समकालीन जनमत

Month : March 2020

साहित्य-संस्कृति

तबला : उत्पत्ति और घराने

तबले की उत्पत्ति और उसके नामकरण से संबंधित कई मत प्रचलित हैं. एक मत तो ये है कि एक मृदंग वादक जब प्रतियोगिता में हार...
ख़बरपुस्तक

महिलाओं की आज़ादी पर पाबन्दियाँ उन्हें सुरक्षित नहीं असुरक्षित ही बनाती हैं : कविता कृष्णन

समकालीन जनमत
(भाकपा (माले) लिबरेशन की पोलित ब्यूरो की सदस्य और अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (AIPWA) की सचिव कविता कृष्णन की किताब ‘फीयरलेस फ्रीडम’ पर उनसे...
ख़बर

CAAJ की रिपोर्ट : ढाई महीने में दिल्ली में तीन दर्जन पत्रकारों पर हमले हुए

समकालीन जनमत
नयी दिल्ली. प्रेस की आज़ादी के मामले में देश की राजधानी में हालात इमरजेंसी के दिनों से भी बदतर हो चुके हैं। पिछले ढाई महीने...
ख़बर

घंटाघर पर महिला संगठनों ने मनाया महिला दिवस

कौशल किशोर
लखनऊ. अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (एपवा), जनवादी महिला एसोसिएशन (एडवा), महिला फेडरेशन आदि महिला संगठनों ने घंटाघर पर आंदोलनरत महिलाओं...
ज़ेर-ए-बहस

घरेलू महिलाओं के श्रम की ‘अनुत्पादकता’ पर एक नज़र

समकालीन जनमत
आशीष मिश्र   औरतें यहाँ नहीं दिखतीं हमारी सामाजिक व्यवस्था का केन्द्र परिवार है। और स्त्री-जीवन का केन्द्र इस परिवार का रसोई घर! इसे यहाँ...
कविता

दौरे हाजि़र पर एक गहरी नज़र हैं ग़ज़ाला की ग़ज़लें

समकालीन जनमत
नवनीत शर्मा ग़ज़ाला की ग़ज़लों में सबके अहसास अपनी लिखी कहानी को ही जी रही हूँ अब इक जैसा ही तो है मेरा किरदार ,और...
जनमत

न्यायपालिका से जुड़ी कुछ चिन्ताएं

रवि भूषण
कुछ समय से न्यायपालिका को लेकर सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकीलों में कुछ अधिक चिंताएं देखने-सुनने को मिल रही है । यह घटने के बजाय...
पुस्तक

मार्क्स लिखित ‘ पूंजी ’ की सीख

गोपाल प्रधान
 2020 में पालग्रेव मैकमिलन से मार्क सिल्वर के संपादन में ‘कनफ़्रंटिंग कैपिटलिज्म इन द 21स्ट सेन्चुरी: लेसन्स फ़्राम मार्क्स’ कैपिटल’ का प्रकाशन हुआ । संपादक...
शिक्षा

समानता की सीख

समकालीन जनमत
डॉ.दीना नाथ मौर्य स्कूल केवल सूचना ही नहीं देते हैं बल्कि सोचना भी सिखाते हैं और इसी रूप में नजरिये का निर्माण भी करते हैं....
ख़बर

दो मलयालम चैनलों को दिल्ली हिंसा का सच दिखाने की सज़ा

समकालीन जनमत
सुशील मानव इस पोस्टट्रुथ (उत्तरसत्य) समय में जब हर ओर झूठ और पोपागैंडा का बोलबाला हो, सच लिखना, सच बोलना, सच दिखाना ही अपराध है...
स्मृति

‘मैला आंचल’ में आदिवासी संघर्ष (फणीश्वरनाथ रेणु के जन्मदिन पर विशेष)

सुधीर सुमन
‘देश हुआ आज़ाद, आदिवासियों को मिला आजीवन कारावास’ हिंदी कथा-साहित्य में आदिवासी जीवन-प्रसंग बहुत कम हैं। रेणु एक ऐसे कथाकार हैं, जिन्होंने अपने बहुचर्चित उपन्यास...
ख़बर

यंग इंडिया के शांति मार्च पर दिल्ली पुलिस का सुनियोजित हमला

समकालीन जनमत
नई दिल्ली 3 मार्च 2020 यंग इंडिया ने दिल्ली पुलिस द्वारा नफरत फैलाने वाले बयान और दमन के बरख्स शांति के नारे को बुलंद किया! ...
शख्सियत

मोहब्बत और उम्मीद के शायर फ़िराक़ गोरखपुरी

 (उर्दू के मशहूर शायर फिराक गोरखपुरी की पुण्यतिथि पर युवा कहानीकार, आलोचक विष्णु प्रभाकर का लेख। ) उर्दू शायरी में कहन पर जियादा जोर है।...
शख्सियत

प्रेम और परिवर्तन की तड़प से भरे क्रांतिकारी कवि एर्नेस्तो कार्देनाल मार्तिनेस

समकालीन जनमत
मंगलेश डबराल रूबेन दारीओ, पाब्लो नेरूदा और सेसर वाय्यखो के बाद एर्नेस्तो कार्देनाल लातिन अमेरिकी धरती के चौथे बड़े कवि माने जाते हैं, जिनकी आवाज़...
ज़ेर-ए-बहस

‘हम देखेंगे’: सृजन एवं विचार के हक़ में

लेखकों एवं कलाकारों का कन्वेन्शन 1 मार्च 2020, जंतर मंतर, दिल्ली सुभाष गाताडे दिल की बीरानी का क्या मज़कूर है यह नगर सौ मर्तबा लूटा...
ज़ेर-ए-बहस

सीएए-एनपीआर-एनआरसी के विरोध में लेखकों और कलाकारों के अखिल भारतीय कन्वेंशन “हम देखेंगे” में अरुंधति रॉय का बयान

समकालीन जनमत
1 मार्च, 2020 प्यारे दोस्तों, साथियों, लेखकों और फ़नकारों ! यह जगह जहाँ हम आज इकठ्ठा हुए है, उस जगह से कुछ ज़्यादा फ़ासले पर...
कविताजनमत

विनय कुमार की कविताएँ ऐतिहासिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से संवलित हैं

समकालीन जनमत
कुमार मुकुल यक्षिणी की भूमिका में विनय लिखते हैं – ‘…अतीत का बोध मुझे न तो गौरवान्वित करता है, न दुखी और न ही असहाय;...
Fearlessly expressing peoples opinion