समकालीन जनमत

Month : December 2021

ख़बर

महिलाओं के लिए शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 करने का कैबिनेट का प्रस्ताव अनुचित : ऐपवा

समकालीन जनमत
अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन ( ऐपवा ) ने महिलाओं के लिए शादी की उम्र को 18 से बढ़ाकर 21 कर देने के कैबिनेट के...
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‘ कविता की दुनिया में अदम एक अचरज की तरह ’

कौशल किशोर
अदम गोंडवी 1980 के दशक में अपनी व्यवस्था विरोधी तथा आंदोलन परक कविताओं से चर्चा में आये। ‘चमारों की गली’ उन्हीं दिनों लखनऊ व इलाहाबाद से...
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लिटरेरिया 2021 : साहित्य का लोकतंत्र असल लोकतंत्र से अलग नहीं है-विजय चोरमारे

समकालीन जनमत
कोलकाता। नीलाम्बर का ‘ लिटरेरिया 2021 ‘ का आरंभ आज सियालदह के बी. सी. रॉय ऑडिटोरियम में हुआ । पहले दिन लेखकों -साहित्यकारों ने विभिन्न...
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बैंकों का निजीकरण एक विनाशकारी विचार है

दीपंकर भट्टाचार्य
कॉरपोरेट परस्त कृषि कानूनों पर पीछे हटने के लिए मजबूर किए जाने के बावजूद, मोदी सरकार एक अन्य प्रमुख क्षेत्र में राष्ट्रीयकरण को उलटने पर...
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लिटरेरिया 2021 का आयोजन 16 दिसंबर से

कोलकाता 14 दिसंबर । नीलांबर संस्था द्वारा लिटरेरिया के पांचवे संस्करण का आयोजन 16 दिसंबर से 18 दिसंबर 2021 के बीच होने जा रहा है...
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कमला भसीन, गेल ओमवेट, मन्नू भंडारी और अपराजिता शर्मा को ऐपवा ने किया याद

हाल में नारीवादी कमला भसीन (25 सितम्बर), इतिहासकार गेल ओमवेट (25 अगस्त), साहित्यकार मन्नू भंडारी (15 नवंबर) और रेखा- चित्रकार अपराजिता शर्मा (15 अक्टूबर) का...
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वर्ण व्यवस्था व जाति के उच्छेद के लिए संघर्ष तेज करना होगा

समकालीन जनमत
11 दिसम्बर, 2021 को प्रलेस-जलेस-जसम द्वारा इलाहाबाद में आयोजित अमृतराय जन्मशती आयोजन में सर्वसम्मति से ´साहित्य-संस्कृति के आज के संयुक्त मोर्चे´ के विषय में पारित प्रस्ताव...
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बहुसंख्यकवाद, असमानता और विवेक-विमुखता जनतंत्र के लिए सबसे बड़े ख़तरे हैं : विभूति नारायण राय

“भारतीय लोकतंत्र: वर्तमान चुनौतियाँ” विषयक शफ़ी जावेद स्मृति व्याख्यान में उर्दू-हिंदी के साहित्यकारों ने अपनी चिंताएं प्रकट कीं पटना। ‘ भारतीय संविधान यद्धपि जनतांत्रिक मूल्यों...
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जी बी पंत अध्यापक भर्ती : अपारदर्शिता , मनमानापन, जातिवादी सोच और हितों का टकराव

समकालीन जनमत
इलाहाबाद। ऑल इण्डिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के गोविंद बल्लभ पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान के प्रोफेसर भर्ती में हुए अवैधानिक व अपारदर्शी नियुक्ति...
जनमत

नफरत और ध्रुवीकरण ही संघ परिवार का प्रमुख हथियार है

राम पुनियानी
भारत में हिन्दू और मुसलमान सदियों से मिलजुलकर रहते आए हैं और एक-दूसरे के त्यौहारों पर खुशियाँ मनाना उनके जीवन का भाग रहा है. मुंबई...
कविता

