समकालीन जनमत

Month : September 2021

स्मृति

‘ कमला अब तारों के साथ नाच रही होंगी और उन्हीं की झंकार से नए गीत बना रही होंगी ’

कविता कृष्णन
मेरे लिए कमला से सबसे बड़ी चीज सीखने वाली ये थी कि नारीवादी और प्रगतिशील आंदोलनों को कैसे इतने सहज शब्दों में कहें, अभिव्यक्त करें...
स्मृति

महिला आंदोलन की अगुआ के रूप में हमारी स्मृतियों में हमेशा रहेंगी कमला भसीन

उमा राग
कमला भसीन का जाना समूचे नारीवादी आंदोलन और मानवाधिकार आंदोलन के लिए एक कभी न भरे जा पाने वाले वैक्यूम की तरह है। कमला भसीन...
साहित्य-संस्कृति

गोरख पांडेय : साक्षात्कारों के आईने से

समकालीन जनमत
      “ कविता और प्रेम—दो ऐसी चीज़ें हैं, जहाँ मनुष्य होने का मुझे बोध होता है.”   “कविता को दमन के ज़रिए ख़त्म...
पुस्तक

‘उड़ता बनारस’: स्थापत्य में फ़ासीवाद                                       

गोपाल प्रधान
सुरेश प्रताप की किताब ‘ उड़ता बनारस ’ हमसे वर्तमान शासन के कुछ कारनामों को गहरी निगाह से देखने की मांग करती है । पिछले...
कविता

कल्पना झा की कविताएँ जो कुछ भी सुंदर है उसे बचा ले जाने की कोशिश हैं

समकालीन जनमत
आनंद गुप्ता रंगकर्मी एवं अभिनेत्री कल्पना झा की कविताओं में स्त्री मन की गहरी समझ है. इनकी कविताओं से गुजरते हुए हम स्त्रियों के दुख...
ख़बर

दिल्ली की सड़कों पर गूंजी आशा कर्मियों की आवाज़

समकालीन जनमत
श्वेता राज दिल्ली आशा कामगार यूनियन (ऐक्टू) के बैनर तले आज राजधानी के मंडी हाउस गोल चक्कर से सैकड़ों आशाओं ने ‘आशा अधिकार मार्च’ निकाला।...
ख़बर

हाथरस बलात्कार एवं हत्या केस :  एक साल बाद भी परिवार न्याय की आस में

समकालीन जनमत
( ‘द हिन्दू’  16 सितम्बर को प्रकाशित अनुज कुमार की इस रिपोर्ट को दिनेश अस्थाना ने हिंदी अनुवाद कर समकालीन जनमत के पाठकों के लिए...
ख़बर

रोज़गार अधिकार सम्मेलन में छात्र-युवा-सामाजिक न्याय विरोधी नीतियों के खिलाफ बड़ी लड़ाई का संकल्प

समकालीन जनमत
लखनऊ। बेरोज़गारी की समस्या के खिलाफ एक मुकम्मल लड़ाई खड़ी करने तथा सम्मानजनक रोज़गार की माँग के साथ बने 10 से अधिक छात्र युवा संगठनों...
पुस्तक

विभाजन की विभीषिका और उत्तराखंड के इतिहास की गुमशुदगी की परत में लिपटा एक बयान

के के पांडेय
यह कथा सानीउडियार क्षेत्र, जिला बागेश्वर (पहले अल्मोड़ा) उत्तराखंड के एक व्यक्ति हाजी अब्दुल शकूर की है। उनका खानदान उन्नीस सौ ईस्वी से कुछ पहले...
स्मृति

‘ रचना, विचार और आन्दोलन के साथी थे सुरेश पंजम ’

समकालीन जनमत
लखनऊ। नागरिक परिषद व पीपुल्स यूनिटी फोरम के संयुक्त तत्वावधान में साहित्यकार, शिक्षक व सामाजिक चिंतक डा. एस. के. पंजम की याद में 19 सितम्बर...
कविता

