समकालीन जनमत

Tag : जन संस्कृति मंच

साहित्य-संस्कृति

आरा में विजेंद्र अनिल की स्मृति में आयोजन

समकालीन जनमत
विजेंद्र अनिल के जन्म की 75वीं वर्षगाँठ पर 21 जनवरी को आरा में एक बड़ा आयोजन होगा विजेंद्र अनिल के रचना-समग्र का प्रकाशन होगा 3...
साहित्य-संस्कृति

कवि केदारनाथ सिंह पर केंद्रित ‘साखी’ के विशेषांक और उनकी कविताओं पर परिचर्चा

समकालीन जनमत
जन संस्कृति मंच, अलीगढ़ और हिंदी विभाग, श्री वार्ष्णेय कॉलेज, अलीगढ के संयुक्त तत्वावधान में वार्ष्णेय कॉलेज में तीन अक्टूबर को केदारनाथ सिंह पर केंद्रित...
साहित्य-संस्कृति

विस्थापन के दर्द को उकेरती हैं उमेश पंकज की कविताएं

कौशल किशोर
लखनऊ, 6 अक्टूबर। कवि उमेश पंकज  के पहले कविता संग्रह ‘एक धरती मेरे अन्दर’ का आज यहां स्थानीय कैफ़ी आज़मी एकेडमी में लोकार्पण हुआ। कार्यक्रम...
साहित्य-संस्कृति

‘जनता का अर्थशास्त्र ’ एक जरूरी किताब – प्रो रमेश दीक्षित

लखनऊ। आवारा पूंजी साम्राज्यवादी पूंजी का नया चेहरा है। वह राजनीति पर कब्जा जमाती है, उसे अपना गुलाम बनाती है। वह जिस अर्थशास्त्र को निर्मित...
साहित्य-संस्कृति

तश्ना आलमी की शायरी में श्रम का सौंदर्य – कौशल किशोर

तश्ना आलमी की याद में लखनऊ में हुआ कार्यक्रम लखनऊ। तश्ना आलमी की शायरी प्रेम, संघर्ष व श्रम से मिलकर बनी है। इसमें श्रम का...
जनमतशख्सियतसाहित्य-संस्कृति

त्रिलोचन की याद : बज़िद अपनी राह चलने वाला कवि

रामजी राय
(आज त्रिलोचन का जन्मदिन होता है । इस मौके पर प्रस्तुत है ‘समकालीन जनमत’ के प्रधान संपादक रामजी राय का यह संस्मरण ।) “पथ पर...
जनमत

‘ बुद्धिजीवी और कलाकार की खाल ओढ़े हत्या-सत्ता-समर्थकों की हम भर्त्सना करते हैं ’

चार लेखक संगठनों का साझा बयान लेखक-कलाकार हमेशा से सत्ता के विरोध में रहे हैं, लेकिन मोदीराज में सत्ता के विरोध का विरोध एक स्थायी...
शख्सियतसाहित्य-संस्कृति

व्यक्तित्व में सरल और विचार में दृढ़: राजेन्द्र कुमार

समकालीन जनमत
विनोद तिवारी पचहत्तर पार : राजेंद्र कुमार राजेंद्र सर हमारे प्रिय अध्यापकों में रहे हैं । वह अपने व्यक्तित्व में नितांत सहज, सरल और साधारण...
ख़बर

सांप्रदायिक नफरत की राजनीति से लड़ते हुए सच्चे भारतीय राष्ट्रवाद को जिंदा रखना होगा : प्रो. राम पुनियानी

भोजपुर. ‘‘रोजी, रोटी, शिक्षा, स्वास्थ्य के मामलों को हल करना किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था की अनिवार्य शर्त है, पर पिछले पांच साल से भारत में...
ख़बर

लेखक संगठनों ने मतदाताओं से मोदी सरकार को हराने की अपील की

समकालीन जनमत
नई दिल्ली. चार लेखक संगठनों-जनवादी लेखक संघ, जन संस्कृति मंच,  प्रगतिशील लेखक संघ, दलित लेखक संघ ने मतदाताओं से कॉर्पोरेट-परस्त साम्प्रदायिक-फ़ासीवादी मोदी सरकार को दुबारा...
साहित्य-संस्कृति

