समकालीन जनमत

Category : ज़ेर-ए-बहस

ज़ेर-ए-बहस

क्या पुरानी पेंशन व्यवस्था की वापसी की जमीन तैयार हो गई है?

आनंद प्रधान
सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन व्यवस्था का जिन्न फिर जिन्दा हो गया है. राजस्थान और फिर छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकारों ने सरकारी कर्मचारियों की पुरानी...
ज़ेर-ए-बहस

अखिल भारतीय केंद्रीय विश्वविद्यालय सामान्य प्रवेश परीक्षा के मायने

जनार्दन
शैक्षणिक सत्र 2022-23 से केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश का पैटर्न बदलने जा रहा है। अब एक सामान्य प्रवेश के माध्यम से केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश...
ज़ेर-ए-बहस

पांच राज्यों के चुनाव: लोकतंत्र और गणतंत्रात्मक भारत के समक्ष खड़े यक्ष प्रश्न

समकालीन जनमत
जयप्रकाश नारायण  2022 में हुए 5 राज्यों के चुनाव के परिणाम आ गये हैं। पंजाब में आप, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में भारतीय जनता पार्टी...
जनमतज़ेर-ए-बहस

रूस-यूक्रेन युद्ध और भारतीय छात्रों एवं नागरिकों के प्रति मोदी सरकार की आपराधिक लापरवाही

जयप्रकाश नारायण यूरेशिया का क्षेत्र इस समय भीषण साम्राज्यवादी युद्ध का इलाका बना हुआ है ।यूक्रेन पर रूसी बमबारी जारी है। मानवी क्षति से लेकर...
जनमतज़ेर-ए-बहस

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव: पांचवें चरण के बाद ध्रुवीकरण का खेल

जयप्रकाश नारायण  पिछले तीन दशक से उत्तर प्रदेश की  राजनीति एक त्रिकोण के इर्द-गिर्द घूम रही है। जो भारत की वर्ण व्यवस्था और हिंदू धर्म...
जनमतज़ेर-ए-बहस

पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव: मामूली लोगों का गैर मामूली संघर्ष- दो

जयप्रकाश नारायण 
जयप्रकाश नारायण  भारत का सबसे बड़ा राज्य होने के कारण उत्तर प्रदेश का चुनाव महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसलिए उत्तर प्रदेश के चुनाव की...
जनमतज़ेर-ए-बहस

पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव: मामूली लोगों का गैर मामूली संघर्ष- एक

जयप्रकाश नारायण 
जयप्रकाश नारायण  कोविड-19 के दो वर्ष के समय ने जहां पूंजीवादी सभ्यता की क्रूरता, बर्बरता, उसकी मनुष्य-विरोधी प्रवृत्ति को नंगा किया, वहीं इस समय ने...
जनमतज़ेर-ए-बहस

भारतीय फासीवाद, पांच राज्यों का चुनाव और दलित राजनीति की जटिलता- दो

जयप्रकाश नारायण 
जयप्रकाश नारायण  कारपोरेट हिंदुत्व गठजोड़ की ताकत से 2014 में मोदी के नेतृत्व में केन्द्र में संघ-भाजपा की  सरकार बनी। भाजपा सरकार बनते ही  कमजोर...
ज़ेर-ए-बहस

शिक्षालयों के कुछ पूर्वाग्रह                   

जनार्दन
वर्चस्वशाली समाज के विचार से शिक्षण की प्रविधि ही नहीं, उसकी भाषा और यहाँ तक कि वर्णमाला तक को भेद दिया करते हैं.  वर्चस्वशाली विचार...
ज़ेर-ए-बहस

सामाजिक न्याय दिवस पर अन्याय कथा

समकालीन जनमत
पीयूष कुमार 2007 में 20 फरवरी को UN द्वारा ‘विश्व सामाजिक न्याय दिवस’ घोषित किया गया था। हर किसी व्यक्ति को, बिना किसी भेदभाव के...
ज़ेर-ए-बहस

