समकालीन जनमत

Month : October 2021

साहित्य-संस्कृति

सुआ नृत्य : छत्तीसगढ़ी लोक का आलोक

समकालीन जनमत
पीयूष कुमार कार्तिक का अंधियारी पाख लग गया है। खेतों में कटने को खड़े धान पर घाम की तपिश कम हो रही है। सिलयारी के...
कविता

शेफाली की कविताएँ जीवन की सुंदरता से संवाद हैं

समकालीन जनमत
अरुणाभ सौरभ शेफाली की कविताएँ उस युवा पीढ़ी की आवाज़ हैं जिसके सपने, मूल्य और संवेदना को यह व्यवस्था और तंत्र निरंतर तोड़ रहा है।...
पुस्तक

हिंदुत्व के उत्थान से उपजी निराशा

गोपाल प्रधान
अभय कुमार दुबे की किताब ‘हिंदू-एकता बनाम ज्ञान की राजनीति’ का प्रकाशन वाणी प्रकाशन से 2019 में हुआ । शीर्षक ही बिना किसी लाग लपेट...
साहित्य-संस्कृति

‘राजकमल चौधरी और फणीश्‍वर नाथ रेणु दो गुरु हैं मेरे…’ : आलोकधन्वा

समकालीन जनमत
वरिष्‍ठ कवि आलोक धन्‍वा से कवि-आलोचक कुमार मुकुल की बातचीत अपनी बातचीत में आप हिंदी कविता, कहानी के महत्‍वपूर्ण हस्‍ताक्षरों राजकमल चौधरी और फणीश्‍वर नाथ...
कविता

जमुना बीनी की कविताएँ आदिवासियत की उपेक्षा का प्रतिकार हैं

समकालीन जनमत
कविता कादंबरी आदिवासी अस्मिता पर केंद्रित हिंदी कविताओं में कुछ सामान्य प्रवृत्तियाँ हैं जिसमें प्रकृति के साथ साहचर्य का भाव, ज्ञान निर्माण की प्रक्रिया पर...
पुस्तक

राजनीतिक प्रतिरोध में अहिंसा की भूमिका

गोपाल प्रधान
किताब में यही बताया गया है कि बीसवीं सदी में जनता ने हिंसा के बगैर सत्ता पर कब्जा करने की क्षमता अर्जित की । लेखकों...
ख़बर

कश्मीर में प्रवासी मजदूरों की हत्या के खिलाफ बिहार में विरोध दिवस मनाया गया

समकालीन जनमत
पटना। जम्मू-कश्मीर में प्रवासी बिहारी मजदूरों की लगातार हो रही हत्याओं के खिलाफ 20 अक्टूबर को भाकपा-माले, खेग्रामस व ऐक्टू के संयुक्त बैनर से पूरे राज्य...
सिनेमा

शहादत की अप्रतिम गाथा : सरदार उधम

समकालीन जनमत
पीयूष कुमार भारतीय सिनेमा में समय समय पर शहीदों पर बॉयोपिक बनती रही हैं। इन फिल्मों में ‘गांधी’ (1982) को छोड़ दें तो अन्य प्रस्तुतियां...
सिनेमा

हिंदी सिनेमा में दिखती ‘आदर्श’ दुनिया पर हिटलर के प्रभाव की शिनाख्त करती किताब

समकालीन जनमत
शक्ति ‘इतिहास, अतीत और वर्त्तमान के बीच कभी न खत्म होने वाला संवाद है’: ई. एच. कार यूँ तो अडोल्फ़ हिटलर और फासीवाद के बारे...
जनमत

टीवी की बहसों को तोड़-मरोड़ कर किसानों के खिलाफ़ ज़हर उगला जा रहा है

समकालीन जनमत
किसानों के खिलाफ वैमनस्य के बीज इसी प्रकार जानबूझकर बोये जाते हैं। मध्यवर्ग के एक बड़े समूह में किसानों के प्रति तिरस्कार और नाराजगी गलत...
कविता

घुँघरू की कविताएँ प्रेम के अनगढ़ रूप और सामाजिक संवेदना से भरपूर हैं

समकालीन जनमत
निरंजन श्रोत्रिय घुँघरू की कविताओं में प्रेम और संवेदनों को लेकर एक अलग-सी कमनीयता है वह भी ज़िद के साथ। एक युवा कवयित्री प्रेम को...
स्मृति

अपराजिता चली गईं, लेकिन अलबेलियाँ रहेंगी!

