शख्सियत कामरेड ज़िया उल हक़ और उनका 17 जानसेन गंज, इलाहाबादसमकालीन जनमतSeptember 28, 2020September 28, 2020 by समकालीन जनमतSeptember 28, 2020September 28, 202003476 ( 28 सितम्बर 1920 को इलाहाबाद के जमींदार मुस्लिम परिवार में पैदा हुए ज़िया –उल-हक़ आज अपने जीवन के सौ साल पूरे कर रहे हैं....
शख्सियत एक बेटे की कलम से कुछ यादेंसमकालीन जनमतSeptember 28, 2020 by समकालीन जनमतSeptember 28, 202003903 ( 28 सितम्बर 1920 को इलाहाबाद के जमींदार मुस्लिम परिवार में पैदा हुए ज़िया –उल-हक़ आज अपने जीवन के सौ साल पूरे कर रहे हैं....
शख्सियत दास्तान-ए-ख़लीफ़ासमकालीन जनमतAugust 23, 2020August 24, 2020 by समकालीन जनमतAugust 23, 2020August 24, 202001907 (आज़ादी के बाद उम्मीद की जाती थी कि लोककलाओं का विकास होगा लेकिन हुआ इसका ठीक उल्टा। 60 और 70 का दशक आते-आते जो लोक...
शख्सियत सुमिरन कर ले मेरे मना: भारतीय शास्त्रीय संगीत का ‘जस’ हैं पंडित जसराजअनुपमा श्रीवास्तवAugust 18, 2020August 18, 2020 by अनुपमा श्रीवास्तवAugust 18, 2020August 18, 202002790 समस्त राग-रागिनियाँ भी मानो इस भजन गायन से उस परमब्रह्म में लीन होने को तत्पर हो जाती हैं। पता नहीं गुरु नानक देवजी के शब्दों...
शख्सियत शम्भु बादल : जितने सहृदय उतने ही प्रतिबद्ध कविबलभद्रAugust 16, 2020August 15, 2020 by बलभद्रAugust 16, 2020August 15, 202002143 शम्भु बादल हिन्दी के एक वरिष्ठ जनधर्मी कवि हैं। उनकी एक काव्य पुस्तक है ‘पैदल चलने वाले पूछते हैं’। कविता की यह उनकी पहली किताब...
शख्सियत याद रखना भी हुनर है उसकोसमकालीन जनमतAugust 13, 2020 by समकालीन जनमतAugust 13, 202003080 दीपक रूहानी अक्सर किसी कवि, लेखक या शायर की प्रासंगिकता पर सवाल उठाये जाते हैं। मेरे ख़याल में प्रासंगिकता किसी व्यक्ति विशेष की नहीं होती...
शख्सियत भीष्म साहनी का लेखन और ज़िन्दगी के नए फ़लक : डॉ. अनुपमा श्रीवास्तवसमकालीन जनमतAugust 8, 2020August 8, 2020 by समकालीन जनमतAugust 8, 2020August 8, 202003070 (आज हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार भीष्म साहनी का जन्मदिन है अपने उपन्यास और टेलीविजन पटकथा ‘तमस’ के लिए उन्हें विश्व स्तर की ख्याति मिली, जो...
शख्सियत ये हमने कैसा समाज रच डाला है?प्रेमशंकर सिंहAugust 5, 2020August 6, 2020 by प्रेमशंकर सिंहAugust 5, 2020August 6, 202002910 (हिंदी के महत्वपूर्ण कवि वीरेन डंगवाल का आज जन्मदिन है। वह आज हमारे बीच होते तो 73 बरस के होते। वीरेन डंगवाल के जन्मदिन पर...
शख्सियत बहुत हो गया…मैं जल्दी बरेली आऊंगा…अब जो होगा वहीं होगाशालिनी बाजपेयीAugust 5, 2020August 6, 2020 by शालिनी बाजपेयीAugust 5, 2020August 6, 202001877 (हिंदी के महत्वपूर्ण कवि वीरेन डंगवाल का आज जन्मदिन है। वह आज हमारे बीच होते तो 73 बरस के होते। वीरेन डंगवाल के जन्मदिन पर...
शख्सियत वीरेनदा की कहानी तो मल्टी डायमेंशनल हैसमकालीन जनमतAugust 5, 2020August 5, 2020 by समकालीन जनमतAugust 5, 2020August 5, 202001330 ( 28 सितंबर 2015 की सुबह वीरेन डंगवाल की मृत्यु के बाद अमर उजाला के बरेली संस्करण के स्टाफ़ फ़ोटोग्राफ़र ने अच्छी कवरेज के लिए...
