समकालीन जनमत

Author : बलभद्र

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बलभद्र कवि हैं और जन संस्कृति मंच से जुड़े हुए हैं।
कहानी

सदय के कहानी-संग्रह ‘ मनसा ‘ प कुछ बात 

बलभद्र
किताब चाहे कवनो भाषा के होखे, पढ़े के जरूरत हमेशा बनल रहेला। जब जब पढ़ल जाई, कुछ ना कुछ बात जरूर कहे जोग निकल आई।...
स्मृति

राजकुमार : जब तक जिया रंग भरते जिया

बलभद्र
पहले राकेश दिवाकर गए और अब राजकुमार सिंह। ये दो दो आघात बहुत भारी हैं। लगभग एक साल कैंसर से जूझते हुए राजकुमार सिंह का...
कविता

शिवनंदन कवि आ उनकर दूगो गीत

बलभद्र
भोजपुर के बड़हरा ब्लॉक में एगो गाँव बा मौजमपुर। एहिजा के रहलें एगो शिवनंदन कवि। उनकर एगो कविता बा जवना में पत्थल-पानी परला के चलते...
कविता

‘मोह’ के कवि हरिराम द्विवेदी

बलभद्र
हरिराम द्विवेदी भोजपुरी कविता का एक सुपरिचित नाम है। 12 मार्च 1936 को जन्मे 85 पार के द्विवेदी जी भोजपुरी साहित्य-जगत में किसी परिचय के...
कविता

बरसात की आस और वसंत की आगवानी का कवि नरेंद्र

बलभद्र
10 मार्च 1989 को बिहार के कोने-कोने से आए हजारों-हजार गरीब-गुरबों से पटना का गाँधी मैदान सुसज्जित था। लाल-लाल झंडे लहरा रहे थे और ‘आई....
शख्सियत

शम्भु बादल : जितने सहृदय उतने ही प्रतिबद्ध कवि

बलभद्र
शम्भु बादल हिन्दी के एक वरिष्ठ जनधर्मी कवि हैं। उनकी एक काव्य पुस्तक है ‘पैदल चलने वाले पूछते हैं’। कविता की यह उनकी पहली किताब...
स्मृति

विजय दिवस : बाबू कुँवर सिंह तेगवा बहादुर

बलभद्र
फगुआ के दिन ढोल-झाल के साथ लोग ताल ठोका करते थे। बारह बजे के बाद सेवक काका (रामसेवक सिंह) के दुआर पर लोग जमा होने...
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