कविता ख़ुदेजा ख़ान की कविताएँ सिस्टम की मार सहते नागरिक की आवाज़ हैंउमा रागDecember 24, 2023 by उमा रागDecember 24, 202301503 मेहजबीं ख़ुदेजा ख़ान की कविताएँ अपने वर्तमान समय का दस्तावेज़ हैं। उनकी कविता के केन्द्र में आम लोग हैं, मतदाता हैं, बूढ़े हैं, बच्चे हैं,...
कविता मरहूम कवयित्री शहनाज़ इमरानी की कविताएँ उम्मीद का हाथ थामे रास्ता दिखाएंगीसमकालीन जनमतJuly 3, 2022July 3, 2022 by समकालीन जनमतJuly 3, 2022July 3, 2022046 मेहजबीं मरहूम कवयित्री शहनाज़ इमरानी की कविताएँ अपने वर्तमान समय की राजनीतिक सामाजिक आर्थिक परिस्थितियों का दस्तावेज़ हैं। समाज का कोई कोना उनकी सूक्ष्म दृष्टि...
कविता मेहजबीं की कविताएँ अपने समय की अंतहीन बेचैनी का बयान हैंसमकालीन जनमतAugust 8, 2021August 8, 2021 by समकालीन जनमतAugust 8, 2021August 8, 20210963 संजय कुमार कुंदन मेहजबीं की कविताएँ और नज़्में बातें करती हैं, दुनिया-जहान की बातें. कविताएँ और नज़्में बस हिन्दी और उर्दू के शब्दों की उल्लेखनीय...