वरिष्ठ कवि आलोक धन्वा से कवि-आलोचक कुमार मुकुल की बातचीत अपनी बातचीत में आप हिंदी कविता, कहानी के महत्वपूर्ण हस्ताक्षरों राजकमल चौधरी और फणीश्वर नाथ...
कुमार मुकुल अतीत और वर्तमान के तुलनात्मक प्रतिरोधी विवेचन और वैचारिक जद्दोजहद दीपक जायसवाल की कविताओं में आकार पाते हैं। समय के अभेद्य जिरहबख्तर को भेद...
अपनी विश्व प्रसिद्ध पुस्तक ‘सेपियन्स’ में युवाल नोआ हरारी संस्कृति और तथाकथित मनुष्यता पर सवाल उठाते लिखते हैं- …हमारी प्रजाति, जिसे हमने निर्लज्ज ढंग से...
(महेश्वर हिंदी की क्रांतिकारी जनवादी धारा के महत्वपूर्ण एक्टिविस्ट, पत्रकार, संपादक, लेखक, कवि और विचारक थे। वे समकालीन जनमत के प्रधान संपादक थे। महेश्वर जी...
कुमार मुकुल लालसा सन्यास के पद गुनगुनाये चाटुकारी जब रचे उपसर्ग प्रत्यय तुष्ट होकर अहम सजधज मुस्कुराये। वर्तमान समय की राजनीतिक उलटबांसी और उससे पैदा...
कुमार मुकुल ‘चिराग़-ए-दैर (मंदिर का दीया)’ मिर्ज़ा ग़ालिब की बनारस पर केंद्रित कविताओं का संकलन है जिसका मूल फारसी से सादिक ने अनुवाद किया है। चिराग़-ए-दैर की...