समकालीन जनमत

Category : जनमत

जनमतशख्सियत

मृणाल सेन: समानांतर सिनेमा के एक स्तंभ का अवसान

समकालीन जनमत
अभिषेक मिश्र क्या होता है जब एक परिवार की अकेली कमाने वाली स्त्री, जिसपर उसके माता-पिता, भाई-बहन सभी आश्रित है एक रात घर नहीं लौटती!...
जनमत

जब एक कुलपति ने शर्मिन्दा किया

समकालीन जनमत
सदानन्द शाही वाकया 28 दिसम्बर 2018 का है. गाजीपुर के स्व सत्यदेव सिंह कालेज में उच्च शिक्षा की चुनौतियों पर सेमिनार था। उदघाटन सत्र में...
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नसीरूद्दीन शाह को गुस्सा क्यों आता है ?

राम पुनियानी
किसी भी प्रजातांत्रिक समाज के स्वस्थ होने का एक महत्वपूर्ण पैमाना यह है कि उसमें अल्पसंख्यक स्वयं को कितना सुरक्षित महसूस करते हैं। उतना ही...
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जहाँ केवल मूर्ति पूजी जाएगी वहाँ जनता भूख से मरेगी

समकालीन जनमत
 नित्यानंद गायेन बीते 11 अक्टूबर को जारी ग्लोबल हंगर इंडेक्स (जीएचआई) के रिपोर्ट के अनुसार भाजपा शासित झारखंड राज्य की आधी से अधिक आबादी भुखमरी...
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भारत में राजनीतिक बदलाव का वाहक बनता किसान

पुरुषोत्तम शर्मा
घाटे की खेती के कारण पिछले डेढ़ दशक के दौरान साढ़े तीन लाख से ज्यादा किसानों की आत्महत्या और क्रूर सरकारी दमन के बाद संगठित...
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सांस्कृतिक योद्धा भिखारी ठाकुर

आशीष त्रिवेदी …….और अब यह बहस तो चलती ही रहेगी कि नाच का आज़ादी से रिश्ता क्या है और अपने राष्ट्र गान की लय में...
जनमत

बहुत कुछ निर्भर है हिन्दी प्रदेश पर

रवि भूषण
इस सप्ताह के आरम्भ में उत्तर प्रदेश के बुलन्दशहर में हुई हिंसा (2 दिसम्बर 2018 ) को हम कैसे देखें ? क्या कोई भी घटना...
जनमत

अहसान नहीं अधिकार चाहिए: स्त्री अधिकार पर डॉ. अंबेडकर के विचार

समकालीन जनमत
डॉ. पूर्णिमा मौर्या पिछले दिनों स्त्री स्वधीनता के सन्दर्भ में सुप्रीम कोर्ट ने दंड संहिता की धारा 497 को असंवैधानिक घोषित करते हुए जो फैसला...
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भारत में स्त्री मुक्ति और डॉ. अम्बेडकर

डॉ रामायन राम
( डॉ. भीमराव अम्बेडकर की पुण्यतिथि के अवसर पर प्रस्तुत है जसम उत्तर प्रदेश के सचिव रामायन राम का स्त्री पराधीनता के इतिहास और नारी...
जनमत

6 दिसम्बर 1992 : एक फोटो जर्नलिस्ट की डायरी

समकालीन जनमत
एस. के. यादव   अयोध्या : 6 दिसंबर 1992, समय 12.10 दोपहर चार लाख उन्मादी कारसेवकों की भीड़ के बीच एक झुंड कैमरा देखते ही...
जनमत

संविधान बचेगा, तभी देश भी बचेगा

रवि भूषण
25 नवम्बर 1949 को अम्बेडकर ने संविधान सभा में अन्तिम बार अपना भाषण, समापन भाषण दिया था जिसमें उन्होंने कई ऐसी बातें कही थीं, जो...
जनमत

नई करवट लेता भारत का किसान आन्दोलन

पुरुषोत्तम शर्मा
भारत का किसान आंदोलन आज एक नई करवट ले रहा है. एक तरफ देश में सत्तासीन भाजपा देश को कारपोरेट फासीवादी शासन की दिशा में...
जनमतस्मृति

खेतिहर समाज में सक्रिय शोषक-शक्तियों की पहचान करने वाले चिंतक ज्योतिबा फुले

समकालीन जनमत
(ज्योतिराव गोविंदराव फुले (11 अप्रैल 1827-28 नवम्बर 1890 के स्मृति दिवस पर उन्हें और उनके योगदान को याद कर रहें हैं सर्वेश कुमार मौर्य)  संपादक...
जनमत

आरएसएस प्रजातांत्रिक-धर्मनिरपेक्ष भारत के लिए सब से घातक आतंरिक खतरा

समकालीन जनमत
शम्सुल इस्लाम इतिहास इस सच्चाई का गवाह है कि अनेकों बार देश और उनके राजनैतिक निज़ाम बाहरी दुश्मनों के काराण नहीं, बल्कि आतंरिक तत्वों, जो...
जनमत

भारतीय संवैधानिक अदालतें और धर्मनिरपेक्षता (भाग-2)

समकालीन जनमत
इरफ़ान इंजीनियर (पिछले अंक से जारी)   पिछले अंक में हमने यह चर्चा की कि किस प्रकार, संविधान का अनुच्छेद 26 जहां विभिन्न धार्मिक समुदायों...
कविताजनमत

स्त्री की खुली दुनिया का वृत्त हमारे समक्ष प्रस्तुत करतीं कविताएँ

उमा राग
अच्युतानंद मिश्र निर्मला गर्ग की कविताओं में मौजूद सहजता ध्यान आकृष्ट करती है. सहजता से यहाँ तात्पर्य सरलीकरण नहीं है, बल्कि सहजता का अर्थ है...
जनमत

कहानी दो फैसलों की : आसिया बीबी और सबरीमाला

राम पुनियानी
आज दोनों पड़ोसी देशों में कई मामलों मे एक-से हालात हैं। कुछ दशक पहले तक भारत का चरित्र अपेक्षाकृत लोकतांत्रिक, उदार एवं धर्मनिरपेक्ष था किंतु...
जनमत

एक तरफ ‘ स्वच्छ भारत ‘ का ढोंग दूसरी तरफ हर 3 दिन में एक सफाईकर्मी की मौत

उर्मिला चौहान पूरे देश मे सफाई कर्मचारियों की हालत दिन पर दिन और खराब होती जा रही है। विडम्बना तो ये है कि 2014 में...
कविताजनमत

घर की सांकल खोलता हुआ कवि हरपाल

उमा राग
बजरंग बिहारी   कविता जीवन का सृजनात्मक पुनर्कथन है। इस सृजन में यथार्थ, कल्पना, आकांक्षा, आशंका और संघर्ष के तत्व शामिल रहते हैं। रचनाकार अपनी प्रवृत्ति,...
जनमतज़ेर-ए-बहस

नोटबंदी से काले धन पर प्रहार भी एक जुमला ही था

इन्द्रेश मैखुरी
  दो वर्ष पूर्व आज ही के दिन यानि 8 नवंबर को रात 8 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी की घोषणा की गयी थी....
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