समकालीन जनमत

Month : October 2020

जनमत

बैठक का बहिष्कार कर किसान नेताओं ने कृषि कानूनों की प्रतियां फाड़ी, वार्ता के नाम पर छलावा करने का आरोप लगाया

नई दिल्ली। केंद्र द्वारा वार्ता के लिए दिल्ली बुलाये गए आंदोलित पंजाब के 29 किसान संगठनों के साथ आज हुई वार्ता विफल हो गई है। केंद्रीय...
ज़ेर-ए-बहस

मीडिया और बाज़ार

समकालीन जनमत
कोरस के फेसबुक लाइव की शृंखला में बीते रविवार 4 अक्टूबर को स्वतंत्र पत्रकार नेहा दीक्षित से ‘मीडिया और बाज़ार ‘ जैसे महत्वपूर्ण विषय पर...
भाषा

उर्दू की क्लास : ज़ंग और जंग का फ़र्क़ ?

समकालीन जनमत
( युवा पत्रकार और साहित्यप्रेमी महताब आलम की शृंखला ‘उर्दू की क्लास’ की दसवीं    क़िस्त में ज़ंग और जंग का फ़र्क़ के बहाने उर्दू...
शख्सियत

अर्नेस्तो ‘चे’ ग्वेराः नये मनुष्य के निर्माण का स्वप्न

समकालीन जनमत
संजय कुंदन बीते नौ अक्टूबर को महान क्रांतिकारी अर्नेस्तो चे ग्वेरा की शहादत को दुनिया भर में याद किया गया। इस मौके पर बीस वामपंथी...
कविता

मृदुला की कविताएँ व्यवस्था की चमक के पीछे पसरे हुए अंधकार को उजागर करती हैं

समकालीन जनमत
कामिनी त्रिपाठी स्वभाव से सरल-सहज मृदुला सिंह छत्तीसगढ़ के आदिवासी अंचल सरगुजा के एक कॉलेज में पढ़ाती हैं | यूँ तो उनका जन्म और पढ़ाई–लिखाई...
ज़ेर-ए-बहस

एक बड़े राजनीतिक बदलाव के मुहाने पर खड़ा भारत

हमारा देश भारत आज एक बड़े राजनीतिक बदलाव के मुहाने पर खड़ा है. आजादी के बाद देश में कई बड़े जन आन्दोलन हुए, जिन्होंने भारतीय...
पुस्तक

समाजवाद के बारे में कुछ बुनियादी बातें

गोपाल प्रधान
2005 में स्टर्लिंग से माइकेल न्यूमैन की किताब ‘सोशलिज्म: ए ब्रीफ़ इनसाइट’ का प्रकाशन हुआ । चित्रों के साथ उसका नया संस्करण 2010 में वहीं...
शख्सियत

राजनीति में एक सूफ़ी

समकालीन जनमत
( 28 सितम्बर 1920 को इलाहाबाद के जमींदार मुस्लिम परिवार में पैदा हुए ज़िया –उल-हक़ ने अपने जीवन के सौ साल पूरे कर लिए हैं....
जनमत

क्या मृत्यु से बचा लिया जाएगा मुझे – आत्मा पूछती है …

कुमार मुकुल
1943 में न्‍यूयार्क में जन्‍मीं और फिलहाल येल युनिवर्सिटी में अंग्रेजी की प्राध्‍यापिका, नोबल कवयित्री और निबंधकार लुई ग्‍लुक के दर्जन भर कविता संग्रह प्रकाशित...
जनमत

‘बंबई में का बा’ और बिहार

समकालीन जनमत
आलोक रंजन अक्सर अपने फूहड़ और अश्लील स्वरूप को लेकर चर्चा में रहने वाले भोजपुरी गानों की दुनिया में पिछले दिनों एक अलग बात सामने...
जनमत

‘ पत्रकारिता अपराध नहीं है ’

समकालीन जनमत
हमें अवैध रूप से बंदी बनाया गया और हम समझते हैं कि पत्रकारों को इसी तरह निरंतर उत्पीड़ित किया जाता है, पुलिस स्टेशन तलब किया...
ख़बर

यह चुनाव तानाशाही बनाम लोकतंत्र का है, बिहार भाजपा के घमंड को तोड़ेगा : दीपंकर भट्टाचार्य

दीघा से महागठबंधन समर्थित माले प्रत्याशी के पक्ष में नागरिक सम्मेलन पटना। दीघा विधानसभा से महागठबंधन समर्थित भाकपा-माले प्रत्याशी शशि यादव के पक्ष में आज...
शख्सियत

मुन्नन चाचा का सौवां जन्मदिन

( 28 सितम्बर 1920 को इलाहाबाद के जमींदार मुस्लिम परिवार में पैदा हुए ज़िया –उल-हक़ ने अपने जीवन के सौ साल पूरे कर लिए हैं....
ज़ेर-ए-बहस

विकास, विस्थापन और आदिवासी समुदाय की चुनौतियाँ

रविवार 27  सितंबर को कोरस के लाइव कार्यक्रमों की शृंखला में ‘विकास, विस्थापन और आदिवासी समुदाय की चुनौतियाँ’ विषय पर सामाजिक कार्यकर्ता दयामनी बारला से...
जनमत

जातिवाद का दंश और बलात्कार

डॉ. मनोज कुमार मौर्य   डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने कहा था कि “ जब तक आप अपनी सामाजिक व्यवस्था नहीं बदलेंगे, तब तक कोई प्रगति...
ज़ेर-ए-बहस

ऑर्डनेंस फैक्ट्रियों के निगमीकरण और निजीकरण की तरफ बढ़ती मोदी सरकार

इन्द्रेश मैखुरी
बीते 30 सितंबर को लगभग सभी अंग्रेजी पत्र-पत्रिकाओं ने एक खबर प्रकाशित की. उक्त खबर के अनुसार भारतीय सेना ने रक्षा मंत्रालय को सौंपी रिपोर्ट...
ख़बर

बिहार चुनाव : भाकपा माले शिक्षा, रोजगार और मुकम्मल भूमि सुधार के मुद्दे को प्रमुखता से उठाएगी

समकालीन जनमत
पटना। भाकपा माले बिहार विधान सभा चुनाव में शिक्षा, रोजगार के साथ-साथ मुकम्मल भूमि सुधार लागू करना, खेती की नीलामी व काॅरपोरेटों की गुलामी करने...
पुस्तक

आलोक रंजन की किताब सियाहत

समकालीन जनमत
ममता सिंह सियाहत कितना अलग सा नाम है न! अधिकतर लोगों के लिए अंजाना, नया सा जबकि इससे मिलता जुलता लफ़्ज़ सियासत है जिससे देश...
देसवा

एक लड़की का सुसाइड नोट

मनोज कुमार सिंह
( पत्रकार मनोज कुमार के साप्ताहिक कॉलम ‘देसवा’ की दसवीं क़िस्त  ) पांच वर्ष पहले सितम्बर महीने की नौ तारीख को गोरखपुर-बड़हलगंज मुख्य मार्ग पर...
जनमत

हाथरस गैंगरेप : बलात्कार से इंकार कर योगी सरकार किसको बचाना चाहती है ?

इन्द्रेश मैखुरी
हाथरस बलात्कार केस में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के प्रशासनिक और पुलिस अफसरों की भूमिका बेहद संदेहास्पद है. हाथरस के जिलाधिकारी प्रवीण कुमार...
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