शख्सियत प्रेम और परिवर्तन की तड़प से भरे क्रांतिकारी कवि एर्नेस्तो कार्देनाल मार्तिनेससमकालीन जनमतMarch 3, 2020March 3, 2020 by समकालीन जनमतMarch 3, 2020March 3, 202002269 मंगलेश डबराल रूबेन दारीओ, पाब्लो नेरूदा और सेसर वाय्यखो के बाद एर्नेस्तो कार्देनाल लातिन अमेरिकी धरती के चौथे बड़े कवि माने जाते हैं, जिनकी आवाज़...
ख़बरशख्सियत शहीद चंद्रशेखर आजाद के सपनों का भारत बनाने की जिम्मेदारी लेनी होगीके के पांडेयFebruary 27, 2020February 27, 2020 by के के पांडेयFebruary 27, 2020February 27, 20204 2152 (शहीद चंद्रशेखर आजाद की स्मृति को सलाम करते हुए उनके सपनों के हिंदुस्तान बनाने की जिम्मेदारी याद दिलाते हुए आज़ाद के शहादत दिवस पर यहां...
ख़बरशख्सियत मेहनत और मोहब्बत के शायर मख़दूम मोहिउद्दीनविष्णु प्रभाकरFebruary 4, 2020February 5, 2020 by विष्णु प्रभाकरFebruary 4, 2020February 5, 202003560 1936 का साल अदब के लिए भी ऐसा साल रहा है जिसने अदब की दिशा और दशा को नया मोड़ दे दिया। इसी साल अंजुमन...
जनमतशख्सियतस्मृति आम आदमी की हमसफ़र कहानियों के कहानीकार स्वयं प्रकाशसमकालीन जनमतDecember 9, 2019December 9, 2019 by समकालीन जनमतDecember 9, 2019December 9, 201903851 रत्नेश विष्वक्सेन आम आदमी की हमसफर कहानियों के कहानीकार स्वयं प्रकाश जी का इस तरह चले जाना उदास करता है।उनकी रिक्तता को उनकी कहानियां भरेंगी...
ज़ेर-ए-बहसशख्सियत वंचितों और पराधीन लोगों की ओर से बोलने वाले पहले दार्शनिक थे बुद्ध– प्रो. गोपाल प्रधानसमकालीन जनमतDecember 9, 2019 by समकालीन जनमतDecember 9, 201902447 ” जिसे बौद्ध दर्शन का दुःखवाद कहा जाता है उसे अगर सामान्य जीवन के अर्थों में परिभाषित करें तो क्या परिभाषा निकलती है कि दुःख...
जनमतशख्सियतस्मृति एक हमदर्द दोस्त की तरह मिलीं स्वयंप्रकाश की कहानियाँसुधीर सुमनDecember 8, 2019December 8, 2019 by सुधीर सुमनDecember 8, 2019December 8, 201902946 स्वयं प्रकाश से मिलने का इत्तिफाक नहीं हुआ, पर उनकी कहानियां इत्तिफाकन जिंदगी के बेहद बेचैन वक्तों में मेरे करीब आईं और मुझे किसी हमदर्द...
जनमतशख्सियतस्मृति क्या तुमने कभी स्वयं प्रकाश को देखा है ?समकालीन जनमतDecember 8, 2019December 8, 2019 by समकालीन जनमतDecember 8, 2019December 8, 201914129 प्रवीण कुमार क्या तुमने कभी स्वयं प्रकाश को देखा है ? हाँ ! मेरा यही जवाब है . देखा है और तीन बार मुलाकात भी...
कविताशख्सियतसाहित्य-संस्कृति बरेली में वीरेन डंगवाल के स्मारक का लोकार्पणसमकालीन जनमतDecember 8, 2019December 8, 2019 by समकालीन जनमतDecember 8, 2019December 8, 201902536 साहित्य अकादेमी सम्मान से पुरस्कृत विख्यात हिन्दी कवि वीरेन डंगवाल की स्मृति में बरेली में एक स्मारक का लोकार्पण आज किया गया. हिन्दी के जाने-माने...
जनमतशख्सियतस्मृति स्वयं प्रकाश की कहानियाँ: कुछ नोट्ससमकालीन जनमतDecember 8, 2019December 8, 2019 by समकालीन जनमतDecember 8, 2019December 8, 20192 9023 रेखा सेठी स्वयं प्रकाश जी का जाना हिंदी कहानी में एक युग के अंत का सूचक है। उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए एक पुराना लेख साझा...
जनमतशख्सियतस्मृति हमारे समय का सबसे ज़िंदादिल कथाकार चला गयासमकालीन जनमतDecember 7, 2019December 8, 2019 by समकालीन जनमतDecember 7, 2019December 8, 20195 3655 मिहिर पंड्या ‘अशोक और रेणु की असली कहानी’, ‘क्या तुमने कभी सरदार भिखारी देखा है’ जैसी अनेक अविस्मरणीय कहानियाँ लिखने वाले महत्वपूर्ण कथाकार स्वयंप्रकाश जी...
