समकालीन जनमत

Category : सिनेमा

सिनेमा

कीचड़ में खिल रहे गुलाब की कहानी जहाँ दिमाग को दिल में घोलकर प्रेम किया गया

पंकज पाण्डेय
एक डॉक्टर की मौत (1990) :- कीचड़ में खिल रहे गुलाब की कहानी जहाँ दिमाग को दिल में घोलकर प्रेम किया गया . निर्देशक– तपन...
सिनेमा

सामंती और पूँजीवादी शोषण के अंतर्संबंधों की पड़ताल करती ‘पार’

मुकेश आनंद
(महत्वपूर्ण राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय फिल्मों पर  टिप्पणी के क्रम में आज प्रस्तुत है मशहूर निर्देशक गौतम घोष की पार । समकालीन जनमत केेे लिए मुकेश आनंद द्वारा...
सिनेमा

आदिवासी समाज के उत्पीड़न और आक्रोश की कहानी

मुकेश आनंद
(महत्वपूर्ण राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय फिल्मों पर  टिप्पणी के क्रम में आज प्रस्तुत है मशहूर निर्देशक गोविंद निहलानी की आक्रोश । समकालीन जनमत केेे लिए मुकेश आनंद द्वारा...
सिनेमा

सामंती मूल्यबोध से आधुनकि मूल्यों की टकराहट को दर्ज करती ‘माया दर्पण’

मुकेश आनंद
(महत्वपूर्ण राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय फिल्मों पर  टिप्पणी के क्रम में आज प्रस्तुत है मशहूर निर्देशक कुमार शाहनी की माया दर्पण । समकालीन जनमत केेे लिए मुकेश आनंद...
सिनेमा

हिंदी सिनेमा में 1857 का विद्रोह

मुकेश आनंद
भारतीय इतिहास की इस महत्त्वपूर्ण घटना को सही इतिहास-दृष्टि और अपेक्षित कला कौशल के साथ हिंदी सिनेमा द्वारा व्यक्त किया जाना अभी शेष है....
सिनेमास्मृति

रवीन्द्रनाथ और हिंदुस्तानी सिनेमा

गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर के जन्मदिवस पर प्रदीप दाश रवीन्द्रनाथ टैगोर ने साहित्य की सभी विधाओं में लिखा लेकिन सबसे पहले वह एक कवि ही थे....
सिनेमा

बढ़ती साम्प्रदायिक कट्टरता के बीच एक विवेकशील समाज बनाने की अपील है ‘नसीम’

मुकेश आनंद
(महत्वपूर्ण राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय फिल्मों पर  टिप्पणी के क्रम में आज प्रस्तुत है मशहूर लेखक और निर्देशक सईद मिर्ज़ा की नसीम । समकालीन जनमत केेे लिए मुकेश...
जनमतसिनेमा

‘ चारुलता ‘ की मार्फ़त सत्यजित राय की सिनेमाई नज़र पर कुछ गुफ़्तगू

आशीष कुमार
सत्यजित राय की ' चारुलता ' को देखना, समझना और लिखना न सिर्फ सिनेमा की बारीकियों से वाक़िफ होना है बल्कि किरदारों के अन्तर्जगत में...
सिनेमा

टॉय लैंड: अमानवीयता के बर’अक्स लिखी गई विडम्बना की मार्मिक कविता

टॉय लैंड– (जर्मन Spielzeug Land) निर्देशक – योखें अलेक्सेंडर फ्रेयदंक समय-14 मिनट कलाकार– जूलिया ज्लेगा, सेड्रिक एइच, तमय बोलुट उज्त’वान आदि दूसरे विश्व युद्ध के...
सिनेमा

पूँजीवाद और सामंतवाद के गठजोड़ से उपजे शोषण को चित्रित करती है ‘दामुल’

मुकेश आनंद
(महत्वपूर्ण राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय फिल्मों पर  टिप्पणी के क्रम में आज प्रस्तुत है जाने माने निर्देशक प्रकाश झा की दामुल । समकालीन जनमत केेे लिए मुकेश आनंद द्वारा लिखी जा रही...
सिनेमास्मृति

