कविता अभिनव निरंजन की कविताएँ एक घर्षण हैं जिसके ताप से कवि अपने समय का बुख़ार नापता हैसमकालीन जनमतJanuary 31, 2021January 31, 2021 by समकालीन जनमतJanuary 31, 2021January 31, 202101754 निरंजन श्रोत्रिय युवा कवि अभिनव निरंजन अपनी कविताओं में रूपकों, स्थितियों एवं दृश्यों का विभेदन कर उसमें से कविता अर्जित करते हैं। उनके लिए ये...
ग्राउन्ड रिपोर्ट दिल्ली की सीमा पर इतिहास रचता किसान आंदोलनओंकार सिंहJanuary 31, 2021January 31, 2021 by ओंकार सिंहJanuary 31, 2021January 31, 202101981 ( सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के बीच पाँच दिन रह कर लौटे गोरखपुर के पत्रकार ओंकार सिंह की डायरी ) दिल्ली से...
जनमत किसान आंदोलन को मिली नई ऊर्जा व नई धारपुरुषोत्तम शर्माJanuary 30, 2021January 30, 2021 by पुरुषोत्तम शर्माJanuary 30, 2021January 30, 202101629 किसान आंदोलन के दमन के लिए सत्ता की साजिशों पर किसान नेता राकेश टिकैत का पलटवार भारी पड़ा है। राकेश टिकैत की 28 जनवरी को...
चित्रकला भारतीय चित्रकला परंपरा और अमृता शेरगिल अशोक भौमिकJanuary 30, 2021January 31, 2021 by अशोक भौमिकJanuary 30, 2021January 31, 202102319 अमृता शेरगिल का भारतीय कला इतिहास में सबसे बड़ा अवदान यही है कि उन्होंने पहली बार आम जन को चित्र में स्थान देते हुए चित्रों...
साहित्य-संस्कृति ‘ एक तख्तनशीं आज भी इतराया हुआ है , वो ही खुदा है सबको ये समझाया हुआ है ’समकालीन जनमतJanuary 30, 2021January 30, 2021 by समकालीन जनमतJanuary 30, 2021January 30, 202102010 गोरख स्मृति आयोजन के दूसरे दिन सत्रह कवियों और शायरों ने अपनी रचनाओं का पाठ किया पटना. ‘‘ किसान की मेहनत के महत्व का सम्मान...
शख्सियत कविता की मुक्ति और मुक्ति की कविताः गोरख पाण्डेय का काव्यप्रणय कृष्णJanuary 29, 2021January 27, 2024 by प्रणय कृष्णJanuary 29, 2021January 27, 202402523 (सन् 2005 में ‘ समय का पहिया ‘ शीर्षक से प्रकाशित गोरख पाण्डेय की चुनिंदा कविताओं के संकलन की भूमिका के रूप में लिखे इस...
जनमत गोरख पाण्डेय की कविता ‘समझदारों का गीत’समकालीन जनमतJanuary 29, 2021February 9, 2021 by समकालीन जनमतJanuary 29, 2021February 9, 20210501 समकालीन जनमत पर आज सुनिये जनकवि गोरख पाण्डेय(1945-29 जनवरी 1989) के स्मृति दिवस पर उनकी लिखी कविता ‘समझदारों का गीत’ वीडियो सम्पादन और आवाज़:...
कविता गोरख पाण्डेय की कविता ‘बन्द खिड़कियों से टकराकर’ समकालीन जनमतJanuary 29, 2021January 27, 2024 by समकालीन जनमतJanuary 29, 2021January 27, 20240729 समकालीन जनमत पर आज सुनिये जनकवि गोरख पाण्डेय(1945-29 जनवरी 1989) के स्मृति दिवस पर उनकी लिखी कविता ‘बन्द खिड़कियों से टकराकर’ ...
कविता गोरख पाण्डेय की ग़ज़ल ‘ रफ़्ता-रफ़्ता नज़रबंदी का जादू घटता जाए है ’समकालीन जनमतJanuary 29, 2021January 29, 2021 by समकालीन जनमतJanuary 29, 2021January 29, 202101254 समकालीन जनमत पर आज सुनिये जनकवि गोरख पाण्डेय(1945-29 जनवरी 1989) के स्मृति दिवस पर उनकी लिखी ग़ज़ल ‘रफ़्ता रफ़्ता नज़रबंदी का जादू घटता जाए है’...
साहित्य-संस्कृति किसान की आंखों से दुनिया को देखते हैं बलभद्रसमकालीन जनमतJanuary 29, 2021 by समकालीन जनमतJanuary 29, 202101666 गोरख स्मृति आयोजन के पहले दिन बलभद्र के कविता संग्रह ‘समय की ठनक’ पर परिचर्चा आयोजित हुई पटना। 5वें गोरख स्मृति आयोजन के पहले दिन...