शख्सियतसाहित्य-संस्कृति अभी चलता हूँ ज़रा ख़ुद को सँभालूँ तो चलूँ: असरार-उल-हक़ ‘मजाज़’ को याद करते हुएविष्णु प्रभाकरDecember 5, 2019December 5, 2019 by विष्णु प्रभाकरDecember 5, 2019December 5, 20193 3410 (19 अक्टूबर 1911 – 5 दिसम्बर 1955) साल 1911। इसी साल दो बच्चे पैदा हुए, आगे चलकर जिन्होंने अपनी शायरी से उर्दू अदब में खूब...
जनमतशख्सियतस्मृति भोजपुर के चमकते लाल सितारेसमकालीन जनमतNovember 29, 2019November 29, 2019 by समकालीन जनमतNovember 29, 2019November 29, 201913109 शहादत की 44वीं बरसी : कॉ. जौहर, कॉ. निर्मल व कॉ. रतन को लाल सलाम! आज 29 नवंबर है। 1975 में आज ही के दिन भाकपा-माले...
जनमतशख्सियतस्मृति अलविदा शौक़त आपासमकालीन जनमतNovember 23, 2019November 23, 2019 by समकालीन जनमतNovember 23, 2019November 23, 201901783 अली जावेद कैफी़ ने कहा था: एलान-ए-हक़ में ख़तर-ए-दार-ओ-रसन तो है लेकिन सवाल ये है कि दार-ओ-रसन के बाद? याद कीजिये तरक़्की़पसंद अदबी तहरीक का...
जनमतशख्सियतस्मृति “यह थी भूमिका हम-तुम मिले थे जब” मुक्तिबोध स्मरण (जन्मदिन 13 नवम्बर)रामजी रायNovember 13, 2019November 13, 2019 by रामजी रायNovember 13, 2019November 13, 201902722 मुक्तिबोध और उनकी कविता के बारे में लोग कहते हैं कि वो विकल-बेचैन, छटपटाते कवि हैं. लेकिन देखिये तो दरअसल, मुक्तिबोध कविता की विकलता के...
शख्सियतसाहित्य-संस्कृति जम्हूरियत की ज़ुबान : अदम गोंडवीआशुतोष कुमारOctober 23, 2019December 18, 2021 by आशुतोष कुमारOctober 23, 2019December 18, 202104436 फूल के जिस्म पे पहलू बदल रही तितली , पेट की आग में जलते हुए बशर की तरह . मेरे ज़ेहन में तेरी शक्ल...
जनमतशख्सियतस्मृति गांधी और उनके हत्यारेइन्द्रेश मैखुरीOctober 2, 2019October 2, 2019 by इन्द्रेश मैखुरीOctober 2, 2019October 2, 20196 4307 आज जब महात्मा गांधी की पैदाइश के 150 साल पूरे हो रहे हैं,तब लगता है कि एक चक्र पूरा हो कर दुष्चक्र की ओर बढ़...
शख्सियतसाहित्य-संस्कृतिस्मृति वीरेन डंगवाल की याद: अचानक यह हुआ कि मैं रिसेप्शन में अकेला पड़ गयासमकालीन जनमतSeptember 28, 2019October 2, 2019 by समकालीन जनमतSeptember 28, 2019October 2, 201901840 अशोक पाण्डे जब उनसे पहली बार मिला वे नैनीताल के लिखने-पढ़ने वालों के बीच एक सुपरस्टार का दर्जा हासिल चुके थे. उनकी कविताओं की पहली...
जनमतशख्सियतसिनेमा ‘अपनी तारीख़ का उन्वान बदलना है तुझे’समकालीन जनमतSeptember 18, 2019September 18, 2019 by समकालीन जनमतSeptember 18, 2019September 18, 201901687 गीतेश सिंह फ़िल्म, टेलीविजन और थिएटर की जानी मानी अभिनेत्री और अनेक अन्तर्राष्ट्रीय फिल्मों में काम कर चुकी शबाना आज़मी का आज जन्म दिन है...
चित्रकलाशख्सियत एम एफ हुसैन की कला में मुक्ति, संघर्ष और प्रगतिशीलता प्रधान स्वर हैंसमकालीन जनमतSeptember 18, 2019September 18, 2019 by समकालीन जनमतSeptember 18, 2019September 18, 201902153 (17 सितम्बर जाने माने चित्रकार, पद्म विभूषण से सम्मानित मकबूल फिदा हुसैन का जन्म दिन होता है । हुसैन साहब की याद में प्रस्तुत है...
ख़बरशख्सियतस्मृति पाकिस्तान के साम्यवादी और ट्रेड यूनियन नेता तुफ़ैल अब्बास की मृत्यु पर शोक संदेशसमकालीन जनमतSeptember 15, 2019September 16, 2019 by समकालीन जनमतSeptember 15, 2019September 16, 201902679 विजय सिंह तुफ़ैल अब्बास (1927 – 9/9/2019) 9 सितंबर को काराची मे काॅमरेड तुफ़ैल अब्बास का निधन हो गया। वे 92 वर्ष के थे। वे...