समकालीन जनमत

Month : April 2021

ख़बर

‘ बिहार की चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था को खुद ऑक्सीजन की जरूरत ’

समकालीन जनमत
भाकपा-माले की एक उच्चस्तरीय जांच टीम ने अस्पतालों का दौरा कर जारी की जांच रिपोर्ट  पटना। भाकपा-माले की एक उच्चस्तरीय जांच टीम ने पटना के...
स्मृति

हमीदिया रोड की उस बिल्डिंग से उठकर हमारे दिल में बस गये मंज़ूर सर

समकालीन जनमत
पुष्यमित्र इन दिनों अपने देश में पतझड़ का मौसम है। इस पतझड़ में जो बसंत के बाद आया है, सिर्फ सूखे पत्ते ही नहीं बड़े-बड़े...
जनमत

ख़ुदाबख़्श लाइब्रेरी: ज्ञान के एक और केंद्र पर हमला

समकालीन जनमत
जीतेन्द्र वर्मा बिहार में ख़ुदाबख़्श खां ओरिएंटल पब्लिक लाइब्रेरी को तोड़ने की तैयारी हो रही है। ओवरब्रिज के निर्माण के लिए सरकार देर – सवेर...
कविता

कविता कादम्बरी की कविताएँ अपने समय के संघर्षों के आब और ताब को दर्ज करती हैं

समकालीन जनमत
विशाखा मुलमुले एक तारे के होने भर से नहीं रहता खाली आसमान , हमारी खोजी नजरें आसमान में खोज ही लेती है वह तारा ।...
पुस्तक

इतिहास की सीख: मार्क्सिज्म 1844-1990: ओरिजीन्स, बिट्रेयल, रीबर्थ

गोपाल प्रधान
1992 में रटलेज से रोजर एस गाटलिएब की किताब ‘मार्क्सिज्म 1844-1990: ओरिजीन्स, बिट्रेयल, रीबर्थ’ का प्रकाशन हुआ । किताब के नौ अध्याय चार हिस्सों में...
स्मृति

शंख घोष को याद करते हुए

समकालीन जनमत
 मीता दास   बांग्ला साहित्य का एक युग अचानक ख़त्म हो गया । कोरोना महामारी एक मूर्धन्य साहित्यकार को निगल गई। वे बांग्ला साहित्य में...
स्मृति

प्रोफेसर रामनारायण शुक्ल : एक जन-बुद्धिजीवी

समकालीन जनमत
( लेखक-आलोचक और बीएचयू के हिंदी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफ़ेसर रामनारायण शुक्ल नहीं रहे। प्रो रामनारायण शुक्ल लेखक व आलोचक के अतिरिक्त जनवादी आंदोलन...
ख़बर

 भाकपा-माले जांच दल ने पटना के दो अस्पतालों का किया दौरा, स्थिति का लिया जायजा

पटना. भाकपा-माले की एक उच्चस्तरीय जांच दल ने आज पटना के दो प्रमुख अस्पतालों एनएमसीएच और पीएमसीएच का दौरा करके कोविड के दूसरे संक्रमण से उपजी...
सिने दुनिया

सिने दुनिया: द ग्रेट इंडियन किचन (मलयालम): किचन में मर्द आर्टिस्ट और स्त्री धावक होती है

फ़िरोज़ ख़ान
  सेक्स में प्लेजर अमूमन पुरुषों का एकाधिकार रहा है। ‘द ग्रेट इंडियन किचन’ देखते हुए आप महसूस करेंगे कि पारंपरिक और रूढ़िवादी पुरुष के...
कविता

राकी गर्ग की कविताएँ उदासी से जूझती हैं

समकालीन जनमत
निरंजन श्रोत्रिय युवा कवयित्री राकी गर्ग की ये कविताएँ नितांत निजी एवं उनके अनुभव संसार की कोमलतम अभिव्यक्तियाँ हैं। इन अनुभवों में जातीय स्मृतियाँ हैं,...
ख़बर

