कविताजनमत अरमान आनंद की कविताएँ भावुक बयान ही नहीं प्रतिबद्धता और बदलाव की छटपटाहट भी हैंडॉ रामायन रामJuly 21, 2019July 21, 2019 by डॉ रामायन रामJuly 21, 2019July 21, 201904262 कविता के क्षेत्र में आये हर युवतर और नए कवि का मौलिक स्वर रोमांस होता है।रुमानियत उनकी संवेदना का मूल सेंसर होता है।अपने समय की...
कविताजनमत विनोद विट्ठल की कविताएँ: स्मृति के कोलाज में समय का चेहराउमा रागJuly 14, 2019July 14, 2019 by उमा रागJuly 14, 2019July 14, 201913621 लीना मल्होत्रा प्रथम दृष्टया विनोद विट्ठल की कविताएँ सूचनाओं से भरपूर दिखती हैं, किन्तु गहरे उतरने पर उन सूचनाओं से लिपटी स्मृतियाँ, स्मृतियों में छिपे...
कविताजनमत ‘जीवन की सरलता का प्रतिनिधित्व करती हैं रविंदर की कविताएँ’समकालीन जनमतJuly 7, 2019July 7, 2019 by समकालीन जनमतJuly 7, 2019July 7, 201902894 आलोक रंजन रविंदर कौर सचदेवा की कविताएँ सरलता को स्थापित करने के संघर्ष की कविताएँ हैं जो पहचान , प्रेम और दुनियादारी के अलग अलग...
कविताजनमत जीने की जगह तलाशतीं सविता भार्गव की कविताएँसमकालीन जनमतJune 30, 2019June 30, 2019 by समकालीन जनमतJune 30, 2019June 30, 20195 3894 अनुपम सिंह आजकल जब भी समय मिलता है ,कविताएँ लिखने से अधिक कविताओं के विषय में सोचती हूँ. कोई कविता क्यों अच्छी लगती हैं और...
कविताजनमत संघर्ष और जीवट का कवि प्रभातसमकालीन जनमतJune 16, 2019June 16, 2019 by समकालीन जनमतJune 16, 2019June 16, 201914035 चरण सिंह पथिक हिंदी कविता की युवा पीढ़ी में कुछ ऐसे नाम हैं जो अपनी अलग कहन के लिए जाने जाते हैं। उनमें से प्रभात...
कविताजनमत ‘मिथिलेश की कविताएँ हमारे समय के आसन्न खतरों के प्रति आगाह करती हैं’समकालीन जनमतMay 12, 2019May 12, 2019 by समकालीन जनमतMay 12, 2019May 12, 201903761 निरंजन श्रोत्रिय युवा कवि मिथिलेश कुमार राय की कविताएँ छोटे-छोटे वाक्य विन्यास के जरिये कविता का वह संसार रचती है जो बहुत सहज और आत्मीय...
कविता चंदन सिंह की कविताएँ अपने प्राथमिक कार्यभार की ओर लौटती कविताएँ हैंसमकालीन जनमतMarch 31, 2019April 1, 2019 by समकालीन जनमतMarch 31, 2019April 1, 201912734 आशीष मिश्र चन्दन सिंह कविता से प्राथमिक काम लेने वाले कवि हैं। इस दौर में जब कविता के मत्थे ही सारी जिम्मेदारियाँ थोपी जा रही...
कविताजनमत बादलों में आकार की खोज: रमणिका गुप्ता की कविताईसमकालीन जनमतFebruary 17, 2019February 17, 2019 by समकालीन जनमतFebruary 17, 2019February 17, 20192 3006 बजरंग बिहारी तिवारी नारीवादी आंदोलन का दूसरा दौर था. ‘कल्ट ऑफ़ डोमिस्टिसिटी’ को चुनौती दी जा चुकी थी. राजनीति में स्त्री की उपस्थिति को औचित्यपूर्ण,...
कविता मौजूदा समय से वाबस्ता अरुणाभ की कविताएँसमकालीन जनमतDecember 23, 2018December 23, 2018 by समकालीन जनमतDecember 23, 2018December 23, 201803561 रमण कुमार सिंह अरुणाभ सौरभ हिंदी और मैथिली के प्रखर युवा कवि हैं, जो दोनों भाषाओं में न केवल समान गति से सृजनरत हैं, बल्कि...