समकालीन जनमत

Category : जनमत

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गन्ना मिल मालिक, सरकार और किसान- एक

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जयप्रकाश नारायण  महाराष्ट्र के बाद उत्तर प्रदेश गन्ना उत्पादन में दूसरा बड़ा राज्य है। यूपी में लगभग 120 चीनी मिलें हैं। जिसमें अधिकांश अब निजी...
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खिरियाबाग़ आंदोलन : महिलाओं की तनी मुठ्ठी में बहुत ताकत दिख रही है

रूपम मिश्र
उसी देश में जहाँ भरी सभा में द्रौपदी का चीर खींच लिया गया सारे महारथी चुप रहे उसी देश में मर्द की शान के ख़िलाफ़...
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ब्राजील में लूला की जीत के मायने

जयप्रकाश नारायण  लैटिन अमेरिका के सबसे बड़े मुल्क ब्राजील में एक जनवरी को राष्ट्रपति के रूप में लूला डिसिल्वा ने शपथ ली। उनकी विजय  सैन्य...
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शीतयुद्ध की वापसी

गोपाल प्रधान
हाल में ही खबर आयी कि इंडोनेशिया में मार्क्सवाद को गैरकानूनी बना दिया गया है। सरकार के इस कदम के विरोध में वाम प्रकाशकों ने...
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नोटबंदी : सरकार और रिजर्व बैंक को असहमति के आदेश को जरूर पढ़ना चाहिए

समकालीन जनमत
( यह संपादकीय “द इंडियन एक्सप्रेस” में प्रकाशित हुई है। समकालीन जनमत के पाठकों के लिए दिनेश अस्थाना ने इसका हिंदी अनुवाद किया है )...
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बेतिया में पर्चाधारी महिलाओं पर गोलीबारी की घटना के दोषियों पर कठोर कार्रवाई करे सरकार-एनएपीएम 

समकालीन जनमत
पटना। जन आंदोलनो का राष्ट्रीय समन्वय (एनएपीएम) ने 24 दिसम्बर को बेतिया जिले के नौतन प्रखण्ड, थाना जगदीशपुर के नकटी पटेरवा में पर्चाधारी  महिलाओं पर...
जनमत

मौलाना आजाद फैलोशिप बंद : शिक्षा में पहले से ही पिछड़े मुसलमानों के लिए नई मुसीबत

राम पुनियानी
यूपीए-1 सरकार द्वारा 2005 में नियुक्त सच्चर समिति की रपट सन् 2006 में जारी हुई थी. इस रपट के अनुसार देश में मुसलमान, सामाजिक और राजनैतिक जीवन के हर क्षेत्र में...
जनमतसाहित्य-संस्कृति

हिंदी जातीयता के निर्माण का सवाल और निराला

दुर्गा सिंह
निराला बंगाली जातीयता से प्रभावित थे। ब्रह्म समाज, रामकृष्ण परमहंस, देवेन्द्र नाथ टैगोर, रवीन्द्र नाथ  टैगोर, विवेकानंद  के अलावा बंगाल के इस जागरण में जितने...
जनमतज़ेर-ए-बहस

काशी-तमिल संगमम और राजीव गांधी के हत्यारे की रिहाई

जयप्रकाश नारायण 
जयप्रकाश नारायण  दो-तीन दिन से यह खबर प्राथमिकता में चल रही है, कि बनारस में एक महीने तक तमिल संस्कृति की विशेषताओं को रेखांकित करता...
जनमत

‘प्रेम’ नवीन रांगियाल की कविताओं का अर्क है

समकालीन जनमत
 गीत चतुर्वेदी नवीन रांगियाल की कविताएँ पढ़ते हुए प्राचीन संस्कृत काव्यशास्त्र की सहज स्मृति हो जाती है। नवीन अपनी कविता में हर अक्षर, हर शब्द...
जनमत

आर्थिक आधार पर आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण, संविधान की मूल भावना के विपरीत-दीपंकर भट्टाचार्य

पटना। भाकपा-माले की पटना में पोलित ब्यूरो की चल रही बैठक को संबोधित करते हुए माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि आर्थिक रूप से...
जनमत

जसम सम्मेलन के बहाने कुछ बातें

दिवाकर मुक्तिबोध बस्तर के आदिवासियों के हितों के लिए वर्षों से संघर्षरत सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु कुमार ने जन संस्कृति मंच के राष्ट्रीय सम्मेलन में जो...
जनमतशख्सियत

हिन्दी भाषी उत्तर भारत में पेरियार की धमक के मायने

जयप्रकाश नारायण 
जयप्रकाश नारायण  जिस समय 19वीं सदी के आखिरी चौथाई के नायक कारपोरेट हिंदुत्व गठजोड़ के हमलों के दायरे में हैं। ऐसे समय में 1879 में...
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क्या ब्राज़ील में लूला और लेफ्ट की वापसी होगी ?

आनंद प्रधान
आज दक्षिण अमेरिका के सबसे बड़े देश- ब्राज़ील का स्वतंत्रता दिवस है. यह उसका 200वां स्वतंत्रता दिवस है. ब्राजील पुर्तगाल का उपनिवेश था. उसने 7 सितम्बर...
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10, डाउनिंग स्ट्रीट में कितने दिन की मेहमान हैं लिज़ ट्रस ?

आनंद प्रधान
तीसरी महिला प्रधानमंत्री के रूप में 10, डाउनिंग स्ट्रीट में कदम रख रहीं लिज़ ट्रस एक बहुत मुश्किल वक्त में ब्रिटेन की कमान सँभालने जा...
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डोलो 650 स्कैंडल : देशी दवा कंपनी के खिलाफ साज़िश या सड़ती हुई चिकित्सा व्यवस्था का लक्षण ?

आनंद प्रधान
कोरोना महामारी के दौरान मरीजों के इलाज के लिए कई दवाएं और मल्टी-विटामिनों के साथ देशी नुस्खे सुर्ख़ियों में रहे. उनमें ही बुख़ार और शरीर...
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सावन वाइब्स- कांवड़ यात्रा के हवाले से

समकालीन जनमत
तूलिका तीर्थ यात्राओं के महात्म्य से शायद ही कोई धर्म अछूता रहा हो। अगर तीर्थ यात्रा के इर्द गिर्द की बतकही या किवदंतियों से अंदाजा...
कहानीजनमतसाहित्य-संस्कृति

निराला, आजादी का आन्दोलन और कला की रूप-रेखा

निराला आजादी के लिए चल रहे संघर्ष और आन्दोलन के दौर के प्रखर सांस्कृतिक योद्धा हैं। कविता, कहानी, उपन्यास, निबन्ध आदि विधाओं में उनके लेखन...
जनमतशख्सियतसाहित्य-संस्कृति

प्रकृति की स्वाधीनता से मनुष्य की स्वाधीनता की तलाश

राम नरेश राम
राम नरेश राम  त्रिलोचन की कविताओं पर लिखना है , समझ में नहीं आ रहा है कहाँ से और कैसे शुरू करूँ. उचित तो शायद...
जनमत

क्या हम बहुराष्ट्रीय तेल कंपनियों की क्लाइमेट चेंज को नकारने की पीआर कैम्पेन की कीमत चुका रहे हैं ?

आनंद प्रधान
कार्पोरेट पीआर और लाबीइंग की ताकत से सभी वाकिफ़ हैं. उम्मीद है आप नीरा राडिया को भूले नहीं होंगे. लेकिन आज हम अमेरिकी पीआर कंपनी-...
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