आशुतोष कुमार
नवाचारी कलाकार और हिंदी की लोकप्रिय अध्यापिका अपराजिता शर्मा के आकस्मिक निधन से हिंदी के युवा संसार में शोक की लहर है। अपराजिता दिल्ली विश्वविद्यालय...
कहानी

बस! बहुत हो चुका !

समकालीन जनमत
(यह लिली पोटपारा द्वारा लिखित स्लोवेनियन भाषा की कहानी है। लिली पोटपरा स्लोवेनियन साहित्य की एक प्रसिद्ध व पुरस्कृत लेखिका व अनुवादिका हैं। इस कहानी...
कहानी

पढिए स्लोवेनियन कहानीकार लिली पोटपारा की कहानी ‘ खिड़की से ’

समकालीन जनमत
 (‘खिड़की से ’लिली पोटपारा द्वारा लिखित स्लोवेनियन भाषा की कहानी है। लिली पोटपरा स्लोवेनियन साहित्य की एक प्रसिद्ध व पुरस्कृत लेखिका व अनुवादिका हैं। उनके...
जनमत

यह किसानों के अस्तित्व का संघर्ष है

सियाराम शर्मा
“मुझे इसमें कोई संदेह नहीं कि लोकतांत्रिक स्वराज्य में किसानों के पास राजनीतिक संस्था के साथ हर किस्म की संस्था होनी चाहिए।……. किसानों को उनकी...
कहानी

पढिए स्लोवेनियन कहानीकार लिली पोटपारा की कहानी ‘ मोबाइल फ़ोन ’

समकालीन जनमत
(लिली पोटपारा द्वारा लिखित स्लोवेनियन भाषा की यह एक बहुचर्चित कहानी है। लिली पोटपरा स्लोवेनियन साहित्य की एक प्रसिद्ध व पुरस्कृत लेखिका व अनुवादिका हैं।...
कहानी

पढिए स्लोवेनियन कहानीकार लिली पोटपारा की कहानी ‘ झूठ ’

समकालीन जनमत
( ‘लिली पोटपरा स्लोवेनियन साहित्य की एक प्रसिद्ध व पुरस्कृत लेखिका व अनुवादिका हैं। उनके कहानी संग्रह (Bottoms up stories) को 2002 में प्रोफ़ेशनल एसोसिएशन...
ख़बर

आइसा-लखनऊ के जिला सम्मेलन में बेरोज़गारी, शिक्षा के निजीकरण के खिलाफ संघर्ष का संकल्प

समकालीन जनमत
25 सदस्यीय जिला परिषद ने आदर्श शाही को जिला सचिव तथा प्राची मौर्य को जिलाध्यक्ष चुना लखनऊ। ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा)-लखनऊ का 5वां जिला...
ख़बर

जेपी की जयंती पर देश में बढ़ती तानाशाही के खिलाफ पटना में मार्च

पटना। जयप्रकाश नारायण की जयंती पर देश में बढ़ते फासीवादी शासन व लखीमपुर खीरी जघन्य हत्याकांड के खिलाफ केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी...
कविता

पार्वती तिर्की की कविताएँ आदिवासी समाज और प्रकृति के साहचर्य, सातत्य और सौंदर्य की अभिव्यक्ति हैं

समकालीन जनमत
रोज़ी कामेई आदिवासी समुदायों की एक ख़ास विशेषता यह होती है कि वे इंसानों से पहले धरती, समस्त जीव-जगत, प्रकृति एवं सृष्टि के हर सजीव-निर्जीव...
Fearlessly expressing peoples opinion