समकालीन जनमत

Month : April 2019

ज़ेर-ए-बहस

तेज बहादुर का समर्थन क्‍यों ?

अवधेश त्रिपाठी
बनारस में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ पहले ही मैदान में उतर चुके बीएसएफ से बर्खास्त तेज बहादुर यादव को कल गठबंधन ने अपना प्रत्‍याशी बना...
जनमत

शेल्टर गृहों में महिलाओं-बच्चियों के यौन उत्पीड़न-बलात्कार में सत्ता के शीर्ष पर बैठे लोग शामिल : कविता कृष्णन

पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी चुनावी सभाओं में कन्या उत्थान सरीखे योजनाओं की चर्चा करते अघाते नहीं, महिलाओं के सशक्तीकरण की लगातार दुहाइयां...
ख़बर

जमीन मालिक की अनुमति लिए बिना हुई पीएम की कोडरमा में सभा

के के पांडेय
कोडरमा. प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी की आज कोडरमा में हुई सभा में एक बार फिर आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन हुआ. प्रशासन और भाजपा ने जिस...
सिनेमा

आज का प्रोपेगेंडा, कल की हिस्ट्री – ‘ दि ताशकंद फाइल्स ’

समकालीन जनमत
नीतू तिवारी क्या आपने ‘दि ताशकंद फाइल्स’ देखी ? नहीं देखी तो ज़रूर देखिए।  बिना इस बात की परवाह किए कि निर्देशक की पॉलिटिक्स क्या...
पुस्तकसाहित्य-संस्कृति

अंबेडकर चिन्तन के अनछुए पहलुओं की खोज

राम नरेश राम
   लोकतंत्र ने जाति-उन्मूलन नहीं किया है. इसने जाति का आधुनिकीकरण करके इसकी जड़ों को और अधिक मजबूत किया है. इसीलिए यही समय है अंबेडकर...
कविताजनभाषा

जीवन के ठाठ का कवि: हरेकृष्ण झा

समकालीन जनमत
मैथिली साहित्य जगत को अपनी समकालीन कविताओं के माध्यम से नई ऊँचाई तक ले जाने वाले कवि हरे कृष्ण झा का 70 वर्ष की आयु...
जनमत

बेगूसराय का चुनाव सबसे अलग है

रवि भूषण
इस चुनाव में पूरे देश के संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में से सर्वाधिक महत्वपूर्ण क्षेत्र बिहार का बेगूसराय है। जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और भाकपा...
ज़ेर-ए-बहस

क्या चुनाव आयोग ने ‘आचार संहिता’ सिर्फ विपक्ष के लिए लगाया है ?

सुशील मानव
चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव की तारीखें घोषित करने के साथ ही चुनावी आचार संहिता भी लग गई है। सवाल उठता है कि ये आचार...
जनमत

पूंजीवादी मानदंड से आदिवासी जीवन को नहीं समझा जा सकता: रणेन्द्र

समकालीन जनमत
डॉ.कामिनी ( कथाकार रणेंद्र द्वारा ‘ आदिवासी जीवन तथा मुख्यधारा का समाज’ विषय पर शासकीय एम.एम. कॉलेज खडगवां, छत्तीसगढ़ में दिये गये व्याख्यान का किंचित...
ख़बर

तीन चरणों के चुनाव के बाद भाजपा की हार तय हो गई है : दीपंकर

समकालीन जनमत
पटना.  भाकपा-माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य ने आज पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा के पास देश में सांप्रदायिक उन्माद व उसके...
ज़ेर-ए-बहस

हेमन्त करकरे और साध्वी प्रज्ञा ठाकुर

रवि भूषण
हेमंत करकरे ( 12 दिसंबर 1954-27 नवंबर 2008) 1982 बैच के आईपीएस अधिकारी थे जो बाद में मुंबई के आतंक विरोधी दस्ते के प्रमुख रहे...
जनमत

देश राग

समकालीन जनमत
डॉ0 हरिओम देश या राष्ट्र का जिक्र आते ही हम अक्सर जज्बाती हो जाते हैं। हम सभी चाहते हैं कि हमारा देश सुरक्षित रहे,खुशहाल रहे...
ख़बर

राजू यादव की जीत हिटलरशाही की ताबूत पर लोकशाही का कील ठोंकने का काम करेगी : दीपंकर

माले प्रत्याशी राजू यादव के नामांकन के मौके पर रमना मैदान में विशाल जनसभा आरा: 25 अप्रैल. राजद महागठबंधन समर्थित भाकपा-माले प्रत्याशी राजू यादव के...
जनमतपुस्तक

विश्व पुस्तक दिवस: किताबों से रिश्ता कमज़ोर न पड़े!

समकालीन जनमत
अभिषेक मिश्र ‘किताबें झांकती हैं बंद अलमारी के शीशों से, बड़ी हसरत से तकती हैं, महीनों अब मुलाकातें नहीं होतीं, जो शामें इनकी सोहबत में...
जनमतज़ेर-ए-बहस

गांधी और आरएसएसः विरोधाभासी राष्ट्रवाद

राम पुनियानी
राम पुनियानी आरएसएस लगातार यह प्रदर्शित करने का प्रयास कर रहा है कि महात्मा गांधी, संघ को सम्मान की दृष्टि से देखते थे। इसी संदर्भ...
साहित्य-संस्कृति

गज़ल ‘बहुलता की संस्कृति’ की रक्षा करने वाली विधा – डा. जीवन सिंह

समकालीन जनमत
डी. एम. मिश्र के गज़ल संग्रह ‘वो पता ढूँढे हमारा ’ का विमोचन सम्पन्न दुष्यन्त ने गज़ल को यथार्थपरक बनाया – कौशल किशोर डी. एम....
जनमत

पृथ्वी दिवस: विश्व बंधुत्व के भाव से पृथ्वी के संरक्षण के लिए ठोस पहल की ज़रूरत है!

समकालीन जनमत
अभिषेक मिश्र अस्तित्व में आने के बाद से कई भौतिक, रासायनिक, जैविक अभिक्रियाओं से गुजरते पृथ्वी जीवन के लिए अनुकूल हुई। एक कोशिकीय से बहुकोशिकीय...
ख़बरग्राउन्ड रिपोर्ट

याद करने और भुलाने की ज़रूरत के बीच चन्द्रबली सिंह की याद में एक संगोष्ठी आज के सवालों पर

समकालीन जनमत
20 अप्रैल 2019 को दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान में चन्द्रबली सिंह स्मृति न्यास, जन संस्कृति मंच और जनवादी लेखक संघ की साझीदारी में ‘प्रगतिशील...
ख़बर

अपराधियों की गिरफ्त में बिहार, सरकार नाम की चीज नहीं- भाकपा माले

पटना. भाकपा-माले पोलित ब्यूरो सदस्य रामजी राय ने बर्बर भागलपुर तेजाब कांड के अगले ही दिन गोपालगंज में अपराधियों द्वारा एक आशा कार्यकर्ता पर तेजाब से...
कविता

विश्वासी एक्का की कविताओं में प्रेम और संघर्ष दोनों ही परम स्वतंत्र और प्राकृतिक रूप में मिलते हैं

समकालीन जनमत
दीपक सिंह व्यक्ति जिस समाज से आता है उसकी चेतना के निर्माण में उसका अहम योगदान होता है | विश्वासी एक्का की कविताओं से गुजरते...
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