साहित्य-संस्कृति भोजली : मित्रता और प्रकृति के प्रति समर्पण की मिसालसमकालीन जनमतSeptember 1, 2023September 1, 2023 by समकालीन जनमतSeptember 1, 2023September 1, 20230121 पीयूष कुमार लोकसंस्कृति के मूल में प्रकृति के प्रति कृतज्ञता और उसके मानवीय एकीकरण की भावना की जलधारसंचरित रहती है। छत्तीसगढ़ में इसी तरह का...
शख्सियत 104 की अमृता: आशिक और अदीब मरते कहाँ हैंसमकालीन जनमतSeptember 1, 2023September 1, 2023 by समकालीन जनमतSeptember 1, 2023September 1, 2023044 पीयूष कुमार 2023 में अमृता एक सौ चार की हुईं। इस फानी दुनिया को तो उनके जिस्म ने 2005 में विदा कहा था पर आशिक...
कविता सच के रास्तों ने दुर्गम ही बनाया है जीवन को : ज्योति चावला की कविताएँसमकालीन जनमतAugust 13, 2023August 13, 2023 by समकालीन जनमतAugust 13, 2023August 13, 20230148 अनुपम त्रिपाठी ‘यह उनींदी रातों का सफर है’ ज्योति चावला का नया कविता संग्रह है। इस संग्रह में उनकी पचास कविताएँ संकलित हैं जोकि उनके...
ख़बर संयुक्त किसान मोर्चा ने क्रांति दिवस पर किया प्रदर्शनसमकालीन जनमतAugust 9, 2023August 9, 2023 by समकालीन जनमतAugust 9, 2023August 9, 2023058 मऊ संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय आवाहन पर मऊ के किसान और खेतिहर मजदूर संगठनों ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की चली...
ख़बर क्रांति दिवस पर वामदलों ने निकाला जुलूससमकालीन जनमतAugust 9, 2023August 9, 2023 by समकालीन जनमतAugust 9, 2023August 9, 2023049 आज़मगढ़ 9 अगस्त, क्रांति दिवस के अवसर पर वामदलों के तरफ से आज़मगढ़ नरौली प्राइवेट बस स्टैंड से आज़मगढ़ रिक्शा स्टैंड तक मार्च निकाला गया।...
कविता नरेश अग्रवाल की कविताएँ जनता के संघर्षों की सहचरी हैंसमकालीन जनमतAugust 6, 2023August 6, 2023 by समकालीन जनमतAugust 6, 2023August 6, 20230106 विपिन चौधरी यह संसार आश्चर्य से भरा हुआ है लेकिन अभी तक सभी आश्चर्य खोजे नहीं जा सके हैं. मगर दुख खोज लिए गए हैं।...
जनमतसाहित्य-संस्कृति प्रेमचंद आज होते तो ‘ठाकुर का कुआं’ न लिखकर ‘ठाकुर की कुर्सी’ कहानी लिखतेसमकालीन जनमतAugust 2, 2023August 2, 2023 by समकालीन जनमतAugust 2, 2023August 2, 20230140 आज़मगढ़ प्रेमचंद जयंती के अवसर पर 31 जुलाई 2023 को आज़मगढ़ के रैदोपुर स्थित राहुल चिल्ड्रेन एकेडमी में एक गोष्ठी का आयोजन हुआ। गोष्ठी का...
जनमत अमेरिका में एफर्मेटिव एक्शन की वापसी: कोटा, विविधता और विपन्नतासमकालीन जनमतAugust 1, 2023September 9, 2023 by समकालीन जनमतAugust 1, 2023September 9, 2023069 अरुंधति काटजू समानता बनाम विविधता इस निर्णय का प्रभाव केवल विश्वविद्यालयों तक सीमित नहीं रह गया है। अश्वेत लोगों और महिलाओं को नियुक्तियों में लाभ...
कविता विमलेश त्रिपाठी की कविताएँ हमारे समय में अभिव्यक्ति पर मंडराते ख़तरों की शिनाख़्त करती हैंसमकालीन जनमतJuly 30, 2023July 30, 2023 by समकालीन जनमतJuly 30, 2023July 30, 20230102 राजेश जोशी विमलेश की कविताएँ इस समय की कविता की सबसे बड़ी उलझन की ओर संकेत करती हैं। प्रोद्यौगिकी ने समय की गति को इतना...
ख़बरजनमत मणिपुर की घटना पर नागरिकों ने किया मार्चसमकालीन जनमतJuly 24, 2023July 24, 2023 by समकालीन जनमतJuly 24, 2023July 24, 2023082 आज़मगढ़। मणिपुर की घटना को लेकर विपक्षी राजनीतिक दल और नागरिक मंच के तरफ से कुंवर सिंह उद्यान से मार्च निकाला गया। मार्च मे लोग,...
