समकालीन जनमत

Month : April 2022

ख़बर

“आर्थिक और सामाजिक लोकतंत्र के बिना राजनीतिक लोकतंत्र फ़ासीवाद में बदल सकता है ”

समकालीन जनमत
अर्पिता अखिल भारतीय सांस्कृतिक प्रतिरोध अभियान “हम देखेंगे’ द्वारा 14 अप्रैल को बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की 131 वीं जयंती के अवसर पर ‘भारतीय...
ख़बर

पूँजी की कोई भी संस्था लोकतांत्रिक नहीं होती है : प्रो गोपाल प्रधान

मऊ. बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के जयंती व राहुल सांकृत्यायन की पुण्यतिथि पर राहुल सांकृत्यायन सृजन पीठ के लाइब्रेरी हाल में “परंपरा की नव्यता बरास्ते...
समर न जीते कोय

समर न जीते कोय-11

मीना राय
(समकालीन जनमत की प्रबन्ध संपादक और जन संस्कृति मंच, उत्तर प्रदेश की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मीना राय का जीवन लम्बे समय तक विविध साहित्यिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक...
जनमतदुनिया

महामारी, युद्ध और वैश्विक शक्ति संतुलन- दो

जयप्रकाश नारायण  दूसरे विश्व युद्ध के बाद साम्राज्यवादी खेमे का नेतृत्व ब्रिटेन के हाथ से निकल कर अमेरिका के हाथ में चला गया। विश्व युद्ध...
जनमतदुनिया

महामारी, युद्ध और वैश्विक शक्ति संतुलन- एक

जयप्रकाश नारायण  पिछले 2 वर्षों से मानव सभ्यता कोविड-19 वायरस की महामारी से जूझ रही है। करोड़ों लोग अब तक मारे जा चुके हैं। उद्योग,...
शख्सियत

भारतीय राजनीति के लिए अम्बेडकर का सही आकलन है जरूरी

जनार्दन
भारत रत्न बी.आर. अम्बेडकर ने आजादी के बाद भारत निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किया। उन्होंने विभिन्न मुद्दों के समाधान खोजने के लिए जिस...
स्मृति

जीवन के रंग और राग में सराबोर है लालसा लाल तरंग का साहित्य

कौशल किशोर
12 अप्रैल स्मृति दिवस पर कोरोना महामारी के दौरान हमने साहित्य व समाज के ऐसे महत्वपूर्ण लोगों को खोया है जिनकी बेहद जरूरत थी। दूसरी...
कविता

प्रियंवदा की कविताएँ हिंदी कविता के आँचल में ग़ज़ल के फूल टाँकने का फ़न हैं

समकालीन जनमत
अजमल सिद्दीक़ी  प्रियंवदा के अब तक के साहित्यिक सफ़र को मैं ने बहुत क़रीब से देखा है , मैं इस सफ़र के हर उतार चढ़ाव...
साहित्य-संस्कृति

‘ जितेंद्र कुमार की कहानियाँ भोजपुर के संग्रामी जमीन का बहुस्तरीय स्वरूप प्रस्तुत करती हैं ’

आरा। स्थानीय बाल हिंदी पुस्तकालय में वरिष्ठ कहानीकार जितेंद्र कुमार के सद्य: प्रकाशित कहानी संग्रह ‘अग्निपक्षी’ का लोकार्पण व परिचर्चा का कार्यक्रम जन संस्कृति मंच,...
कविता

महेश पुनेठा की कविताएँ जीवन, प्रकृति और परिवेशगत विडंबनाओं को धारदार रूप में अभिव्यक्त करती हैं

समकालीन जनमत
कल्पना पंत   ’भवानी प्रसाद मिश्र” की ’कवि’ शीर्षक कविता की आरंभिक पंक्तियाँ हैं  “जिस तरह हम बोलते हैं   उस तरह तू लिख  और इसके बाद...
जनमत

‘जल जंगल ज़मीन’ के आदिवासी संघर्ष और इतिहास को धूमिल करने का आपराधिक प्रयास है ‘आरआरआर'(RRR)

समकालीन जनमत
महेश कुमार साहू और अल्लाम राजैया (saahu and allam rajaiah) ने 1982 तेलगु भाषा में कोमराम भीम पर एक ऐतिहासिक उपन्यास लिखा था। इसका अँग्रेजी...
समर न जीते कोय

समर न जीते कोय-10

मीना राय
(समकालीन जनमत की प्रबन्ध संपादक और जन संस्कृति मंच, उत्तर प्रदेश की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मीना राय का जीवन लम्बे समय तक विविध साहित्यिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक...
ख़बर

‘ सामासिक संस्कृति को नष्ट करने का प्रयास कर रही सत्ता ’

समकालीन जनमत
इलाहाबाद। प्रगतिशील लेखक संघ, जनवादी लेखक संघ और जन संस्कृति मंच द्वारा संयुक्त रूप से आज जाने माने लेखक एवं प्रगतिशील लेखक संघ के कार्यकारी...
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