शख्सियतस्मृति भुलाए नहीं भूलेगा यह दिनसमकालीन जनमतJune 30, 2018June 30, 2018 by समकालीन जनमतJune 30, 2018June 30, 201802913 कमरे में चौकी पर बैठे थे नागार्जुन. पीठ के पीछे खुली खिड़की से जाड़े की गुनगुनी धूप आ रही थी. बाहर गौरैया चहचहा रही थी....
जनमतशख्सियत खैनी खिलाओ न यार! /उर्फ / मौत से चुहल (सखा, सहचर, सहकर्मी, कामरेड महेश्वर की एक याद)रामजी रायJune 25, 2018June 25, 2018 by रामजी रायJune 25, 2018June 25, 20182 3179 अपने प्रियतर लोगों- कृष्णप्रताप (के.पी.), गोरख, कामरेड विनोद मिश्र, महेश्वर पर चाहते हुए भी आज तक कुछ नहीं लिख सका। पता नहीं क्यों? इसकी वज़ह...
शख्सियतसिनेमा जब आँख ही से न टपका तो फिर लहू क्या है !समकालीन जनमतJune 19, 2018 by समकालीन जनमतJune 19, 20184 2830 इस ख़त की कोई भूमिका नहीं हो सकती। इरफ़ान, जिनके सिरहाने की एक तरफ़ ज़िंदगी है और दूसरी तरफ़ अंधेरा, ने आत्मा की स्याही से...
शख्सियत अमन की शहादतशालिनी बाजपेयीJune 16, 2018June 17, 2018 by शालिनी बाजपेयीJune 16, 2018June 17, 201801831 हम मीडिया के लोग आराम कुर्सियों पर बैठकर भी संघर्षविराम के पक्ष में नहीं खड़े हो पाते हैं, लेकिन जिस शख्स ने अपने कश्मीर को...
कविताशख्सियतसाहित्य-संस्कृति जनकवि सुरेंद्र प्रसाद की 84वीं जयंती मनाई गईसमकालीन जनमतJune 2, 2018June 2, 2018 by समकालीन जनमतJune 2, 2018June 2, 201804697 बी. आर. बी. कालेज , समस्तीपुर के सभागार में 17 मई, 2018 को जन संस्कृति मंच और आइसा के संयुक्त तत्वावधान में मिथिलांचल के दुर्धर्ष...
कविताशख्सियत यातना का प्रतिकार प्रेमसमकालीन जनमतMay 16, 2018May 16, 2018 by समकालीन जनमतMay 16, 2018May 16, 201804191 मंगलेश की कविता ने प्रेम को बराबर एक सर्वोच्च मूल्य के तौर पर प्रतिष्ठित किया है । लेकिन एकान्त में नहीं, यातना के बरअक्स; क्योंकि...
शख्सियत महावीर प्रसाद द्विवेदी का स्मरण आज भी क्यों ज़रूरी हैसमकालीन जनमतMay 15, 2018May 16, 2018 by समकालीन जनमतMay 15, 2018May 16, 201803419 द्विवेदी जी उस ईश्वर को ‘भ्रष्ट ईश्वर’ कहते हैं, जिसकी दुहाई छुआ-छूत मानने वाले देते हैं. द्विवेदी जी का निर्भीक आह्वाहन है- ‘ऐसे भ्रष्ट ईश्वर...
जनमतज़ेर-ए-बहसशख्सियत माँ तुझे सलाम !कविता कृष्णनMay 13, 2018May 13, 2018 by कविता कृष्णनMay 13, 2018May 13, 201802190 (माँ केवल ममता का ही खज़ाना नहीं है बल्कि समझदारी का भी स्रोत होती है. समाज के बारे में, नैतिकता, यौनिकता, सही और गलत के...
जनमतदुनियाशख्सियतस्मृति कार्ल मार्क्स : एक जीवन परिचयगोपाल प्रधानMay 5, 2018May 5, 2018 by गोपाल प्रधानMay 5, 2018May 5, 201805242 दुनिया के मजदूरों के, सिद्धांत और कर्म दोनों मामलों में, सबसे बड़े नेता कार्ल मार्क्स (1818-1883) का जन्म 5 मई को त्रिएर नगर में हुआ...
दुनियाशख्सियतस्मृति मार्क्स ने खुद के दर्शन को निर्मम और सतत आलोचना के रूप में विकसित किया : दीपंकर भट्टाचार्यविष्णु प्रभाकरMay 4, 2018May 4, 2018 by विष्णु प्रभाकरMay 4, 2018May 4, 201802878 मार्क्स के दबे हुए लोग और अंबेडकर के बहिष्कृत लोग एक ही हैं। इसी तरह मार्क्स ने भारत में जिसे जड़ समाज कहा, अंबेडकर ने...
