जनमत प्रेम और संघर्ष की आकांक्षाओं से भरा है पूजा यादव का कविता संसारसमकालीन जनमतNovember 21, 2021November 21, 2021 by समकालीन जनमतNovember 21, 2021November 21, 2021074 पार्वती तिर्की पूजा नए दौर की कवयित्री है, उसका काव्य लेखन एक नयापन लिए हुए है। नई तरह की क्रांति और प्रेमाकांक्षाएँ है। प्रतिरोध जैसे...
शख्सियत त्रिलोचन के नामवर और नामवर के त्रिलोचनसमकालीन जनमतAugust 20, 2021July 11, 2023 by समकालीन जनमतAugust 20, 2021July 11, 20230782 (त्रिलोचन के जन्मदिन पर समकालीन जनमत के पाठकों के लिए प्रस्तुत है त्रिलोचन की डायरी पर शीघ्र प्रकाश्य पुस्तक की अवधेश प्रधान द्वारा लिखी गई...
कविता ‘मोह’ के कवि हरिराम द्विवेदीबलभद्रAugust 18, 2021August 18, 2021 by बलभद्रAugust 18, 2021August 18, 20210411 हरिराम द्विवेदी भोजपुरी कविता का एक सुपरिचित नाम है। 12 मार्च 1936 को जन्मे 85 पार के द्विवेदी जी भोजपुरी साहित्य-जगत में किसी परिचय के...
कविता किसने आखिर ऐसा समाज रच डाला हैसुधीर सुमनAugust 10, 2021August 11, 2021 by सुधीर सुमनAugust 10, 2021August 11, 20210726 सुधीर सुमन “नहीं निकली नदी कोई पिछले चार-पाँच सौ साल से/ एकाध ज्वालामुखी ज़रूर फूटते दिखाई दे जाते हैं/ कभी कभार/ बाढ़ें तो आईं ख़ैर...
कविता कौशल किशोर का कविता पाठ ‘यह गम अपना, हम सब का साझा’समकालीन जनमतJuly 5, 2021 by समकालीन जनमतJuly 5, 202101106 शतीन्द्रनाथ चौधुरी अतुल्य हिन्दी के मंच से कौशल किशोर का काव्यपाठ यू-ट्यूब पर सुना। इसका संजीव प्रसारण इसी मंच से 2 जुलाई को हुआ। उन्होंने...
साहित्य-संस्कृति नागार्जुन की आलोचनागोपाल प्रधानJune 30, 2021July 1, 2021 by गोपाल प्रधानJune 30, 2021July 1, 202101199 नागार्जुन कवि थे, उपन्यासकार थे। थोड़ा ध्यान देकर देखें तो अनुवादक भी थे। लेकिन आलोचक ? और वह भी तब जब खुद उन्होंने आलोचक के...
स्मृति जनवादी धारा के अग्रगामी चेतना के कवि थे विजेन्द्रसमकालीन जनमतJune 28, 2021June 28, 2021 by समकालीन जनमतJune 28, 2021June 28, 20210979 लखनऊ। हिन्दी के शीर्षस्थ कवि व गद्यकार विजेन्द्र के रचनात्मक अवदान पर सार्थक एवं बेहद जरूरी परिचर्चा 27 जुलाई को जूम पर हुई । बीते...
स्मृति अज़ीम कवि एवं फ़िल्मकार बुद्धदेव दासगुप्तासमकालीन जनमतJune 11, 2021June 12, 2021 by समकालीन जनमतJune 11, 2021June 12, 20210816 प्रशांत विप्लवी जब फ़िल्मों का बहुत ज्यादा इल्म नहीं था तब भी बहुत सारी महत्त्वपूर्ण फिल्में देखने की क्षीण स्मृति है। विकल्पहीनता कई बार वरदान...
कविता पहाड़ों की यातनाएं संजोते मंगलेश दासमकालीन जनमतMay 16, 2021 by समकालीन जनमतMay 16, 202101424 अर्पिता राठौर मंगलेश डबराल का रचना कर्म उस सफर सरीखा है जो अपना समस्त जीवन मानवीय विडंबनाओं में संभावना तलाशते हुए गुज़ार देना चाहता है।...
कविता धूमिल की ‘नक्सलबाड़ी’गोपाल प्रधानMarch 30, 2021March 30, 2021 by गोपाल प्रधानMarch 30, 2021March 30, 202103343 धूमिल की यह कविता उनके पहले काव्य संग्रह ‘संसद से सड़क तक’ में कुल चार पृष्ठों में प्रकाशित है । संग्रह से पहले 1967 में...
