समकालीन जनमत

Month : August 2019

कविताजनमत

‘सफ़र है कि ख़त्म नहीं होता’ : सोनी पाण्डेय की कविताएँ

समकालीन जनमत
मदन कश्यप हिन्दी में स्त्री कवयित्रियों की सांकेतिक उपस्थिति तो आदिकाल से रही है। लेकिन 1990 की दशक में जो बदलाव आया उसका एक सकारात्माक...
ख़बर

सांप्रदायिक ताकतों के दबाव में है बिहार पुलिस : माले

पटना. भाकपा-माले ने आरोप लगाया है कि मुजफ्फरपुर के दामोदरपुर में सांप्रदायिक ताकतों के दवाब में बिहार पुलिस काम कर रही है.  नियम-कानून की धज्जियां...
साहित्य-संस्कृति

प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का भोजली पर्व

समकालीन जनमत
पीयूष कुमार हमारे यहाँ छत्तीसगढ़ की संस्कृति प्रकृति के प्रति कृतज्ञता और उसके मानवीय एकीकरण की भावना से अनुपूरित है। यह समय समय पर लोक...
ज़ेर-ए-बहस

भारतीय राजनीति की बिसात पर गौमाता

राम पुनियानी
भाजपा और उसके सहयात्रियों के हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के एजेंडे में गाय का महत्वपूर्ण स्थान है. माब लिंचिंग इसका एकमात्र परिणाम नहीं है. लिंचिंग...
जनमत

नज़रबंद कश्मीर का सच, आँखों देखी

समकालीन जनमत
कश्मीर की जमीनी हकीकत की पड़ताल करके लौटी फैक्ट फाइंडिंग टीम की रिपोर्ट नई दिल्ली. सैन्य पहरे में क़ैद कश्मीर की जमीनी हकीकत की पड़ताल...
ख़बर

उत्सव के बहाने आदिवासी भाषा, समाज, संस्कृति और पर्यावरण पर आत्मचिंतन 

सुशील मानव
  अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस के रजत जयंती वर्ष में नई दिल्ली के इंदिरा गांधी कला केंद्र में दो दिवसीय (10 व 11 अगस्त) कार्यक्रमकी शुरुआत...
कविता

विजय राही की कविताएँ वर्तमान के साथ अंतःक्रिया करती हैं

समकालीन जनमत
अलोक रंजन  एक कवि का विस्तार असीमित होता है और यदि कवि अपने उस विस्तार का सक्षम उपयोग करते हुए अपनी आंतरिक व्याकुलता को समय...
ख़बर

शिक्षा के निजीकरण- भगवाकरण के खिलाफ देश स्तर पर छात्रों को गोलबंद कर संघर्ष तेज करेगी आइसा

समकालीन जनमत
रैली निकालकर आइसा ने की राज्य सम्मेलन की शुरुआत! देश को बर्बाद करने पर तुली है भाजपा सरकार- धीरेन्द्र झा-संस्थापक महासचिव आइसा शिक्षा के निजीकरण-...
ख़बर

पटना में नागरिक प्रतिवाद पर बजरंग दल के हमले के ख़िलाफ़ कार्यवाही की मांग!

समकालीन जनमत
पटना 9 अगस्त 2019 भाकपा-माले विधायक महबूब आलम, राज्य कमिटी सदस्य कुमार परवेज व आरवाईए के राज्य सचिव सुधीर कुमार की तीन सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल...
जनमतशख्सियतस्मृति

दलित साहित्य को शिल्प और सौंदर्यबोध देने वाले भाषा के मनोवैज्ञानिक थे मलखान सिंह

सुशील मानव
परसों शाम को फोन पर बात हुई, मैंने पूछा था, सर नया क्या लिख रहे हैं इन दिनों। उन्होंने जवाब में कहा था- “ये मेरे...
ज़ेर-ए-बहस

टीपू सुल्तानः नायक या खलनायक ?

राम पुनियानी
  हाल में कर्नाटक में दलबदल और विधायकों की खरीद-फरोख्त का खुला खेल हुआ जिसके फलस्वरूप, कांग्रेस-जेडीएस सरकार गिर गई और भाजपा ने राज्य में...
ज़ेर-ए-बहस

जम्मू कश्मीर के साथ केन्द्र का सुलूक

रवि भूषण
अब जम्मू कश्मीर राज्य नहीं केंद्र शासित प्रदेश है। क्यों है ? उसके टुकड़े कर दिये गये हैं और लद्दाख को बिना विधानसभा का केंद्र...
ख़बर

आर्टिकल 370 को पुनर्बहाल करनेे की मांग को लेकर पूरे बिहार में वाम कार्यकर्ताओं ने विरोध मार्च निकाला

संविधान, लोकतंत्र व कश्मीर पर मोदी सरकार के हमले के खिलाफ वाम दलों के देशव्यापी आह्वान के तहत पटना में नागरिक प्रतिवाद पटना, 7 अगस्त....
कविता

अजय सिंह की कविताएँ अकेले पड़ जाने का खतरा उठा कर भी अपनी बात कहती हैं

उषा राय लखनऊ. शिरोज हैंग आऊट कैफे , गोमतीनगर में प्रगतिशील लेखक संघ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कवि और राजनीतिक विश्लेषक अजय सिंह ने अपनी...
ज़ेर-ए-बहस

जम्मू कश्मीर से आर्टिकल “370/2-3” व “35 ए” का हटना संघीय ढाँचे पर हमला

तबाही का यह जश्न तुम्हें मुबारक, हम तो न्याय और लोकतंत्र के लिए लड़ेंगे ! केंद्र की मोदी सरकार ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू...
ख़बर

अनुच्छेद 370 की पुनर्बहाली की मांग को लेकर वामदलों का आज राज्यव्यापी विरोध कार्यक्रम

समकालीन जनमत
नागरिक समाज द्वारा आयोजित शांतिपूर्ण प्रतिवाद सभा पर भाजपाई-संघी गुण्डों के हमले की तीखी भर्त्सना और उपद्रवियों पर कार्रवाई की मांग पटना. पटना के जनशक्ति...
जनमत

जम्मू व कश्मीर के लोगों के साथ विश्वासघात : सोशलिस्ट पार्टी (इण्डिया)

 भारत सरकार द्वारा संविधान के अनुच्छेद 370 व 35ए, जो 1947 में भारत और कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के बीच कश्मीर के भारत के...
जनमतज़ेर-ए-बहस

‘ 370 को लेकर आरएसएस आंबेडकर के नाम पर फैला रही झूठ ‘

समकालीन जनमत
 आर. राम अनुच्छेद 370 को लेकर संसद और संसद के बाहर एक झूठ फैलाया जा रहा है कि डॉ आंबेडकर ने अनुच्छेद 370 को लागू...
जनमतज़ेर-ए-बहस

जम्मू-कश्मीर और ‘नफ़रत का महोत्सव’

समकालीन जनमत
प्रियदर्शन जम्मू-कश्मीर से जुड़े केंद्र सरकार के ताज़ा फ़ैसलों पर सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया देखिए तो लगेगा कि हिंदुस्तान ने जैसे जम्मू-कश्मीर पर कोई जीत...
जनमतशख्सियतस्मृति

उजले दिनों की उम्मीद का कवि वीरेन डंगवाल

समकालीन जनमत
मंगलेश डबराल ‘इन्हीं सड़कों से चल कर आते हैं आततायी/ इन्हीं सड़कों से चल कर आयेंगे अपने भी जन.’ वीरेन डंगवाल ‘अपने जन’ के, इस...
Fearlessly expressing peoples opinion