कहानीशख्सियतसाहित्य-संस्कृतिस्मृति भारतीय समाज के बदलते वर्गीय एवं जातीय चरित्र को बारीकी से व्यक्त करने वाले कथाकार हैं मार्कण्डेयसमकालीन जनमतMay 2, 2018May 2, 2018 by समकालीन जनमतMay 2, 2018May 2, 20185 4625 मार्कंडेय ने भारतीय समाज के बदलते वर्गीय एवं जातीय चरित्र को बहुत ही बारीकी से अपनी कथाओं में व्यक्त किया है. सामाजिक ताने-बाने एवं राजनीतिक...
शख्सियत लेनिन : जो समय से प्रभावित ही नहीं, जिसने समय को प्रभावित भी कियासमकालीन जनमतApril 22, 2018April 15, 2020 by समकालीन जनमतApril 22, 2018April 15, 202001331 गोपाल प्रधान (व्लादिमीर इल्यिच उल्यानोव जो लेनिन के नाम से लोकप्रिय हैं , के जन्म दिवस पर गोपाल प्रधान का लेख ) 1917 के अक्टूबर/नवम्बर महीने...
शख्सियतस्मृति ‘ राष्ट्रीय खलनायक ’ राजिंदर सच्चरआशुतोष कुमारApril 20, 2018April 20, 2018 by आशुतोष कुमारApril 20, 2018April 20, 201801438 राजघाट पर वह सन दो हज़ार बारह के मार्च की एक सुबह थी. सोरी सोनी के पुलिसिया उत्पीड़न का विरोध करने के लिए वहाँ...
शख्सियत बुझात बा कि भगवन जी हो गइलें दूगो / हजूरन के दोसर, मजूरन के दोसरसमकालीन जनमतApril 17, 2018April 17, 2018 by समकालीन जनमतApril 17, 2018April 17, 201813149 संतोष सहर बाबा साहब के जन्मदिन के अवसर पर बेतिया में आयोजित हुई ‘ भूमि अधिकार यात्रा ‘ के सभा मंच से मैंने...
शख्सियतस्मृति हिंदुत्व, हिन्दू राष्ट्र और डॉ. अम्बेडकरसमकालीन जनमतApril 14, 2018April 14, 2018 by समकालीन जनमतApril 14, 2018April 14, 201802360 डॉ. रामायन राम 90 के दशक के शुरुआत से ही संघ के नेतृत्व में हिंदुत्ववादी शक्तियां अपनी राजनैतिक परियोजना के हिसाब से डॉ. अंबेेडकर का पुनर्पाठ...
शख्सियत हम सबके गंगा जीसंजय जोशीApril 4, 2018April 4, 2018 by संजय जोशीApril 4, 2018April 4, 201803100 वामपंथी आन्दोलनों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में नब्बे के दशक में एक व्यक्ति को बहुत शिद्दत से मार्क्सवादी साहित्य की किताबों का स्टाल लगाए देखा करता...
कविताशख्सियतसाहित्य-संस्कृति उठो कि बुनने का समय हो रहा हैसमकालीन जनमतMarch 19, 2018June 23, 2020 by समकालीन जनमतMarch 19, 2018June 23, 202002478 केदारनाथ सिंह की कुछ कविताएं मुक्ति का जब कोई रास्ता नहीं मिला मैं लिखने बैठ गया हूँ मैं लिखना चाहता हूँ ‘पेड़’ यह जानते...
कविताख़बरशख्सियतसाहित्य-संस्कृति वह चला गया, जिसने कहा था कि जाना सबसे खौफनाक क्रिया हैसमकालीन जनमतMarch 19, 2018June 23, 2020 by समकालीन जनमतMarch 19, 2018June 23, 202002690 आशीष मिश्रा, युवा आलोचक हिन्दी के सुप्रसिद्ध कवि केदारनाथ सिंह हमारे बीच नहीं रहे . कवि केदारनाथ सिंह के जाने के साथ ही न...
शख्सियत कॉमरेड कुंती देवी : क्रांतिकारी महिला आंदोलन का चेहरासमकालीन जनमतFebruary 26, 2018February 26, 2018 by समकालीन जनमतFebruary 26, 2018February 26, 201813310 संतोष सहर, कवि एवं संस्कृति कर्मी पिछले साल मई माह के आखिरी दिनों मैं जहानाबाद में था। हमारी पार्टी भाकपा-माले के दिवंगत महासचिव कामरेड...