कविता ललन चतुर्वेदी की कविताएँ अमानवीकरण के ख़िलाफ़ प्रतिरोध हैंसमकालीन जनमतJuly 23, 2023July 23, 2023 by समकालीन जनमतJuly 23, 2023July 23, 20230119 वसु गंधर्व कविता जीवन के भुलाए जा रहे ज़रूरी सत्यों का स्मरण भी है। यह एक प्रतिसंसार का आह्वान भी है जहाँ उस करुणा की...
कविता मुन्नी गुप्ता की कविताएँ अपने समय की पीड़ा और परिदृश्य के सच को उजागर करती हैंसमकालीन जनमतJuly 16, 2023July 16, 2023 by समकालीन जनमतJuly 16, 2023July 16, 20230114 निरंजन श्रोत्रिय समकालीन युवा काव्य परिदृश्य में मुन्नी गुप्ता एक दस्तक देता हुआ नाम है। उनकी कविताओं में व्यंग्य और कटाक्ष छितरा हुआ है लेकिन...
जनमतज़ेर-ए-बहस यूनिफ़ार्म सिविल कोड: मामला नीयत का हैसमकालीन जनमतJuly 16, 2023January 14, 2024 by समकालीन जनमतJuly 16, 2023January 14, 20240128 जी.एन. देवी एक अनीश्वरवादी के लिए जो विचार ईश्वर का है, वही भारत के लिए यूनिफ़ार्म सिविल कोड के प्रस्ताव का है। स्वयं में यह...
कविता भास्कर लाक्षाकार की कविताएँ जीवन अनुभवों से निर्मित मनुष्य की स्पोन्टेनिटी से सृजित हैंसमकालीन जनमतJuly 9, 2023July 9, 2023 by समकालीन जनमतJuly 9, 2023July 9, 20230135 निरंजन श्रोत्रिय क्या यह संभव है कि किसी कवि को अपने समय-समाज के तापमान का सम्यक ज्ञान हो, उसकी कविता विचार और भावनाओं से समृद्ध...
पुस्तक स्त्रियाँ अब प्रेम नहीं करतीं’: पुरुषसत्तात्मक समाज में स्त्रियों के सवाल उठाता कविता संग्रहसमकालीन जनमतJuly 2, 2023July 2, 2023 by समकालीन जनमतJuly 2, 2023July 2, 20230192 राजेश पाल मूर्तिकार, कवि, कथाकार व दलित चिंतक हीरालाल राजस्थानी का काव्य संग्रह “मै साधु नहीं” के बाद “स्त्रियाँ अब प्रेम नहीं करती” दूसरा कविता संग्रह हैं...
कविता अमन त्रिपाठी की कविताएँ ‘सेन्स ऑफ़ बिलॉन्गिंग’ से उपजी हैं। समकालीन जनमतJuly 2, 2023July 2, 2023 by समकालीन जनमतJuly 2, 2023July 2, 20230225 वर्तिका पढ़ाई से इंजीनियर अमन , समर्थ अनुवादक और कवि के तौर पर सक्रिय हैं। शहर देखने, प्रेम में रहकर प्रेम न कर पाने के...
जनमत नीरो की बांसुरीसमकालीन जनमतJune 25, 2023June 25, 2023 by समकालीन जनमतJune 25, 2023June 25, 2023039 दिनेश अस्थाना उ0प्र0 के गोंडा से भाजपा के बाहुबली सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के सर्वेसर्वा ब्रजभूषण शरण सिंह की महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न...
कविता वंदना पराशर की कविताएँ शब्द एवं संवाद बचाने की कोशिश हैंसमकालीन जनमतJune 25, 2023June 25, 2023 by समकालीन जनमतJune 25, 2023June 25, 20230147 वंदना मिश्रा समकालीन कविता में अपना स्थान सुरक्षित कर चुकी ‘वंदना पाराशर’ की कविताएँ किसी परिचय की मोहताज नहीं. वंदना उन लोगों में से हैं...
कविता श्रीधर करुणानिधि की कविताएँ जटिल और क्रूर समय को व्यंजित करती हैंसमकालीन जनमतJune 18, 2023June 18, 2023 by समकालीन जनमतJune 18, 2023June 18, 2023075 योगेश प्रताप शेखर श्रीधर करुणानिधि के दो कविता–संग्रह प्रकाशित हुए हैं | ‘खिलखिलाता हुआ कुछ’ और ‘पत्थर से निकलती कराह’ | उन का पहला कविता...
कविता डोरियन लाउ की कविताएँ मानवता के अंतर्विरोधों को रेखांकित करती हैंसमकालीन जनमतJune 11, 2023June 11, 2023 by समकालीन जनमतJune 11, 2023June 11, 2023092 रंजना मिश्र 10 जनवरी, 1952 को जन्मी डोरियन लाउ/ लॉक्स के अब तक छह कविता संग्रह प्रकाशित हैं। वे यूनिवर्सिटी ऑफ़ ऑर्गोन में रचनात्मक लेखन...