समकालीन जनमत

Author : मनोज कुमार सिंह

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मनोज कुमार सिंह वरिष्ठ पत्रकार हैं
ग्राउन्ड रिपोर्ट

बाग़ी बलिया के पोलिटिकल एक्सपर्ट  

  बलिया जिला के लोगों को इस पर बहुत फक्र है कि उनका जिला बाग़ी जिला है। बाग़ी इसलिए कि 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में यहां...
देसवा

आदिवासी स्कूल वाया बाईपास

मनोज कुमार सिंह
( पत्रकार मनोज कुमार के साप्ताहिक कॉलम ‘देसवा’ की 11 वीं क़िस्त ) 28 नवम्बर 2011। दिन रविवार। नेपाल जाने वाली सोनौली बाइपास सड़क के...
देसवा

एक लड़की का सुसाइड नोट

मनोज कुमार सिंह
( पत्रकार मनोज कुमार के साप्ताहिक कॉलम ‘देसवा’ की दसवीं क़िस्त  ) पांच वर्ष पहले सितम्बर महीने की नौ तारीख को गोरखपुर-बड़हलगंज मुख्य मार्ग पर...
देसवा

बूढी गंडक नदी और एक विस्थापित बूढ़ा

मनोज कुमार सिंह
खाली हो गए लोगों की झोपड़ियां एक पतली सड़क के उत्तर और दक्खिन पानी में डूबी हुई हैं। शाम हो रही है। सड़क पर कुछ...
देसवा

सरसो का खेत और मोहम्मदीन का उदास चेहरा

मनोज कुमार सिंह
( पत्रकार मनोज कुमार के साप्ताहिक कॉलम ‘देसवा’ की आठवीं क़िस्त  )    इसी हफ्ते खबर आयी कि कुशीनगर के हवाई अड्डे से सितम्बर महीने...
देसवा

क्या वे सिर्फ समोसा बना रहे थे

मनोज कुमार सिंह
( पत्रकार मनोज कुमार के साप्ताहिक कॉलम ‘देसवा’ की सातवीं क़िस्त  ) जुलाई 2016 के पहले हफ़्ते एक दिन एक अख़बार की छोटी सी खबर...
देसवा

फूलमनहा में फूल का जनाज़ा

मनोज कुमार सिंह
( पत्रकार मनोज कुमार के साप्ताहिक कॉलम ‘देसवा’ की छठवीं क़िस्त  ) तीन वर्ष पहले की बात है। मैं जब महरजगंज जिले के बृजमनगंज क्षेत्र...
देसवासाहित्य-संस्कृति

जसिया की आँखें

मनोज कुमार सिंह
( पत्रकार मनोज कुमार के साप्ताहिक कॉलम ‘देसवा ‘ की  पाँचवी क़िस्त  ) मार्च 2006 की बात है। दो वर्षों से कुशीनगर में मुसहर समुदाय...
देसवा

‘ उसकी हर निशानी हटा दी है फिर भी आँखों से उसका चेहरा नहीं जा रहा ’

( पत्रकार मनोज कुमार के साप्ताहिक कॉलम ‘देसवा ‘ की चौथी क़िस्त ) बीआरडी मेडिकल कालेज में 10 अगस्त 2017 को हुए आक्सीजन हादसे के...
देसवा

…वो तीसरी मुलाकात

(पत्रकार मनोज कुमार के साप्ताहिक कॉलम ‘देसवा ‘ की  तीसरी क़िस्त ) नौ वर्ष पहले नवम्बर 2011 में कुशीनगर के नाहर छपरा गांव जाना हुआ....
स्मृति

सलाम चितरंजन भाई ! आप ने दमन, अत्याचार के खिलाफ संघर्ष की जो लौ लगाई, वह कभी नहीं बुझेगी

मैं जब गोरखपुर विश्वविद्यालय में स्नातक की पढ़ाई कर रहा था, तभी पत्रकारिता की तरफ झुकाव शुरू हुआ. वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्धन शाही (अब सूचना आयुक्त,...
देसवा

‘ हमरो बाबू असो चल गईल ’

( पत्रकार मनोज कुमार के साप्ताहिक कॉलम ‘देसवा ‘ की  दूसरी क़िस्त  ) ‘असो हमहूं चल जाइब’ जब मैं संतकबीर नगर जिले के मेंहदावल ब्लाक...
देसवा

पूरब ही देसवा में फूटली किरनिया, होला सुहावन बिहान रे……..

(आज से समकालीन जनमत में  ‘ देसवा ‘ नाम से पत्रकार मनोज कुमार का साप्ताहिक कॉलम शुरू हो रहा है. प्रस्तुत है इसकी पहली क़िस्त...
जनमत

प्रवासी मजदूर जिनका कोई वतन नहीं

कोविड-19 को लेकर हुए लॉक डाउन के बाद हमारे देश में प्रवासी श्रमिकों की समस्या सबसे बड़े रूप  में उभर कर सामने आई है. वे...
ग्राउन्ड रिपोर्टजनमत

फ़ीस है बहुत, स्कूल-कॉलेज हैं कम, कैसे पढ़ें बेटियाँ

( गरीबी के कारण पढ़ नहीं पा रही कुशीनगर जिले की बेटियों की दास्तां ) 16 वर्षीय वंदना भारती कुशीनगर जिले के कसया ब्लाक के...
जनमत

सूचना अधिकार कानून की अब किसे परवाह है

मनोज कुमार सिंह
बात 2007 की है। सूचना अधिकार कानून लागू हो गया था और उसके बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए तमाम कार्यक्रम हो रहे...
जनमत

युवा भारत, बेरोजगार भारत

मनोज कुमार सिंह
आबादी के हिसाब से देखें तो आज का भारत युवा भारत है क्योंकि जनसंख्या का 35 फीसदी युवा आबादी है। किसी भी देश की जनसंख्या...
जनमत

कुंभ : हिंदुत्व के एजेंडे में रंगने की साजिश

मनोज कुमार सिंह
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने जब 2019 के कुम्भ मेले का लोगो प्रतीक चिन्ह जारी किया था तो प्रसिद्ध चित्रकार अशोक भौमिक को...
ग्राउन्ड रिपोर्ट

इंसेफेलाइटिस से मौतों में ‘ चमत्कारिक ’ कमी का सच क्या है ?

मनोज कुमार सिंह
उत्तर प्रदेश और बीआरडी मेडिकल कालेज में इंसेफेलाइटिस (एईएस /जेई) से मौतों में ‘ भारी ’, ‘ चमत्कारिक ’ कमी का का दावा विवादों के...
ग्राउन्ड रिपोर्ट

तीन वर्षों में 200 घर बड़ी गंडक में समाए, अपने हाथों से अपना घर गिरा रहे हैं ग्रामीण

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में बड़ी गंडक नदी की कटान से तमकुही तहसील के एपी तटबंध के पास कई गांव नदी में समाते जा...
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