समकालीन जनमत

Tag : नक्सलबाड़ी

शख्सियत

हम लड़ेंगे कि लड़ने के बगैर कुछ भी नहीं मिलता

समकालीन जनमत
सुशील सुमन पाश से हमारा पहला परिचय ‘हम लड़ेंगे साथी’ कविता से हुआ। एक कविता-पोस्टर पर पहली बार इस कविता की कुछ काव्य-पंक्तियाँ पढ़ने को...
कविता

धूमिल की ‘नक्सलबाड़ी’

गोपाल प्रधान
धूमिल की यह कविता उनके पहले काव्य संग्रह ‘संसद से सड़क तक’ में कुल चार पृष्ठों में प्रकाशित है । संग्रह से पहले 1967 में...
साहित्य-संस्कृति

नक्सलबाड़ी आंदोलन और भारतीय साहित्य

गोपाल प्रधान
भारतीय साहित्य के इतिहास में नक्सलवादी आंदोलन का एक विशेष स्थान है. सामाजिक-राजनीतिक आंदोलन के साथ साहित्य में भी नक्सल धारा की उपस्थिति बनी हुई...
स्मृति

‘वे दर्ज होंगे इतिहास में/पर मिलेंगे हमेशा वर्तमान में/लड़ते हुए/और यह कहते हुए कि/स्वप्न अभी अधूरा है

समकालीन जनमत
भारतीय जनता के महानायक और भाकपा माले के संस्थापक महासचिव कामरेड चारू मजूमदार की 46 वें शहादत दिवस को लखनऊ के लेनिन पुस्तक केन्द्र में...
ख़बर

भाकपा (माले) के वरिष्‍ठ नेता कामरेड डी.पी. बख्‍शी का निधन

समकालीन जनमत
पार्टी के वरिष्‍ठतम सदस्‍यों में एक कामरेड बख्‍शी नक्‍सलबाड़ी और कामरेड चारु मजूमदार के आह्वान पर साठ के दशक में दुर्गापुर रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के...
शख्सियत

कॉमरेड कुंती देवी : क्रांतिकारी महिला आंदोलन का चेहरा

समकालीन जनमत
  संतोष सहर, कवि एवं संस्कृति कर्मी पिछले साल मई माह के आखिरी दिनों मैं जहानाबाद में था। हमारी पार्टी भाकपा-माले के दिवंगत महासचिव कामरेड...
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