घर-घर पहुंचे डॉ आंबेडकर के विचार

‘ डॉ. आम्बेडकर और राष्ट्रवाद के मायने ‘ पर दलित लेखक संघ ने गोष्ठी आयोजित की  नई दिल्ली। दलित लेखक संघ के तत्वावधान में बाबा...
ख़बर

नागरिकों की बैठक में खुदाबख्श लाइब्रेरी बचाओ-धरोहर बचाओ संघर्ष मोर्चा का गठन

पटना। बिहार सरकार द्वारा फ्लाई ओवर निर्माण को लेकर खुदाबख्श लाइब्रेरी के भवन के एक हिस्से को तोड़ने के निर्णय के खिलाफ बिहार विधानसभा की पुस्तकालय...
सिनेमा

फ़िल्म ‘द सोर्स’ : ‘से नो टू सेक्स फॉर वाटर’

समकालीन जनमत
प्रतिभा कटियार मेरे घर के ठीक सामने एक कुआँ था. कुआँ अपनी सामन्य भव्यता के साथ मुस्कुराता था. यानी वो पक्का कुआँ था. उसकी जगत...
कविता

देवयानी की कविताएँ ग़लती करने की ख़ुदमुख्तारी को हासिल करने की जद्दोजहद हैं

समकालीन जनमत
हिमांशु पण्ड्या प्रारंभिक दौर के स्त्री लेखन में परम्परा के नाम पर बनी शृंखला की अदृश्य कड़ियों को नज़र के सामने लाने पर बल रहा,...
ख़बर

ऐतिहासिक धरोहर खुदाबख्श ओरियंटल लाइब्रेरी के हिस्से को तोड़ने का फैसला गलत: माले

पटना. भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने पटना में कारगिल चौक से लेकर एनआइटी तक फ्लाई ओवर निर्माण के लिए बिहार सरकार द्वारा ऐतिहासिक धरोहर खुदाबख्श ओरियंटल...
ख़बर

केंद्रीय सुरक्षा बलों के 22 जवानों की हत्या निन्दनीय व दु:खद : भाकपा माले

समकालीन जनमत
नई दिल्ली। भाकपा माले ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के सुकमा में केंद्रीय सुरक्षा बलों के 22 जवानों की हत्या को निन्दनीय व दु:खद बताया...
ख़बर

एफसीआई बचाओ आह्वान पर माले, किसान महासभा और वामपंथी दलों ने धरना-प्रदर्शन किया 

लखनऊ। भाकपा (माले) व किसान महासभा ने संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के ‘ एफसीआई (भारतीय खाद्य निगम) बचाओ ‘ आह्वान पर सोमवार को राज्यव्यापी धरना-प्रदर्शन...
जनमत

भारत में धार्मिक स्वतंत्रता और ईसाई अल्पसंख्यक

राम पुनियानी
हाल में जारी अपनी रिपोर्ट में ‘फ्रीडम हाउस’ ने भारत का दर्जा ‘फ्री’ (स्वतंत्र) से घटाकर ‘पार्टली फ्री’ (अशंतः स्वतंत्र) कर दिया है. इसका कारण...
ख़बर

बिहार के गांव-गांव में शुरू होगा पुस्तकालयों को बचाने के लिए जन आंदोलन : सुदामा प्रसाद

मुजफ्फरपुर। बिहार के गांव-गांव में पुस्तकालयों को बचाने के लिए गांव जवार और अन्य संगठनों की मदद से जन आंदोलन शुरू किया जाएगा। इस आंदोलन...
सिने दुनिया

सिने दुनिया : क्रूरतम ग़ैरबराबरी का रूपक है ‘इन टाइम’

फ़िरोज़ ख़ान
पिछले दिनों मित्र और फिल्मकार व पटकथा लेखक अविनाश दास के बाबूजी (पिता) और हमारे बाऊजी नहीं रहे। हम लोग मिले। हमने अविनाश से कहा...
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