समकालीन जनमत

Month : August 2020

ख़बर

दलित प्रधान की हत्या व दलितों पर हमलों के खिलाफ भाकपा माले ने प्रदर्शन किया

समकालीन जनमत
आजमगढ़। आजमगढ़ में दलित प्रधान की हत्या, दलितों, महिलाओं, अल्पसंख्यकों पर जारी हिंसक हमलों और सत्ता संरक्षित पुलिस अपराधी गठजोड़ के विरुद्ध भाकपा(माले) आजमगढ़ के...
जनमत

मेरे विचार दृढ़ थे और रहेंगे, मैं दया की भीख नहीं माँगता, मैं उदारता का अनुरोध नहीं करता : प्रशांत भूषण

समकालीन जनमत
मशहूर अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने 20 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट को दिए अपने बयान में कहा कि मुझे इस बात का दुःख है कि मुझे...
जनमत

‘ आलोचना और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को अदालत की अवमानना थोप कर खामोश नहीं किया जा सकता ’

भाकपा माले ने मशहूर अधिवक्ता प्रशांत भूषण के साथ एकजुटता जाहिर करते हुए कहा है कि आलोचना का अर्थ अवमानना नहीं है। आलोचना और अभिव्यक्ति...
ख़बर

इलाहाबाद में अधिवक्ताओं ने प्रशांत भूषण के साथ एकजुटता दिखायी 

अधिवक्ता मंच इलाहाबाद की अगुवाई में आज इलाहाबाद उच्च न्यायालय और जिला न्यायालय के अधिवक्ताओं ने हाई कोर्ट के सामने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की...
ख़बर

रेलवे के निजीकरण के खिलाफ़ आई. आर. ई. एफ़. (IREF) ने मनाया देश भर में एंटी प्राइवेटाइजेशन डे

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प्रयागराज पुनीत सेन आज इंडियन रेलवे इम्प्लाइज फेडरेशन के आह्वान पर एंटी प्राइवेटाइजेशन डे के तहत देश भर में रेलवे कर्मचारियों ने सभी जोन, डिवीजन...
फ़ोटोग्राफ़ी

2400 वर्ग फ़ीट की तस्वीर  

संजय जोशी
( प्रतिरोध का सिनेमा अभियान अपनी घुमंतू सिनेमा यात्राओं की वजह से भी आम लोगों के बीच अर्थपूर्ण सिनेमा को सार्थक तरह से  पहुंचाने में...
जनमत

आखिर किस दबाव में शाहीन बाग़ के ‘ आंदोलनकारी ‘ भाजपाई हो गए 

कैलाश बनवासी
शाहीन बाग़ में सौ दिन से भी अधिक चले शांतिपूर्ण,अहिंसात्मक आन्दोलन से जुड़े कई कार्यकर्ताओं ने 16 अगस्त को दिल्ली में भाजपा ज्वाइन कर लिया,...
जनमत

सवाल तो यही है कि भावना और जनहित तय कैसे और कौन करेगा ?

इन्द्रेश मैखुरी
वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण को उनके दो ट्वीट के लिए उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा, न्यायमूर्ति बी.आर.गवई और न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी की खंडपीठ ने...
सिनेमा

औरतों की बहुत सी कहानियाँ हमारा इंतज़ार कर रही हैं

समकालीन जनमत
(कोविड -19 की त्रासदी ने हमारे जीवन के सभी पहलुओं पर असर डाला है . हमारी सिनेमा बिरादरी के क्रियाकलाप पर भी इसका बहुत प्रभाव...
शख्सियत

सुमिरन कर ले मेरे मना: भारतीय शास्त्रीय संगीत का ‘जस’ हैं पंडित जसराज

समस्त राग-रागिनियाँ भी मानो इस भजन गायन से उस परमब्रह्म में लीन होने को तत्पर हो जाती हैं। पता नहीं गुरु नानक देवजी के शब्दों...
जनमत

प्रशांत भूषण के समर्थन में आए लेखक संगठन , प्रोफ़ेसरों के उत्पीड़न के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई

समकालीन जनमत
जन संस्कृति मंच, प्रगतिशील लेखक संघ, दलित लेखक संघ, प्रतिरोध का सिनेमा, इप्टा, संगवारी, न्यू सोशलिस्ट इनिशिएटिव और जनवादी लेखक संघ ने प्रशांत भूषण को...
व्यंग्य

हम ट्रिपल आज़ाद लोग

तीसरी आज़ादी अयोध्या में बाबरी मस्जिद तोड़ कर हासिल की गई ज़मीन पर राम मन्दिर का शिलान्यास करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने 5 अगस्त की...
ख़बर

दिल्ली के विभिन्न मज़दूर-इलाकों में ट्रेड यूनियनों के ऊपर हुए ‘FIR’ का राज्यव्यापी विरोध

अभिषेक कुमार
  ऐक्टू ने दिल्ली के विभिन्न मजदूर-इलाकों में किया ट्रेड यूनियनों के ऊपर हुए ‘FIR’ का किया विरोध दिल्ली आशा कामगार यूनियन ने भी किया...
देसवा

गाँव की औरतों का कुबूलनामा- तीन

समकालीन जनमत
कीर्ति   “कत्ले हुसैन असल में मरगे यज़ीद है इस्लाम जिंदा होता है हर कर्बला के बाद।” ये वही हुसैन हैं, जिनके लिए उनकी माँ...
ख़बर

बनारस की बुनकर महिलाओं ने ऐपवा के साथ अपनी मांगो के लिए आवाज बुलंद की

ऐपवा ने महामारी में आर्थिक तंगी से जूझ रहे बुनकर परिवारो के लिए के लिए केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री और कपड़ा मंत्री स्मृति...
ख़बर

भारत चुनी हुयी तानाशाही के एक रूप की ओर बढ़ रहा है : जस्टिस ए पी शाह

रविवार को दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश ए0पी0 शाह ने एक चुभते वक्तव्य में कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी के चलते संसद भूतों का शहर...
ज़ेर-ए-बहस

प्रेमचंद का उपन्यास ‘प्रेमा’ और सामाजिक सुधार का प्रश्न

समकालीन जनमत
निकिता सामाजिक तथा राजनीतिक उलटफेर को यथार्थ रूप से लिखने में यदि किसी का नाम पहले आता है, तो वह प्रेमचंद हैं । खासकर, बात...
कविता

अनुराधा अनन्या की कविताएँ आधी आबादी के पूरे सच को उजागर करती हैं

समकालीन जनमत
निरंजन श्रोत्रिय   युवा कवयित्री अनुराधा अनन्या की कविताओं में स्त्री-विमर्श किन्हीं सिद्धान्तों या भारी भरकम वैचारिक जुगाली के बजाय एक व्यावहारिक और यथार्थ रूप...
भाषा

उर्दू की क्लास : जामिया “यूनिवर्सिटी” कहना कितना मुनासिब ?

समकालीन जनमत
( युवा पत्रकार और साहित्यप्रेमी महताब आलम  की श्रृंखला ‘उर्दू की क्लास’ की तीसरी क़िस्त में जामिया के मायने के बहाने उर्दू भाषा के पेच-ओ-ख़म...
शख्सियत

शम्भु बादल : जितने सहृदय उतने ही प्रतिबद्ध कवि

बलभद्र
शम्भु बादल हिन्दी के एक वरिष्ठ जनधर्मी कवि हैं। उनकी एक काव्य पुस्तक है ‘पैदल चलने वाले पूछते हैं’। कविता की यह उनकी पहली किताब...
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