मुझे लगा कि मैं एक्टिंग में अपने आपको एक्सप्लोर कर सकता हूँ – इरफ़ान खान 

समकालीन जनमत
राज्य सभा टी वी के मशहूर प्रोगाम 'गुफ़्तगू' में  एक्टर इरफ़ान खान के साथ इरफ़ान की बातचीत...
सिनेमा

द फेमिली मैन – हर जगह खास करने के लिए संघर्ष करते आम आदमी के घर और बाहर की कहानी

पंकज पाण्डेय
हमारे समय के सभी मत्वपूर्ण सवालों पर कमेंट करती यह वेब सीरीज है, जिसे राज निदिमोरू, और कृष्ण डी. के. ने एक कहानी के माध्यम...
सिनेमा

अतियथार्थवाद का जोखिम भरा रास्ता अख़्तियार करती मणि कौल की ‘उसकी रोटी’

मुकेश आनंद
(महत्वपूर्ण राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय फिल्मों पर  टिप्पणी के क्रम में आज प्रस्तुत है समानांतर सिनेमा के जरूरी हस्ताक्षर मणि कौल की उसकी रोटी । समकालीन जनमत केेे...
सिनेमा

औरत की जानिब समाज की सच्चाइयों का आइना है ‘ भूमिका ’

मुकेश आनंद
( श्याम बेनेगल निर्देशित और स्मिता पाटिल अभिनीत फिल्म ‘भूमिका’ को 1977 के राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया. विश्व और भारतीय सिनेमा की...
सिनेमा

युवा महत्वाकांक्षा और सहज ग्रामीण जीवन संघर्ष की कथा ‘पंचायत’

शालू यादव
नॉवल कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी के चलते दुनियां भर में कई देशों ने सम्पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा कर दी है. भारत में भी सम्पूर्ण...
सिनेमा

जर्जर मध्यवर्गीय दाम्पत्य जीवन की त्रासदी का बयान है ‘अमेरिकन ब्यूटी’

मुकेश आनंद
(1999 में प्रदर्शित सैम मेंडेस निर्देशित ‘अमेरिकन ब्यूटी’ को सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, सर्वश्रेष्ठ निर्देशन  के ऑस्कर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था । यहाँ...
सिनेमा

गहरी बहस छेड़ गया सातवाँ उदयपुर फ़िल्म फेस्टिवल

संजय जोशी
(प्रतिरोध का सिनेमा अभियान का 71वां और उदयपुर का सातवाँ फ़िल्म फेस्टिवल पूरी तैयारी के साथ उदयपुर के कुम्भा संगीत परिषद् सभागार में संपन्न हुआ...
साहित्य-संस्कृतिसिनेमा

अन्याय का सामना करने का औजार है सिनेमा : मैक्सिन विलियम्सन

सुधीर सुमन
अडानी और आस्ट्रेलिया सरकार के खिलाफ जंग जारी रहेगी : फिल्मोत्सव में आस्टे्रलियन फिल्मकार ने कहा 11वें त्रिदिवसीय पटना फिल्मोत्सव का आगाज पटना. ‘‘कलाकार की...
ख़बरसिनेमा

आइसा और संगवारी ने की छात्रों के लिए फ़िल्म स्क्रीनिंग

समकालीन जनमत
  दिल्ली विश्वविद्यालय से सटे कल्याण विहार इलाके में आज छात्र संगठन आइसा और सांस्कृतिक संगठन संगवारी ने मिलकर एक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया।...
जनमतशख्सियतसिनेमा

‘अपनी तारीख़ का उन्वान बदलना है तुझे’

समकालीन जनमत
गीतेश सिंह फ़िल्म, टेलीविजन और थिएटर की जानी मानी अभिनेत्री और अनेक अन्तर्राष्ट्रीय फिल्मों में काम कर चुकी शबाना आज़मी का आज जन्म दिन है...
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