ख़बर ‘ किसान आन्दोलन संविधान, लोकतंत्र और जन अधिकारों की रक्षा के लिए जनता के संघर्ष की आधारशिला ’समकालीन जनमतJanuary 27, 2021January 27, 2021 by समकालीन जनमतJanuary 27, 2021January 27, 202102224 नई दिल्ली। भाकपा-माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने गणतंत्र दिवस ट्रैक्टर परेड की सफलता पर किसानों को बधाई देते हुए आन्दोलन पर आन्दोलन पर दमन...
ख़बर गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर माले ने निकाला मशाल जुलूस, तीनों कृषि कानून रद्द करने की मांगसमकालीन जनमतJanuary 26, 2021 by समकालीन जनमतJanuary 26, 202101373 पटना। भाकपा-माले के राज्यव्यापी आह्वान पर तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने और एमएसपी को कानूनी दर्जा देने की मांग पर सोमवार को पूरे राज्य में...
साहित्य-संस्कृति लखनऊ में प्रतिभा कटियार की ‘ मारीना ’ : विमोचन और चर्चाकौशल किशोरJanuary 26, 2021January 26, 2021 by कौशल किशोरJanuary 26, 2021January 26, 20210907 ‘ मारीना ’ कवि-कथाकार-पत्रकार प्रतिभा कटियार की हिन्दी के पाठकों के लिए खोज है। यह उस कवि की तलाश है जो अपने देश रूस से...
सिनेमा The Social Dilemma : नए बाज़ार और शोषण के आधुनिकीकरण को उजागर करती फ़िल्मसमकालीन जनमतJanuary 25, 2021January 26, 2021 by समकालीन जनमतJanuary 25, 2021January 26, 20210619 ' The Social Dilemma' वर्तमान समय में सोशल मीडिया की लत, सर्विलांस कैपिटलिज़्म, data-mining, सोशल मीडिया का राजनीतिक ध्रुवीकरण में इस्तेमाल, बढ़ते मानसिक रोग, आत्महत्याओं...
कविता उम्मीद की दूब के ज़िंदा रहने की कामना से भरी ज्योति रीता की कविताएँसमकालीन जनमतJanuary 24, 2021January 24, 2021 by समकालीन जनमतJanuary 24, 2021January 24, 202101799 कुंदन सिद्धार्थ “जब धरती पर सारी संवेदनाएँ समाप्ति पर होंगी तब बचा लेना प्रेम अपनी हथेली पर कहीं जब धरती बंजरपन की ओर अग्रसर...
ज़ेर-ए-बहस किसानों का साथ देने सड़कों पर उतरे लेखक और बुद्धिजीवीसुशील मानवJanuary 23, 2021January 24, 2021 by सुशील मानवJanuary 23, 2021January 24, 202101623 आज किसान आंदोलन को दो महीने (60 दिन) पूरे हो गये। इत्तेफाक से आज स्वतंत्रता संग्राम में ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ़ सशस्त्र जंग छेड़ने वाले...
सिनेमा पाताललोकः सत्ता के षड्यंत्रकारी चरित्र को लक्षित करती वेब श्रृंखलादुर्गा सिंहJanuary 22, 2021January 23, 2021 by दुर्गा सिंहJanuary 22, 2021January 23, 202101479 ‘पाताललोक‘ अमेज़न प्राइम वीडियो पर आयी वेब श्रृंखला है। पिछले वर्ष मई में प्रसारित हुई यह श्रृंखला अपराध की छिपी हुई दुनिया और उसकी हकीकत...
ज़ेर-ए-बहस सांप्रदायिक राजनीतिक अभियान का हिस्सा है बाबा खान की याद में बने अस्पताल का नाम बदलनासमकालीन जनमतJanuary 22, 2021 by समकालीन जनमतJanuary 22, 202101472 राम पुनियानी हाल में हरियाणा के मुख्यमंत्री एम.एल. खट्टर की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि हरियाणा सरकार ने फरीदाबाद के खान...
चित्रकला ‘ आ रहा फावड़ा लिए समय का यह किसान , जो तुझे काटकर मुझे पाटकर भर देगा ’समकालीन जनमतJanuary 22, 2021January 22, 2021 by समकालीन जनमतJanuary 22, 2021January 22, 20210578 तुम देखोगे सामने तुम्हारे आँखों के, खलता की खेती हरी तुम्हारी डूबेगी/आ रहा फावड़ा लिए समय का यह किसान, जो तुझे काटकर मुझे पाटकर भर...
दुनिया पूंजीवाद के उदय और विकास की कहानी हदास थिएर की जुबानीगोपाल प्रधानJanuary 22, 2021January 22, 2021 by गोपाल प्रधानJanuary 22, 2021January 22, 202102807 सबसे पहले वे इस झूठ का भंडाफोड़ करती हैं कि पूंजीवाद कोई स्वाभाविक या शाश्वत चीज है । जो भी लोग ऐसा मानते हैं उनका...