समकालीन जनमत

Month : June 2018

शख्सियतस्मृति

भुलाए नहीं भूलेगा यह दिन

समकालीन जनमत
कमरे में चौकी पर बैठे थे नागार्जुन. पीठ के पीछे खुली खिड़की से जाड़े की गुनगुनी धूप आ रही थी. बाहर गौरैया चहचहा रही थी....
ख़बर

रोजगार मांगे इंडिया आन्दोलन : बेरोजगार युवाओं ने आरा में विरोध मार्च निकाला

रोजगार मांगे इंडिया आन्दोलन के तहत 29 जून को सैकडों बेरोजगार युवाओं ने महाराजा कॉलेज से जैन कॉलेज फिर वहां से आरा रेलवे स्टेशन तक...
जनमत

देवदरबार जागीर मठ और पाकिस्तानी मुरीद

समकालीन जनमत
बणदेवनाथ जी का कहना था कि आमतौर पर दोनों मुल्क के लोग बहुत प्रेमी है बस बहुत कम लोग है जो हमलोगों के बीच नफरत...
कविताजनमतसाहित्य-संस्कृति

कबीर और नागार्जुन की जयंती से जन एकता सांस्कृतिक यात्रा आरम्भ

समकालीन जनमत
बेगूसराय. आज ज्येष्ठ पूर्णिमा दिनांक 28/06/2018 को जन संस्कृति मंच की ओर से कबीर और आधुनिक कबीर नागार्जुन की सम्मिलित जयंती मनायी गयी। इस जयंती...
ख़बर

मोदी-योगी सरकार की वादाखिलाफी का जवाब जनता 2019 के चुनाव में देगी : माले

समकालीन जनमत
लखनऊ, 26 जून। केंद्र की चार साल पुरानी नरेंद्र मोदी सरकार देशवासियो से किये वादों को पूरा करने में नाकाम साबित हुई है। यही हाल...
कविताग्राउन्ड रिपोर्टजनमतसाहित्य-संस्कृति

अनुपम सिंह की कविताओं पर जसम की घरेलू गोष्ठी की रपट

राम नरेश राम
अनुपम की कविताएँ अपने वक्त, अपने समाज और अपनी काया के अनुभव से उपजी हुई कविताएँ हैं- योगेंद्र आहूजा पिछली 23 जून 2018 को जसम...
कविताजनमतसाहित्य-संस्कृति

‘समय है सम्भावना का’ : सत्ता के मौन की पहचान है

राम नरेश राम
जगदीश पंकज जी का कविता संग्रह ‘समय है सम्भावना का’ इसी वर्ष आया है. जगदीश पंकज जी नवगीतकार हैं. दलित साहित्य में नवगीत की कोई...
कविता

महेश्वर स्मृति आयोजन में युवा कवि अदनान कफ़ील दरवेश और विहाग वैभव का काव्य पाठ

समकालीन जनमत
महेश्वर चाहते थे कि कवि-लेखकों और जनता के बीच कम से कम दूरी हो: आलोक धन्वा महेश्वर की लड़ाई को आगे बढ़ाने की जरूरत है:...
ख़बर

मोदी दोबारा सत्ता में नहीं आने वाले – राकेश सिंघा

कामरेड राकेश सिंघा का कहना था कि हिमांचल में वामपंथ आगे बढ़ सकता है तो देश के दूसरे हिस्से में भी यह संभव है। वित्तीय...
जनमतशख्सियत

खैनी खिलाओ न यार! /उर्फ / मौत से चुहल (सखा, सहचर, सहकर्मी, कामरेड महेश्वर की एक याद)

रामजी राय
अपने प्रियतर लोगों- कृष्णप्रताप (के.पी.), गोरख, कामरेड विनोद मिश्र, महेश्वर पर चाहते हुए भी आज तक कुछ नहीं लिख सका। पता नहीं क्यों? इसकी वज़ह...
इतिहास

उनसे झुकने को कहा गया वो रेंगने लग गए

शालिनी बाजपेयी
मार्च 1971 में हुए चौथी लोकसभा के चुनाव अपने आप में खासे महत्वपूर्ण थे। कांग्रेस इंदिरामयी हो चुकी थी। तब मार्गदर्शक-मण्डल शब्द तो गढ़ा नहीं...
कविताजनमतसाहित्य-संस्कृति

पराजय को उत्सव में बदलती अनुपम सिंह की कविताएँ

समकालीन जनमत
(अनुपम सिंह की कविताओं को पढ़ते हुए ऐसा लगता है जैसे वे अपने साथ हमें पितृसत्ता की एक बृहद प्रयोगशाला में लिए जा रहीं हैं...
ख़बरज़ेर-ए-बहस

झारखंड के कोचांग में नुक्कड़ नाटक दल की महिलाओं के साथ हुए बलात्कार कांड पर जसम का निंदा प्रस्ताव व बयान

समकालीन जनमत
जन संस्कृति मंच झारखंड के खूंटी जिले के कोचांग में नुक्कड़ नाटक करने गईं नाटक टीम की लड़कियों के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना की...
स्मृति

विष्णु प्रभाकर : उनके पैरों में गति और कंठ में संगीत था

समकालीन जनमत
एक बार किसी ने पूछा था--‘ विष्णु जी, तुम्हें दो वरदान मांगने का अवसर मिले तो क्या मांगोगे ? ’ तुरन्त उत्तर दिया उन्होंने--‘ पैरों...
जनमत

योग दिवस, प्रधानमंत्री और पहाड़

पहाड़ में लोग जब अपने रोजमर्रा के जीवन के लिए ऐसी विकट जद्दोजहद में लगें हों तो उनके सामने कोई भी योग और योग दिवस...
ख़बर

वाराणसी में रैली कर भाकपा माले ने जनता के सवालों पर मोदी-योगी सरकार से जवाब मांगा

समकालीन जनमत
सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है. देश के भीतर आतंकवाद का मसला हो या विदेश नीति का मामला हो या विकास का मामला हो....
ज़ेर-ए-बहस

उन्नीस की बलिवेदी पर कश्मीर

आशुतोष कुमार
कश्मीर को एक बार फिर चुनावी राजनीति की बलिवेदी पर चढ़ा दिया गया है. कश्मीर की निरन्तर जारी त्रासदी का सबसे बड़ा कारण यही है...
ख़बर

भारत-पाकिस्तान में दोस्ती और शांति के लिए निकले पदयात्रियों को गुजरात पुलिस ने 4 घंटे तक हिरासत में रखा

यात्रा प्रारम्भ होने के कुछ देर बाद ही पुलिस ने 10 शांति पदयात्रियों को हिरासत में ले लिया. इनमें प्रख्यात सामाजिक कायकर्ता डॉ. संदीप पांडेय...
शख्सियतसिनेमा

जब आँख ही से न टपका तो फिर लहू क्या है !

इस ख़त की कोई भूमिका नहीं हो सकती। इरफ़ान, जिनके सिरहाने की एक तरफ़ ज़िंदगी है और दूसरी तरफ़ अंधेरा, ने आत्मा की स्याही से...
चित्रकला

कला बाजार का एक ऐतिहासिक दस्तावेज़

अशोक भौमिक
यह चित्र हालाँकि अपने ऐतिहासिकता के लिए चर्चित रहा है और अमरीका में दासप्रथा का दस्तावज है , पर साथ ही यह बिना किसी लाग...
Fearlessly expressing peoples opinion