अनामिका अनु की कविताएँ स्त्री विमर्श को कई कोणों से देखती हैं

समकालीन जनमत
विशाखा मुलमुले   अनामिका अनु जी मूलतः बिहार की रहवासी हैं व कर्मभूमि से केरल की हैं। मैं जब उनकी कविताएँ पढ़ती हूँ तो कविता...
ख़बर

100 से अधिक शिक्षक-कर्मचारी संगठन सरकार के खिलाफ लामबंद, 30 नवम्बर को महारैली की घोषणा

समकालीन जनमत
कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी एवं पेंशनर्स अधिकार मंच का गठन किया, योगी सरकार पर कर्मचारियों-शिक्षकों के अधिकार छीनने का आरोप लगाया  लखनऊ। प्रदेश के 100 से अधिक...
ख़बर

दिल्ली आशा कामगार यूनियन (ऐक्टू) अपनी मांगों को लेकर चला रही हैं पोस्टकार्ड कैंपेन

समकालीन जनमत
श्वेता राज ऐक्टू से सम्बद्ध दिल्ली आशा कामगार यूनियन (ऐक्टू) ने दिल्ली में कार्यरत आशाओं के बीच ‘चुप्पी तोड़ो पोस्टकार्ड अभियान’ शुरू किया है. इस...
ख़बर

प्रधानमंत्री के जन्मदिन को ‘ राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस ’ के रूप में मनाएगी इंकलाबी नौजवान सभा

समकालीन जनमत
भुवनेश्वर। इंकलाबी नौजवान सभा (इनौस) की राष्ट्रीय परिषद की दो दिवसीय बैठक 11-12 सितंबर को  भुवनेश्वर हुई। बैठक मे 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी...
स्मृति

‘ जब भी समाज में अंधेरा गहराता है, विचार के गर्भ से उठती है आंधी ’

समकालीन जनमत
 काॅ. बृजबिहारी पांडे की स्मृति सभा में जुटे देश के विभिन्न हिस्सों के वामपंथी नेता पटना। भूमिहीन गरीब किसानों के ऐतिहासिक नक्सलबाड़ी उभार के दौर के...
पुस्तक

स्मृतियों के कथ्य में जीवनानुभव की अभिव्यक्ति

समकालीन जनमत
राम विनय शर्मा ‘ग़ाज़ीपुर में क्रिस्टोफर कॉडवेल’ पत्रकार और लेखक उर्मिलेश के संस्मरणों का संकलन है। ‘प्रमुखतः इसमें साहित्य-संस्कृति और मीडिया से सम्बद्ध लोगों, प्रसंगों...
कविता

सतीश छिम्पा की कविताएँ अपने समय से किये गए बेचैन सवाल हैं

समकालीन जनमत
अनुपम त्रिपाठी सतीश जी राजस्थान के रहने वाले हैं. इनके तीन कविता संग्रह ‘लहू उबलता रहेगा’ (फिलिस्तीन के मुक्ति संघर्ष के लिए), ‘लिखूंगा तुम्हारी कथा’, ‘आधी...
यात्रा वृतान्त

रौशनी झरोखों से भी आती है

के के पांडेय
भट्ट जी, इसी नाम से पुकारते हैं हम उन्हें. वैसे उनका पूरा नाम खीमानंद भट्ट है. अल्मोड़ा में रहते हैं. वे न तो अल्मोड़ा की...
शख्सियत

मुक्तिबोध की अख़बारनवीसी

दुर्गा सिंह
हिन्दी साहित्य में आधुनिक और प्रगतिशील चेतना के साथ सर्जना करने वालों में गजानन माधव मुक्तिबोध का नाम सबसे प्रमुख है। कविता, कहानी, आलोचना तथा...
जनमत

राष्ट्रीय मौद्रीकरण योजना के विरोध में 19 से 28 सितंबर तक महाअभियान चलाएगी आईआरईएफ

समकालीन जनमत
वाराणसी। केन्द्र सरकार की राष्ट्रीय मौद्रीकरण योजना के सम्बंध में पूर्वोत्तर रेलवे वर्कर्स यूनियन से सम्बद्ध आई आर ई एफ़ व ऐक्टू की कार्यकारणी सदस्यों की...
Fearlessly expressing peoples opinion