्द्रधर शर्मा गुलेरी की कहानी पर आधारित है. फिल्म का एक...
नाटक

रंगनायक द लेफ्ट थिएटर का नया प्रयोग, फेसबुक लाइव पर नाटक का मंचन

समकालीन जनमत के फेसबुक पेज पर 12 मई से 23 मई तक चलने वाले लाइव साहित्यिक कार्यक्रम में 12 मई को दोपहर 2 बजे रंगनायक...
ख़बर

सरकार के जन-विरोधी रवैये का एक और उदाहरण है राजधानी के दाम पर सिर्फ वातानुकूलित ट्रेन को आरंभ करना

समकालीन जनमत
सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) ने राजधानी के दाम पर सिर्फ वातानुकूलित ट्रेन को आरंभ करने को सरकार के जन-विरोधी रवैये का एक और उदाहरण बताया है....
कविता

कोरोना समय में कविता :  ‘लहू से सनी रोटियां दुनिया देख रही है ’

समकालीन जनमत
लखनऊ. यह समय अभिधा का है। जो व्यंजना में कविता की बात करते हैं, कहीं न कहीं उनके अवचेतन में डर है। सत्ता का आतंक...
जनमत

1857 की विरासत इस देश के गरीब, मजदूर, किसान और नौजवान के संघर्ष की सच्ची विरासत है : प्रो. चमन लाल

समकालीन जनमत
समकालीन जनमत के  फेसबुक पेज पर लाइव चल रहे कार्यक्रमों की श्रृंखला में 10 मई को प्रोफेसर चमनलाल ने हिंदुस्तान की पहली जंगे आजादी पर...
ख़बर

111 शिक्षकों, कार्यकर्ताओं, डाक्टरों, अधिवक्ताओं ने डाॅ. कफील खान को रिहा करने की मांग की

समकालीन जनमत
देश के 111 शिक्षकों, कार्यकर्ताओं, शोध छात्रों, डाक्टरों अधिवक्ताओं ने बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर के निलम्बित बाल रोग चिकित्सक डा. कफील खान को तुरंत रिहा...
ख़बर

महाराष्ट्र के औरंगाबाद में 16 प्रवासी मजदूरों की मालगाड़ी से कट कर मौत

आज सुबह-सुबह दिल दहलाने वाली खबर आयी। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रेलवे ट्रेक पर पैदल चलने के बाद थक कर आराम कर रहे 16 प्रवासी...
स्मृति

शशिभूषण द्विवेदी का जाना एक बड़ी संभावना का असमय अंत है : जनवादी लेखक संघ

शशिभूषण जी अत्यंत प्रतिभाशाली और संभावनाशाली कहानीकार थे. उनकी ‘ब्रह्मह्त्या’, ‘एक बूढ़े की मौत’, ‘कहीं कुछ नहीं’, ‘खिड़की’, ‘शिल्पहीन’ जैसी कई कहानियां खूब पढ़ी और...
Fearlessly expressing peoples opinion