भारतीय फासीवाद, पांच राज्यों का चुनाव और दलित राजनीति की जटिलता

जयप्रकाश नारायण 
जयप्रकाश नारायण  पांच राज्यों के चुनाव के मध्य 16  फरवरी को  संत शिरोमणि रैदास  जयंती के दिन  भगवा लपेटे, समाजवादी चेहरा लिए, उदारवादी जनतंत्र के  ...
जनमतज़ेर-ए-बहस

बर्बादी और विषमता से निर्मित  समृद्धि  के पहाड़ पर बैठा तानाशाह

जयप्रकाश नारायण 
जयप्रकाश नारायण  भारत के बारे में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियों की तरफ से आ रही रिपोर्ट डरावनी लग रही है। एक तरफ मुट्ठी भर...
जनमतज़ेर-ए-बहस

संघ परिवार की सांस्कृतिक-आर्थिक नीति और एअर इंडिया  की घर-वापसी

जयप्रकाश नारायण  गणतंत्र दिवस को स्टार्टअप दिवस घोषित करने के बाद 27 जनवरी की सुबह एयर इंडिया की शानदार घर वापसी संपन्न हो गई। टाटा...
ज़ेर-ए-बहस

बहुजन का नया संस्करण और दलित राजनीति का असमंजस

समकालीन जनमत
आर. राम उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव सीधे सीधे दो ध्रुवों के बीच की लड़ाई के रूप में सामने आ चुका है जिसे राजनीतिक दल 80-20...
ज़ेर-ए-बहस

‘ प्रजातांत्रिक स्वतंत्रताएं सिकुड़ रही हैं ’

राम पुनियानी
 स्टेंडअप कामेडियन मुनव्वर फारूकी बंगलौर में एक परोपकारी संस्था के लिए अपना शो करने वाले थे. पूरे टिकट बिक चुके थे. फिर आयोजकों को यह...
ज़ेर-ए-बहस

संघ-सावरकर तथा भगत सिंह के राष्ट्रवाद के बीच का अंतर्विरोध और लोकतंत्र का वर्तमान संघर्ष- दो

जयप्रकाश नारायण 
जयप्रकाश नारायण भारत विभाजन और 1947 की आजादी के बाद भारत में घटित होने वाली सभी घटनाओं और उसके चरित्र  को देखने के नजरिए में...
ज़ेर-ए-बहस

संघ-सावरकर तथा भगत सिंह के राष्ट्रवाद के बीच का अंतर्विरोध और लोकतंत्र का वर्तमान संघर्ष- एक

समकालीन जनमत
जयप्रकाश नारायण भारत की अवधारणा, संविधान द्वारा निर्देशित भारतीय राष्ट्र-राज्य की अवधारणा से संघ-नीत भाजपा सरकार का टकराव सीधे-सीधे सामने आ गया है। इन अर्थों...
ज़ेर-ए-बहस

आलोचनात्मक साहित्य को सेंसर करना देश को कमजोर बनाता है:लेखक और सांस्कृतिक संगठन

समकालीन जनमत
सिलेबस से बाहर की गई रचनाओं को बहाल करे दिल्ली विश्वविद्यालय- दस संगठनों का संयुक्त बयान साम्प्रदायिक फासिस्ट शक्तियां स्वभावतः साहित्य, संस्कृति और वैज्ञानिक शिक्षा...
जनमतज़ेर-ए-बहस

किसान आन्दोलनः आठ महीने का गतिपथ और उसका भविष्य-छब्बीस

जयप्रकाश नारायण  किसान आंदोलन का भविष्य (आखिरी कड़ी) किसान आन्दोलन  को इस समय तीन मोर्चों पर संघर्ष को आगे बढ़ाना होगा। पहला मोर्चा उन्होंने 26-27...
जनमतज़ेर-ए-बहस

किसान आन्दोलनः आठ महीने का गतिपथ और उसका भविष्य-पच्चीस

जयप्रकाश नारायण    किसान आंदोलन के नौ महीने, उपलब्धियां, चुनौतियां और संभावनाएं। किसान आंदोलन के तरफ से 9 महीने पूरे होने पर सिंघू बॉर्डर पर...
Fearlessly expressing peoples opinion