समकालीन जनमत
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साहित्य-संस्कृति

यह भारतीय कला का आत्मसम्मान विहीन दौर है – अशोक भौमिक

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लखनऊ। जन संस्कृति मंच की ओर से लेखक और पत्रकार अनिल सिन्हा के स्मृति दिवस की पूर्व संध्या पर 24 फरवरी को सालाना जलसा का आयोजन
कविता

जितेन्द्र कुमार की कविताएँ विकास की विडंबना को दर्शाती हैं

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कुमार मुकुल आज कस्‍बों और उपनगरों की युवा कविता से जो संघर्ष की धार और तार्किकता गायब होती जा रही है वह जितेन्‍द्र कुमार की
ग्राउन्ड रिपोर्ट

न्याय यात्रा में युवा भागीदारी ने बेरोजगारी के सवाल को प्रमुख चुनावी मुद्दा बनाया

सुशील मानव
प्रयागराज। आनंद भवन से लक्ष्मी टॉकीज, पुराना कटरा की सड़क। ऊपर हवा में लहराती भगवा झंडो की लड़ियां और नीचे सड़कों पर कांग्रेस नेता राहुल
साहित्य-संस्कृति

सुधीर सुमन की कविताओं में यथार्थ को बदलने की छटपटाहट है : सुरेश कांटक

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आरा। आज बाल हिन्दी पुस्तकालय आरा में जन संस्कृति मंच की ओर से सुधीर सुमन के कविता-संग्रह ‘ सपना और सच ‘ का लोकार्पण और
कविता

मृगतृष्णा की कविताएँ मुक्ति की आकांक्षा हैं

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निरंजन श्रोत्रिय   युवा कवि मृगतृष्णा की ये कविताएँ मुक्ति की आकांक्षा की कविताएँ हैं। यह मुक्ति परम्परा से विद्रोह के रूप में भी है
ख़बर

केंद्र सरकार द्वारा लाये गये तीन नये अपराधिक कानूनों के विरोध में संगोष्ठी का आयोजन

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13.02.2024 केंद्र सरकार द्वारा लाये गये तीन नये अपराधिक कानून तथा आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर जन घोषणापत्र विषयों पर राज्यस्तरीय संगोष्ठी ऑल इंडिया
ख़बर

किसानों और मजदूरों की हड़ताल के समर्थन में आशाओं ने सभी ब्लाकों में प्रदर्शन और सभा की

इलाहाबाद। ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल आफ ट्रेड यूनियंस (एक्टू) से संबद्ध उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन ने किसानों मजदूरों की हड़ताल का पूर्ण समर्थन करते
ख़बर

प्रयागराज में ग्रामीण भारत बंद और हड़ताल सफल रहा, जुलूस निकला , सभा हुई

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इलाहाबाद। संयुक्त किसान मोर्चा ,संयुक्त ट्रेड यूनियन तथा केंद्र राज्य कर्मचारियों के संयुक्त तत्वाधान में आज अखिल भारतीय ग्रामीण भारत बंद तथा औद्योगिक/ क्षेत्रीय हड़ताल
ख़बर

विधायक मनोज मंजिल सहित 23 लोगों को आजीवन कारावास की सजा के खिलाफ प्रतिवाद मार्च

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पटना। कथित हत्या के मामले में माले के युवा नेता व विधायक मनोज मंजिल सहित 23 लोगों को आजीवन कारावास की सजा को भाकपा-माले ने
ख़बर

भाजपा और सामंती ताकतों की साजिश के शिकार हुए माले विधायक मनोज मंजिल- दीपंकर भट्टाचार्य

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पटना। भाकपा-माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार में दलित-गरीबों के कई जनसंहार हुए हैं. 60-60 लोगों की हत्या हुई है, लेकिन आज
साहित्य-संस्कृति

हिंदुत्व प्रतिक्रांति की विचार धारा है – कंवल भारती

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मऊ। प्रो. तुलसीराम स्मृति व्याख्यानमाला के तहत इस शृंखला का आठवाँ व्याख्यान राहुल सांकृत्यायन सृजनपीठ व जन संस्कृति मंच के संयुक्त तत्वावधान में 11 फरवरी
साहित्य-संस्कृति

निराला का वैचारिक लेखनः राष्ट्र निर्माण का सवाल और जाति-वर्ण

दुर्गा सिंह
निराला के जन्मदिन(बसंत पंचमी)  के अवसर पर प्रस्तुत लेख निराला के लेखन में राष्ट्र निर्माण, स्वाधीनता, धर्म, भाषा व जाति-वर्ण आदि को  रचनात्मक ढंग से
पुस्तक

कोमिंटर्न और दक्षिणी गोलार्ध

गोपाल प्रधान
2023 में रटलेज से आन्ने गारलैंड माहलेर और पाओलो कापुज़्ज़ो के संपादन में ‘द कोमिंटर्न ऐंड द ग्लोबल साउथ: ग्लोबल डिजाइन/ लोकल एनकाउंटर्स’ का प्रकाशन
कविता

नताशा की कविताएँ स्त्रीत्व का अन्वेषण और उनका विस्तार करती हैं

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विपिन चौधरी कविता उस मानवीय संस्कृति का नाम है जिसका सीधा संबंध संवेदनाओं से है, इस लिहाज़ से वर्तमान समय में कविता जैसी विधा सबसे
ज़ेर-ए-बहस

थैले से बाहर समान नागरिक संहिता का जिन्न

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समान नागरिक संहिता के जिन्न का उत्तराखंडी संस्करण थैले से बाहर आ चुका है और उसके साथ ही सामने आ गयी है बन्द कमरों में
साहित्य-संस्कृति

लोकप्रिय साहित्य

राम नरेश राम
Any written work that is read, or is intended to be read, by a mass audience is Popular literature. लोकप्रिय साहित्य में इस्तेमाल लोकप्रिय शब्द
पुस्तक

विकास माॅडल पर सवाल उठाता है ‘ शालडुंगरी का घायल सपना ’

समकालीन जनमत
पटना । “आज जो देश का मुख्य अंतर्विरोध है, ‘शालडुंगरी का घायल सपना’ उस पर उंगली रखता है। एक ओर कारपोरेट पूंजी का तंत्र है, जिसमें
साहित्य-संस्कृति

लेखक को अपने समय की पड़ताल करनी चाहिए- ज्ञानरंजन

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(प्रख्यात कथाकार व हिन्दी की सर्वाधिक प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में से एक ‘पहल’ के सम्पादक ज्ञानरंजन द्वारा बाँदा में प्रेमचंद स्मृति कथा सम्मान के मौके पर
कविता

अंकिता रासुरी की कविताएँ विषय विविधता से पूर्ण अदम्य साहस की अभिव्यक्ति हैं

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पुरु मालव अंकिता रासुरी की कविताओं में वो विषय-क्षेत्र भी सहजता से प्रविष्ट हो जाते हैं जिनकी ओर प्रायः कवि दृष्टिपात करने से भी बचते
Fearlessly expressing peoples opinion