समकालीन जनमत

Month : December 2019

ख़बर

बल प्रयोग और वॉटर कैनन के सामने अडिग हज़ारों शिक्षकों ने की परिसर में महारैली

समकालीन जनमत
10 दिसंबर, 2019 ताकत और पानी के बौछारों के सामने अडिग हजारों शिक्षक समायोजन की माँग को लेकर परिसर में महा रैली में शामिल DUTA...
ख़बर

संविधान पर हमला है नागरिकता संशोधन बिल : रामजी राय

समकालीन जनमत
मानवाधिकार दिवस पर जस्टिस रामभूषण मेहरोत्रा स्मृति व्याख्यान इलाहाबाद. मानवाधिकार दिवस पर जस्टिस रामभूषण मेहरोत्रा स्मृति व्याख्यान के तहत ‘  मानवाधिकार व नागरिकता ‘ विषय...
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दिल्ली विश्वविद्यालय में शिक्षकों का ऐतिहासिक आंदोलन

समकालीन जनमत
पिछले एक हफ्ते से दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षक एक ऐतिहासिक आंदोलन में हैं। 4 दिसम्बर को दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने निम्नलिखित मांगों पर अनिश्चितकालीन...
ख़बर

रेलवे कर्मचारियों के विभिन्न संगठनों ने लिया मोदी सरकार से लोहा लेने का निर्णय

समकालीन जनमत
दिल्ली, 8 दिसंबर, 2019 दिल्ली के रफी मार्ग स्थित मावलंकर हॉल में रेलवे के विभिन्न संगठनों ने भारतीय रेल के निजीकरण और मोदी सरकार की...
जनमतशख्सियतस्मृति

आम आदमी की हमसफ़र कहानियों के कहानीकार स्वयं प्रकाश

समकालीन जनमत
रत्नेश विष्वक्सेन आम आदमी की हमसफर कहानियों के कहानीकार स्वयं प्रकाश जी का इस तरह चले जाना उदास करता है।उनकी रिक्तता को उनकी कहानियां भरेंगी...
ज़ेर-ए-बहसशख्सियत

वंचितों और पराधीन लोगों की ओर से बोलने वाले पहले दार्शनिक थे बुद्ध– प्रो. गोपाल प्रधान

” जिसे बौद्ध दर्शन का दुःखवाद कहा जाता है उसे अगर सामान्य जीवन के अर्थों में परिभाषित करें तो क्या परिभाषा निकलती है कि दुःख...
ख़बर

नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ़ राजनैतिक- सामाजिक संगठनों और जनता को खड़ा होना होगा : गोपीनाथन

समकालीन जनमत
सुपौल में एनआरसी  और सिटिज़न एमेंडमेंट बिल के खिलाफ़ जन संवाद सुपौल . छह दिसंबर को सुपौल (बिहार) के पब्लिक लाइब्रेरी एन्ड क्लब, महावीर चौक...
ख़बरसाहित्य-संस्कृति

जन मुद्दों पर फिल्म निर्माण और प्रदर्शन का तंत्र बनाने का संदेश दे गया 11वां पटना फिल्मोत्सव

सुधीर सुमन
अंतिम दिन बच्चों की फिल्में दिखाई गईं और नाटक ‘नया सत्य’ का मंचन हुआ पटना. हिरावल-जन संस्कृति मंच द्वारा आयोजित त्रिदिवसीय प्रतिरोध का सिनेमा: पटना...
ख़बरसाहित्य-संस्कृति

फिल्मोत्सव के दूसरे दिन भारतीय कला-संगीत की सुदीर्घ परंपराओं और उसके साझे स्वरूप का जादू दिखा

सुधीर सुमन
‘रसन पिया’: हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के विलक्षण व्यक्तित्व से रूबरू हुए दर्शक पटना. ख्याल गायिकी के लिए मशहूर, हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के विलक्षण संगीतकार और...
जनमतशख्सियतस्मृति

एक हमदर्द दोस्त की तरह मिलीं स्वयंप्रकाश की कहानियाँ

सुधीर सुमन
स्वयं प्रकाश से मिलने का इत्तिफाक नहीं हुआ, पर उनकी कहानियां इत्तिफाकन जिंदगी के बेहद बेचैन वक्तों में मेरे करीब आईं और मुझे किसी हमदर्द...
जनमतशख्सियतस्मृति

क्या तुमने कभी स्वयं प्रकाश को देखा है ?