प्रियंका दुबे की कविताएँ भारत की नई स्त्री की प्रेमाभिव्यक्ति हैं

समकालीन जनमत
देवेश पथ सारिया इक्कीसवीं सदी के इक्कीस वर्षों में भारत के आम जनजीवन में बहुत फ़र्क़ आया है। इसका सबसे अधिक असर भारतीय मध्यमवर्ग पर...
साहित्य-संस्कृति

‘ साहित्य के संयुक्त मोर्चे में मूल्य सर्वोपरि है ’

समकालीन जनमत
इलाहाबाद। अंजुमन रूहे अदब में प्रगतिशील लेखक संघ एवं इप्टा, जनवादी लेखक संघ,जन संस्कृति मंच के संयुक्त तत्वाधान में शनिवार को ‘ स्मरण : अमृत...
समर न जीते कोय

समर न जीते कोय-2

मीना राय
(समकालीन जनमत की प्रबन्ध संपादक और जन संस्कृति मंच, उत्तर प्रदेश की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मीना राय का जीवन लम्बे समय तक विविध साहित्यिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक...
ख़बर

‘यूपी में नागरिकों के लोकतांत्रिक व संवैधानिक अधिकारों का लगातार हनन हो रहा है’

समकालीन जनमत
लखनऊ। आज मानवाधिकार दिवस के अवसर पर लखनऊ के शहीद स्मारक पर महिला संगठनों-ऐपवा, ऐडवा, महिला फेडरेशन,साझी दुनिया व नागरिक समाज के तत्वावधान में संकल्प...
कविता

उमेश पंकज की कविताएँ जनता की अदम्य शक्ति और साहस की बानगी हैं

समकालीन जनमत
कौशल किशोर   ‘बिजलियों की गड़गड़ाहट/और बारिश की बूंदों में/परिलक्षित होता है मालिक का शोर/और मजदूरों का मार्मिक विलाप/न जाने यह कैसी विडंबना है/उषा काल...
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सत्ता से सवाल करने वाले पत्रकार थे विनोद दुआ

समकालीन जनमत
मशहूर पत्रकार विनोद दुआ का आज शाम निधन हो गया। उनकी बेटी मल्लिका दुआ ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम पर अपने पिता के निधन की...
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आइसा के राज्य सम्मेलन में शिक्षा के निजीकरण और रोज़गार के मुद्दे पर मुकम्मल लड़ाई छेड़ने का संकल्प

समकालीन जनमत
35 सदस्यीय राज्य परिषद नेआयुष श्रीवास्तव को राज्य अध्यक्ष और  शिवम सफीर को राज्य सचिव चुना  लखनऊ। ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) उत्तर प्रदेश का...
समर न जीते कोय

समर न जीते कोय-1

मीना राय
संस्थापक महोदय ने कहा कि मान लीजिए आपकी नियुक्ति हो जाय तो आप इतनी दूर कैसे आएंगी ? मैंने सोचा कि बाकी सब तो ठीक...
ज़ेर-ए-बहस

‘ प्रजातांत्रिक स्वतंत्रताएं सिकुड़ रही हैं ’

राम पुनियानी
 स्टेंडअप कामेडियन मुनव्वर फारूकी बंगलौर में एक परोपकारी संस्था के लिए अपना शो करने वाले थे. पूरे टिकट बिक चुके थे. फिर आयोजकों को यह...
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गिरफ़्तारी और लाठीचार्ज के बावजूद छात्रों-नौजवानों ने निकाला रोजगार अधिकार मार्च

समकालीन जनमत
लखनऊ। गिरफ़्तारी और लाठीचार्ज के बावजूद छात्रों-नौजवानों ने दो दिसंबर को ‘यूपी मांगे रोजगार’ अभियान के तहत लखनऊ की सड़कों पर मार्च निकाला और इको...
Fearlessly expressing peoples opinion