रचना सिर्फ सकलम नहीं बल्कि सकर्मक होनी चाहिए

समकालीन जनमत
75 पार राजेन्द्र कुमार : प्रो राजेन्द्र कुमार के सम्मान में उमड़ा नागरिक समाज इलाहाबाद। सेंट जोसेफ कालेज स्थित होगेन हाल में वरिष्ठ कवि, आलोचक...
ख़बरशख्सियत

कवि-पत्रकार तैयब खान की स्मृति को नमन

समकालीन जनमत
धनबाद-झरिया के बहुत ही सक्रिय और जन मूल्यधर्मी कवि तैयब खान अब हमारे बीच नहीं हैं।01 मार्च 2019 को किडनी की बीमारी के चलते उनका...
जनमतशख्सियतस्मृति

नामवर सिंह ने कभी अवकाश ग्रहण नहीं किया

प्रणय कृष्ण
नामवर सिंह नहीं रहे. 93 साल की उन्होंने उम्र पायी, लेकिन लगता है जैसे किसी विराट उपस्थिति ने अचानक हमें किसी न भरे जा सकने...
ख़बर

एक आसन्न गिरफ़्तारी देश के ज़मीर पर शूल की तरह चुभती दिख रही है

( 29 जनवरी को जलेस के केन्द्रीय कार्यालय में जन संस्कृति मंच, दलित लेखक संघ, न्यू सोशलिस्ट इनीशिएटिव, रमणिका फाउंडेशन, साहित्य वार्ता, प्रगतिशील लेखक संघ...
ख़बर

गोरख स्मृति आयोजन में 27 कवियों का कविता पाठ, गोरख के गीतों का गायन हुआ

समकालीन जनमत
पटना. स्थानीय प्रेमचंद रंगशाला परिसर में हिरावल (जन संस्कृति मंच) की ओर से तीसरा गोरख पांडेय स्मृति आयोजन हुआ, जिसमें ‘हिरावल’ और ‘नाद’ के कलाकारों...
कवितास्मृति

गोरख के काव्य में सादगी, अभिधा का सौंदर्य है-चन्द्रेश्वर

गोरख पाण्डेय की स्मृति में लखनऊ में कार्यक्रम शीर्षस्थ कथा लेखिका कृष्णा सोबती को श्रद्धांजलि दी गई लखनऊ. हिन्दी कविता की जो सुदीर्घ परम्परा है,...
साहित्य-संस्कृति

जसम की ओर से रचना पाठ ‘पंख खोलूं और उड़ चलूं आसमान में’

कौशल किशोर
लखनऊ: रचनाकार समय और समाज को अपने सृजन का विषय बनाता है। आम आदमी की पीड़ा व संघर्ष की अभिव्यक्ति आज की रचनाओं की विशेषता...
ख़बर

संजलि को न्याय दिलाने के लिए जनसंगठनों का लखनऊ में प्रदर्शन

लखनऊ। आगरा में मासूम अंजलि की पेट्रोल से जलाकर की गई निर्मम हत्या की गूंज आज लखनऊ में सुनाई पड़ी। विभिन्न महिला संगठनों और आवाम...
सिनेमा

भारतीय सिनेमा हाशिये के लोगों का सिनेमा नहीं है : पवन श्रीवास्तव

समकालीन जनमत
प्रतिरोध का सिनेमा : 10 वां पटना फिल्मोत्सव पटना. ‘‘जिसे भारतीय सिनेमा कहा जाता है, उसे भारतीय सिनेमा नहीं कहना चाहिए। वह सच्चे अर्थों में...
शख्सियतसाहित्य-संस्कृति

कवि विद्रोही की याद में कविता पाठ और परिचर्चा

समकालीन जनमत
जनकवि रमाशंकर यादव ‘विद्रोही’ के स्मृति दिवस की पूर्व संध्या पर 7 दिसंबर को जन संस्कृति मंच की दिल्ली इकाई के सचिव रामनरेश राम के...
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