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चुनावी बांड के सवाल पर वामदलों का प्रदर्शन 

इलाहाबाद। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी तथा भाकपा (माले) ने आज दिनांक 12 मार्च 2024 को अपने राज्यव्यापी आह्वान के तहत जिला कचहरी में प्रदर्शन कर चुनावी बांड तथा अन्य मुद्दों पर राष्ट्रपति महोदया को ज्ञापन भेजा। वामदलों ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट आदेश के बावजूद स्टेट बैंक ने दी हुई तारीख 6 मार्च तक इलेक्टोरल बांड का विवरण चुनाव आयोग को नहीं दिया। उसने 116 दिन का समय मांगा। इस बात पर भरोसा नहीं किया जा सकता कि जिस बैंक का सारा काम काज डिजिटल हो उसे चुनावी बांड विवरण देने के लिए इतना लंबे समय की जरूरत है। इसका सीधा मतलब है कि एस.बी.आई.सरकार के दबाव में है और सरकार, चुनाव के दौरान अपने असली चेहरे को बेनकाब नहीं होने देना चाहती है। इससे इस अंदेशे को बल मिलता है कि भाजपा के फायदे के लिए सरकार के इशारे पर स्टेट बैंक चुनावी चंदा देने वालों की जानकारी लोकसभा चुनाव से पहले देशवासियों को नहीं देना चाहता है। यह सुप्रीम कोर्ट के आदेश, पारदर्शिता व जनता के सूचना के अधिकार का उल्लंघन है। सुप्रीम कोर्ट ने एस.बी.आई. को आज तक की मोहलत दी है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। पालन न किए जाने पर स्टेट बैंक पर कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए।

वामदलों ने दिल्ली के इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन के पास स्थित मस्जिद के बाहर सड़क पर दरी बिछाकर नमाज पढ़ते नमाजियों को पुलिस द्वारा लात मारने और भगाने की कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के कानपुर में मजदूर परिवार की दो नाबालिग बहनों के साथ 28 फरवरी 2024 को गैंगरेप और हत्या की घटना के दोषियों और लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों को कठोर दंड देने की मांग की। प्रदर्शन में भाकपा जिला मंत्री नसीम अंसारी, माकपा जिला मंत्री अखिल विकल्प, भाकपा-माले जिला सचिव सुनील मौर्या, आनन्द मालवीय, विकास स्वरूप, सोनू यादव, मुस्तकीम अहमद, यशवंत, भानू, समर सिंह, शुकदेव, शिवरतन, सुफियान खान, राधेश्याम द्विवेदी, अनिरूद्ध, अनु सिंह, समीर गांगुली, अमन, अशोक राव, अरविंद सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।

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