समकालीन जनमत

Month : May 2020

ख़बर

रुपनचक जनसंहार के खिलाफ माले नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सैकड़ों स्थानों पर धरना दिया

समकालीन जनमत
पटना. गोपालगंज के रूपनचक जनसंहार के मुख्य आरोपी जदयू के बाहुबली विधायक अमरेन्द्र पांडेय की विधानसभा सदस्यता अविलंब खारिज करने, उनको अविलंब गिरफ्तार करने, जनसंहार...
कविता

राजेन्द्र देथा की कविताओं में सहज मनुष्‍यता के उत्‍प्रेरक चित्र हैं

समकालीन जनमत
कुमार मुकुल शिशु सोते नहीं अर्द्धरात्रि तक विश्राम भी नहीं करेंगे वे थोड़ा और हँसेंगे अभी और बताएंगे तुम्हें कि हँसना क्या होता है? सोते...
ये चिराग जल रहे हैं

जीत जरधारी- टिहरी के प्रजामण्डल आंदोलन से हिंदी रंगमंच तक

नवीन जोशी
( वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक नवीन जोशी के प्रकाशित-अप्रकाशित संस्मरणों की  श्रृंखला ‘ये चिराग जल रहे हैं’ की  छठी क़िस्त  में  प्रस्तुत  है   टिहरी के...
सिनेमा

कीचड़ में खिल रहे गुलाब की कहानी जहाँ दिमाग को दिल में घोलकर प्रेम किया गया

पंकज पाण्डेय
एक डॉक्टर की मौत (1990) :- कीचड़ में खिल रहे गुलाब की कहानी जहाँ दिमाग को दिल में घोलकर प्रेम किया गया . निर्देशक– तपन...
ज़ेर-ए-बहस

मोदी सरकार के 6 साल- देश के लिए बड़ी विपदा साबित हुई है यह सरकार

कोरोना संकट से निपटने में मोदी सरकार पूरी तरह फेल साबित हुई है...
ख़बर

गोपालगंज जनसंहार : माले नेताओं ने रूपनचक का दौरा किया , 31 मई को राज्यव्यापी प्रतिवाद का ऐलान 

समकालीन जनमत
पटना. भाकपा-माले का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमण्डल आज सुबह गोपालगंज जिले के हथुआ प्रखंड के रूपनचक गांव पहुंचा, जहां 24 मई को बाहुबली जदयू विधायक अमरेंद्र...
सिनेमा

सामंती और पूँजीवादी शोषण के अंतर्संबंधों की पड़ताल करती ‘पार’

मुकेश आनंद
(महत्वपूर्ण राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय फिल्मों पर  टिप्पणी के क्रम में आज प्रस्तुत है मशहूर निर्देशक गौतम घोष की पार । समकालीन जनमत केेे लिए मुकेश आनंद द्वारा...
जनमत

क्या पीएम को भारत के सबसे बुरे मानवीय संकट की रत्तीभर भी परवाह है?

समकालीन जनमत
कोरोना वायरस की महामारी का मुकाबला करने के लिये राष्ट्रव्यापी लाॅकडाउन की घोषणा उसी तरह जल्दीबाजी में की गयी जैसे नोटबन्दी की की गयी थी।...
जनमत

प्रवासी मजदूरों की दुर्दशा देश की सामूहिक मानवता पर एक बदनुमा धब्बा है

समकालीन जनमत
इस महामारी से सर्वाधिक प्रभावित कौन है ? कोरोना वायरस समाज के सभी वर्गों को एकसमान रूप से प्रभावित कर रहा है, यह सोच सन्तोषप्रद...
जनमत

प्रवासी मजदूर जिनका कोई वतन नहीं

कोविड-19 को लेकर हुए लॉक डाउन के बाद हमारे देश में प्रवासी श्रमिकों की समस्या सबसे बड़े रूप  में उभर कर सामने आई है. वे...
ज़ेर-ए-बहसस्मृति

नेहरू और फासीवाद : संघ विरोध के मायने

मुकेश आनंद
स्मृति दिवस पर विशेष 1917 ईस्वी में रूस में सम्पन्न हुई मजदूरों की क्रांति ने सारी दुनिया के समाजों के प्रतिक्रियावादी तत्वों को भयभीत, चौकन्ना...
शिक्षा

स्कूली बच्चे और ऑनलाइन पढ़ाई: क्या हम तैयार हैं?