शख्सियत वीरेन दा की पत्रकारितासमकालीन जनमतAugust 5, 2020August 5, 2020 by समकालीन जनमतAugust 5, 2020August 5, 202001564 ( 5 अगस्त को हिंदी के फक्कड़ कवि वीरेन डंगवाल का जन्म दिन होता है. अगर वे जीवित होते तो आज 73 वर्ष के होते....
शख्सियत वीरेन डंगवाल की कविता: बृजराजसमकालीन जनमतAugust 5, 2020August 5, 2020 by समकालीन जनमतAugust 5, 2020August 5, 202001323 (आज वीरेन डंगवाल का जन्मदिन है। वह हमारे साथ होते तो आज 73 बरस के होते। उनके जन्मदिन पर समकालीन जनमत विविध विधाओं में सामग्री...
शख्सियत वो अभी भी मेरे साथ हैं और हमेशा रहेंगेसमकालीन जनमतAugust 5, 2020 by समकालीन जनमतAugust 5, 202002419 (5 अगस्त को हिंदी के फक्कड़ कवि वीरेन डंगवाल का जन्म दिन होता है. अगर वे जीवित होते तो आज 73 वर्ष के होते ....
शख्सियत वीरेन डंगवाल की कविता और स्त्रियाँसमकालीन जनमतAugust 5, 2020August 5, 2020 by समकालीन जनमतAugust 5, 2020August 5, 202003443 (आज वीरेन डंगवाल का जन्मदिन है। वह हमारे साथ होते तो आज 73 बरस के होते। उनके जन्मदिन पर समकालीन जनमत विविध विधाओं में सामग्री...
शख्सियत वीरेन डंगवाल: आधुनिकता का लोककविसमकालीन जनमतAugust 5, 2020August 5, 2020 by समकालीन जनमतAugust 5, 2020August 5, 202003126 हिंदी के महत्वपूर्ण कवि वीरेन डंगवाल का आज जन्मदिन है। वह आज हमारे बीच होते तो 73 बरस के होते। वीरेन डंगवाल के जन्मदिन पर...
शख्सियत ‘कोरस’ द्वारा प्रेमचंद की कहानी ‘मनोवृत्ति’ का नाट्य रूपांतरणसमकालीन जनमतAugust 2, 2020 by समकालीन जनमतAugust 2, 202002580 प्रेमचंद एक ऐसे रचनाकार हैं जो हर समय-समाज में समकालीन रहे हैं। उनकी कहानियां भारतीय समाज का एक जीता-जागता चित्र हैं। प्रेमचन्द की एक कहानी...
शख्सियत आज भी किसान जीवन का यथार्थ है ‘पूस की रात’समकालीन जनमतAugust 2, 2020 by समकालीन जनमतAugust 2, 20200853 समकालीन जनमत के आयोजन ‘जश्न-ए-प्रेमचंद’ में पीयूष कुमार की आवाज़ में प्रेमचंद की कहानी ‘पूस की रात’...
शख्सियत एक अभिनेता की नज़र में रंगभूमिसमकालीन जनमतJuly 31, 2020 by समकालीन जनमतJuly 31, 202001899 31 जुलाई को प्रेमचंद की 140वीं जयंती के अवसर पर समकालीन जनमत दो दिवसीय ‘जश्न-ए-प्रेमचंद’ का आयोजन कर रहा है। इस आयोजन के लिए मुंबई...
शख्सियत जश्न-ए-प्रेमचंद: फ़रज़ाना महदी की आवाज़ में ‘बड़े भाई साहब’समकालीन जनमतJuly 31, 2020August 1, 2020 by समकालीन जनमतJuly 31, 2020August 1, 202001933 31 जुलाई को प्रेमचंद की 140वीं जयंती के अवसर पर समकालीन जनमत दो दिवसीय ‘जश्न-ए-प्रेमचंद’ का आयोजन कर रहा है। इस आयोजन के लिए फ़रज़ाना...
शख्सियत स्मृति-संदर्भ नहीं, जीवित प्रसंग हैं प्रेमचंद : रामजी रायसमकालीन जनमतJuly 31, 2020August 2, 2020 by समकालीन जनमतJuly 31, 2020August 2, 202002724 रामजी राय (31 जुलाई को प्रेमचंद की 140वीं जयंती के अवसर पर समकालीन जनमत 30-31 जुलाई ‘जश्न-ए-प्रेमचंद’ का आयोजन कर रहा है। इस अवसर पर...