कविता मिथिलेश के नए कविता संग्रह से गुजरना ग्रामीण भारत की आत्मा को पढ़ना हैसमकालीन जनमतJanuary 17, 2021January 17, 2021 by समकालीन जनमतJanuary 17, 2021January 17, 202102574 आलोक कुमार मिश्रा कवि मिथिलेश कुमार राय अपने पहले काव्य संग्रह- ‘ओस पसीना बारिश फूल’ से ही समकालीन कविता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान बना...
शख्सियत प्रिय कवि मंगलेश डबराल की याद मेंकौशल किशोरDecember 13, 2020December 19, 2020 by कौशल किशोरDecember 13, 2020December 19, 202001783 लखनऊ के लेखकों और संस्कृतिकर्मियों ने आज मंगलेश डबराल और राघव नरेश की स्मृति में शोक सभा आयोजित करके उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। शोक...
शख्सियत स्मृति मंगलेश डबराल: ‘आवाज भी एक जगह है’कौशल किशोरDecember 13, 2020December 13, 2020 by कौशल किशोरDecember 13, 2020December 13, 202002769 साहित्य और विचार की संस्था लिखावट की ओर से ऑनलाइन गूगल मीट पर प्रसिद्ध कवि और गद्यकार मंगलेश डबराल की स्मृति में कार्यक्रम ‘आवाज़ भी...
शख्सियत मंगलेश की कविताएं आने वाली पीढ़ियों को भी लंबे समय तक प्रेरित करती रहेंगी – संतोष सहरसमकालीन जनमतDecember 13, 2020 by समकालीन जनमतDecember 13, 202002196 कवि मंगलेश डबराल को जन संस्कृति मंच की श्रद्धांजलि पटना, 13 दिसंबर। स्थानीय छज्जूबाग में जन संस्कृति मंच की ओर से, विगत 9 दिसंबर को...
शख्सियत ये हमने कैसा समाज रच डाला है?प्रेमशंकर सिंहAugust 5, 2020August 6, 2020 by प्रेमशंकर सिंहAugust 5, 2020August 6, 202002891 (हिंदी के महत्वपूर्ण कवि वीरेन डंगवाल का आज जन्मदिन है। वह आज हमारे बीच होते तो 73 बरस के होते। वीरेन डंगवाल के जन्मदिन पर...
शख्सियत बहुत हो गया…मैं जल्दी बरेली आऊंगा…अब जो होगा वहीं होगाशालिनी बाजपेयीAugust 5, 2020August 6, 2020 by शालिनी बाजपेयीAugust 5, 2020August 6, 202001874 (हिंदी के महत्वपूर्ण कवि वीरेन डंगवाल का आज जन्मदिन है। वह आज हमारे बीच होते तो 73 बरस के होते। वीरेन डंगवाल के जन्मदिन पर...
शख्सियत वीरेन डंगवाल की कविता: बृजराजसमकालीन जनमतAugust 5, 2020August 5, 2020 by समकालीन जनमतAugust 5, 2020August 5, 202001306 (आज वीरेन डंगवाल का जन्मदिन है। वह हमारे साथ होते तो आज 73 बरस के होते। उनके जन्मदिन पर समकालीन जनमत विविध विधाओं में सामग्री...
शख्सियत वीरेन डंगवाल की कविता और स्त्रियाँसमकालीन जनमतAugust 5, 2020August 5, 2020 by समकालीन जनमतAugust 5, 2020August 5, 202003265 (आज वीरेन डंगवाल का जन्मदिन है। वह हमारे साथ होते तो आज 73 बरस के होते। उनके जन्मदिन पर समकालीन जनमत विविध विधाओं में सामग्री...
शख्सियत वीरेन डंगवाल: आधुनिकता का लोककविसमकालीन जनमतAugust 5, 2020August 5, 2020 by समकालीन जनमतAugust 5, 2020August 5, 202003025 हिंदी के महत्वपूर्ण कवि वीरेन डंगवाल का आज जन्मदिन है। वह आज हमारे बीच होते तो 73 बरस के होते। वीरेन डंगवाल के जन्मदिन पर...
शख्सियत प्रेमचंद ! अब सब कहते हैं ईमान के डर से जान थोड़ी गवायेंगे!समकालीन जनमतJuly 30, 2020July 30, 2020 by समकालीन जनमतJuly 30, 2020July 30, 202002253 (31 जुलाई को प्रेमचंद की 140वीं जयंती के अवसर पर समकालीन जनमत 30-31 जुलाई ‘जश्न-ए-प्रेमचंद’ का आयोजन कर रहा है। इस अवसर पर समकालीन जनमत...