समकालीन जनमत
डॉ. दीना नाथ मौर्य पिछले दिनों स्पेन में जब 49 दिनों की तालाबंदी के बाद बच्चों को खेलने के लिए पार्कों में ले जाया गया...
ख़बर

डूटा के रेफरेंडम से सामने आई ऑनलाइन परीक्षा की हक़ीक़त

समकालीन जनमत
राजीव कुँवर कुछ साल पहले जब आप दिल्ली विश्वविद्यालय आए होंगे तब मैट्रो स्टेशन का नाम था ‘विश्वविद्यालय’। अब उसका नाम बदले हुए रंग में...
कविता

‘ पांव में छाले आंख में आंसू पीड़ा भरी कहानी लिख/मजदूरों के साथ हुई जो सत्ता की मनमानी लिख ’

समकालीन जनमत
लखनऊ.  कोरोना काल में बड़ी मात्रा में कविताएं रची जा रही हैं। मानव संकट सृजन के लिए आधार बनता है। आज की रचनाओं में भावों...
जनमत

कोरोना और ईद-उल-फ़ित्र के बीच प्रवासी मज़दूर

समकालीन जनमत
आरफ़ा अनीस पूरी दुनिया इस वक़्त कोरोना नामक वैश्विक महामारी की चपेट में है। सीमित संसाधनों और ग़लत राजनीतिक नीतियों के बीच भारत में अब...
ख़बर

सांस्कृतिक-सामाजिक संगठनों ने कहा : मानवाधिकार-कर्मियों और लेखकों-पत्रकारों की गिरफ्तारियों पर रोक लगे

समकालीन जनमत
 जन संस्कृति मंच, दलित लेखक संघ, प्रगतिशील लेखक संघ, न्यू सोशलिस्ट इनिशिएटिव, प्रतिरोध का सिनेमा, संगवारी, जन नाट्य मंच और जनवादी लेखक संघ ने असहमति...
साहित्य-संस्कृति

नक्सलबाड़ी आंदोलन और भारतीय साहित्य

गोपाल प्रधान
भारतीय साहित्य के इतिहास में नक्सलवादी आंदोलन का एक विशेष स्थान है. सामाजिक-राजनीतिक आंदोलन के साथ साहित्य में भी नक्सल धारा की उपस्थिति बनी हुई...
पुस्तक

इंडोनेशिया का कत्लेआम

गोपाल प्रधान
2020 में पब्लिक अफ़ेयर्स से विनसेन्ट बेविन्स की किताब ‘ द जकार्ता मेथड : वाशिंगटन’स एन्टीकम्युनिस्ट क्रूसेड & द मास मर्डर प्रोग्राम दैट शेप्ड आवर...
ज़ेर-ए-बहस

दिल्ली पुलिस ने बदला ‘आपदा’ को ‘अवसर’ में

समकालीन जनमत
संजीव कुमार हत्यारों के लिए, हत्यारों के साथ, सदैव! दिल्ली पुलिस ने जिस तरह आपदा को अवसर में बदला है, वह अभूतपूर्व है. कल ‘पिंजरा...
ज़ेर-ए-बहस

मजदूरों की यातना का समाधान है-भूमि सुधार !

समकालीन जनमत
डॉ. आर. राम   महामारी और तालाबंदी से बेरोजगार होकर सड़कों पर बदहाल हालत में पैदल अपने घरों को जाते हुये मरते-खपते   मजदूरों की तस्वीरें...
Fearlessly expressing peoples opinion