समकालीन जनमत

Month : March 2020

स्मृति

प्रतिलिपियों से भरी इस दुनिया में चंदू मौलिक होने की जिद के साथ अड़े रहे

समकालीन जनमत
( आज जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष चंद्रशेखर का स्मृति दिवस है . 31 मार्च 1997 को सिवान में आरजेडी सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के...
ख़बर

सामाजिक कार्यकर्ताओं ने लॉक डाउन में कछार में फंसे सौ प्रवासी मजदूर परिवारों तक राशन पहुँचाया

समकालीन जनमत
प्रयागराज. शहर के अशोकनगर मोहल्ले के पास गंगानगर नेवादा के कछार में करीब सौ परिवार प्रवासी मजदूरों के हैं । येे लोग पिछले कई वर्षों...
पुस्तक

प्रत्यंचा : एक राजा के लोकतांत्रिक प्रयोगों की अभूतपूर्व दास्तान

सुधीर सुमन
‘प्रत्यंचा’  छत्रपति शिवाजी महाराज की उत्तराधिकार परंपरा में कोल्हापुर के राजा बने छत्रपति शाहूजी महाराज की जीवन गाथा है जिसको हिंदी के चर्चित कथाकार संजीव...
ग्राउन्ड रिपोर्ट

लॉकडाउन से ठहर गया है कोलकाता

देवेश मिश्र
 देवेश मिश्र   लॉकडाउन ने पूरे देश की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है. देश की एक बड़ी मज़दूर आबादी का पलायन शहरों से गाँवों...
जनमत

कोविड-19 और मोदी का लॉकडाउन : चारों ओर अफ़रा-तफ़री, प्‍लानिंग कहीं नहीं

(यह लेख भाकपा (माले) महासचिव कॉमरेड दीपंकर भट्टाचार्य द्वारा लिखित है जिसे अंग्रेज़ी में नेशनल हेराल्ड ने 30 मार्च 2020 को प्रकाशित किया है। समकालीन...
ख़बर

कीड़े मकोड़ों की तरह किया गया मजदूरों पर डिसइंफेक्ट दवा का छिड़काव

सुशील मानव
भूखे प्यासे दिल्ली एनसीआर से पैदल आए ये मजदूर नहीं कीड़े मकोड़े हैं, ये बैक्टीरिया और वायरस की वाहक मक्खियाँ और मच्छर हैं। कम से...
ख़बर

परेशान अधिवक्ता फोन करते रहे, बहन को अस्पताल पहुँचाने में लगे पांच घंटे

समकालीन जनमत
प्रयागराज। कोरोना विषाणु के संक्रमण को रोकने के लिए किए गए सरकारी उपायों की हकीकत क्या है, यह शनिवार की रात एक बार फिर उजागर...
कविता

अपने ढंग से जीने के हौसले का कवि राजेश कमल

समकालीन जनमत
सुधीर सुमन राजेश कमल लगभग ढाई दशक से अधिक समय से कविताएं लिख रहे हैं, लेकिन कविता पाठ और प्रकाशन से आम तौर पर बचते...
ख़बर

सरकार पर है लॉकडाउन के बाद पैदल ही घर को निकले प्रवासी मजदूरों की मौत का जिम्मा

सुशील मानव
लॉकडाउन के बाद मुंबई और तेलंगाना जैसे सुदूर के शहर से अपने घर परिवार के लिए पैदल ही सैकड़ों किलोमीटर की दूरी पैदल नापने सड़कों...
ख़बर

‘ 15 दिन से कोई काम नहीं मिला, हम रोज कमाने-खाने वाले कैसे जियेंगे  ’

समकालीन जनमत
महाप्रसाद प्रयागराज. कोरोना वायरस से फैली महामारी भारतीय मानवता के इतिहास में बड़ी त्रासदी व कुरूप के रूप में उभरा है. इससे कोई अछूता नहीं,...
ग्राउन्ड रिपोर्ट

जातिवादी उत्पीड़न आज भी बदस्तूर जारी है

जातिवादी उत्पीड़न का सिलसिला थमने की कौन सोचे, यह उलटा बढ़ता ही जा रहा है| हालिया घटना पंजाब के संगरूर जिले की है| चांगलीवाल गाँव...
ख़बर

मजदूरों की मदद के लिए राजनीतिक दलों-श्रमिक संगठनों को राहत अभियान में शामिल करे सरकार : माले

समकालीन जनमत
माले विधायकों ने लाॅकडाउन से प्रभावित मजदूरों के लिए एक-एक महीने का वेतन देने की घोषणा की भाकपा-माले के राज्य सचिव कुणाल ने आज ईमेल...
जनमत

कोरोना महामारी, लाॅक डाउन और रोजी-रोटी का महासंकट

रवि भूषण
चारों ओर कोरोना का शोर हैं. बच्चा-बच्चा अब इस शब्द से जो मात्र शब्द नहीं एक महामारी है, परिचित हो चुका है। कोरोना एक वायरस...
ख़बर

विदेशों में फँसे लोगों को एयरलिफ्ट किया लेकिन देश के प्रवासी मजदूरों के लिए कोई व्यवस्था नहीं

सुशील मानव
तीन दिन से इंदिरापुरम, उत्तराखंड में फँसे सैकड़ों मजदूर रोते हुए कहते हैं हम दो दिन से भूखे हैं हमारे पास न खाने को कोई...
ख़बर

कोरोना से मुकाबले के लिए घोषित राहत पैकेज में किसान और ग्रामीण गरीबों की घोर उपेक्षा

समकालीन जनमत
अखिल भारतीय किसान महासभा ने केंद्र सरकार द्वारा कोरोना संकट से उबरने के लिए घोषित आर्थिक पैकेज में किसानों और ग्रामीण गरीबों की घोर उपेक्षा...
जनमत

मोदी सरकार के 1.7 लाख करोड़ के पैकेज को समझे बगैर पैकेजिंग में लग गया मीडिया

रवीश कुमार
1 लाख 70 हज़ार करोड़ के पैकेज का एलान हुआ है। यह पैकेज में बहुत बड़े सामाजिक वर्ग को लाभ मिलने जा रहा है। सूचना,...
ख़बर

लाकडाउन के कारण केरल, पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में फंसे हैं बिहार के मजदूर

समकालीन जनमत
. पटना. प्रधानमंत्री द्वारा अचानक घोषित लाॅॅकडाउन के कारण बिहार के मजदूर जगह-जगह फंसे हुए हैं. केरल के त्रिशुर में पश्चिम चंपारण के 50 मजदूर...
पुस्तकसाहित्य-संस्कृति

फ़ासीवाद से लड़ाई की एक दास्तान

गोपाल प्रधान
2019 में रैंडम हाउस से कैरोलीन मूरहेड की किताब ‘ ए हाउस इन द माउनटेन्स : द वीमेन हू लिबरेटेड इटली फ़्राम फ़ासिज्म ’ का...
कवितासाहित्य-संस्कृति

स्त्री की व्यथा और सामर्थ्य के कवि विवेक चतुर्वेदी

समकालीन जनमत
जसवीर त्यागी विवेक चतुर्वेदी समकालीन हिन्दी कविता के एक बेहतरीन कवि हैं। उनकी बड़ी खूबी यह है कि उनके स्वभाव और उनकी कविता में उतावलापन...
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