समकालीन जनमत
प्रवीण कुमार क्या तुमने कभी स्वयं प्रकाश को देखा है ? हाँ ! मेरा यही जवाब है . देखा है और तीन बार मुलाकात भी...
कविताशख्सियतसाहित्य-संस्कृति

बरेली में वीरेन डंगवाल के स्मारक का लोकार्पण

समकालीन जनमत
साहित्य अकादेमी सम्मान से पुरस्कृत विख्यात हिन्दी कवि वीरेन डंगवाल की स्मृति में बरेली में एक स्मारक का लोकार्पण आज किया गया. हिन्दी के जाने-माने...
जनमतशख्सियतस्मृति

स्वयं प्रकाश की कहानियाँ: कुछ नोट्स

समकालीन जनमत
रेखा सेठी स्वयं प्रकाश जी का जाना हिंदी कहानी में एक युग के अंत का सूचक है। उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए एक पुराना लेख साझा...
कविताजनमत

सुघोष मिश्र की कविता वर्तमान की जटिलताओं से उपजे द्वंद्व की अभिव्यक्ति है

समकालीन जनमत
आलोक रंजन सुघोष मिश्र की कविताओं को पढ़कर लगा कि उनकी कविताओं से परिचय कराना सरल कार्य नहीं है । इसके पीछे का एक सीधा...
जनमतशख्सियतस्मृति

हमारे समय का सबसे ज़िंदादिल कथाकार चला गया

समकालीन जनमत
मिहिर पंड्या ‘अशोक और रेणु की असली कहानी’, ‘क्या तुमने कभी सरदार भिखारी देखा है’ जैसी अनेक अविस्मरणीय कहानियाँ लिखने वाले महत्वपूर्ण कथाकार स्वयंप्रकाश जी...
जनमत

लोकतंत्र नहीं, लिंचिंग तंत्र

विरूप
‘बालवांश्च यथा धर्मं लोके पश्यति पूरुषः। स धर्मो धर्मवेलायां भवत्यभिह्तः परः।। लोक में बलवान पुरुष जिसे धर्म समझता है, धर्म-विचार के समय लोग उसी को...
साहित्य-संस्कृतिसिनेमा

अन्याय का सामना करने का औजार है सिनेमा : मैक्सिन विलियम्सन

सुधीर सुमन
अडानी और आस्ट्रेलिया सरकार के खिलाफ जंग जारी रहेगी : फिल्मोत्सव में आस्टे्रलियन फिल्मकार ने कहा 11वें त्रिदिवसीय पटना फिल्मोत्सव का आगाज पटना. ‘‘कलाकार की...
ख़बरजनमत

हैदराबाद फ़र्जी एनकाउंटर पर ऐपवा का बयान : हिरासत में हत्या हमारे नाम पर न हो

समकालीन जनमत
हम, महिला आंदोलन के कार्यकर्ता, महिलाओं के लिए वास्तविक न्याय की मांग करते हैं। हम चाहते हैं कि पुलिस अपना काम करे, और महिलाओं के...
ख़बर

नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ लखनऊ में प्रदर्शन

लखनऊ.  रिहाई मंच, एनएपीएम, नागरिक परिषद, इंसानी बिरादरी, ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट, हम सफ़र, सामाजिक न्याय मंच, जन मंच, युवा शक्ति संगठन, पसमांदा मुस्लिम महाज,...
शख्सियतसाहित्य-संस्कृति

अभी चलता हूँ ज़रा ख़ुद को सँभालूँ तो चलूँ: असरार-उल-हक़ ‘मजाज़’ को याद करते हुए

विष्णु प्रभाकर
(19 अक्टूबर 1911 – 5 दिसम्बर 1955) साल 1911। इसी साल दो बच्चे पैदा हुए, आगे चलकर जिन्होंने अपनी शायरी से उर्दू अदब में खूब...
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