समकालीन जनमत

Month : August 2020

भाषा

उर्दू की क्लास : नुक़्ते के हेर फेर से “ख़ुदा” “जुदा” हो जाता है

समकालीन जनमत
( छापाखाने के आविष्कार के बाद तमाम चीज़ें  काग़ज़ के पन्नों में छपकर किताब की शक्ल में आने से भाषा एक नयी चाल में ढलने...
शख्सियत

‘कोरस’ द्वारा प्रेमचंद की कहानी ‘मनोवृत्ति’ का नाट्य रूपांतरण

प्रेमचंद एक ऐसे रचनाकार हैं जो हर समय-समाज में समकालीन रहे हैं। उनकी कहानियां भारतीय समाज का एक जीता-जागता चित्र हैं। प्रेमचन्द की एक कहानी...
शख्सियत

आज भी किसान जीवन का यथार्थ है ‘पूस की रात’

समकालीन जनमत के आयोजन ‘जश्न-ए-प्रेमचंद’ में पीयूष कुमार की आवाज़ में प्रेमचंद की कहानी ‘पूस की रात’...
कविता

अशोक कुमार की कविताएँ जीवन के खाली पड़े कटोरों को प्रेम से भर देने की कामना हैं

समकालीन जनमत
गिरिजेश कुमार यादव कविता से जुड़े सभी पारंपरिक और आधुनिक सिद्धान्तों का सार यही है कि कविता तभी कविता है जब वह अपने पाठक तक...
ग्राउन्ड रिपोर्ट

जिनके वीडियो वायरल नहीं हुए …

समकालीन जनमत
कोरोना डायरी : लॉकडाउन-2 नीलिशा [युवा पत्रकार नीलिशा दिल्ली में रहती हैं और इस भयावह वक़्त का दस्तावेज़ीकरण वे कोरोना डायरी नाम से कर रही...
ख़बर

झारखंड जनाधिकार महासभा ने सीआरपीएफ द्वारा आदिवासियों की पिटाई की घटना पर जांच रिपोर्ट जारी की, न्यायिक जांच की मांग 

समकालीन जनमत
झारखंड जनाधिकार महासभा ने सीआरपीएफ द्वारा 15 जून को चिरियाबेड़ा (झारखंड) के आदिवासियों की क्रूर पिटाई की घटना  पर रिपोर्ट जारी करते हुए कहा है...
ज़ेर-ए-बहस

राजनीतिक कैदियों की मोदी की सूची के बढ़ते जाने पर चुप्पी के लिये भारतीयों को पछताना पड़ेगा

( वरिष्ठ पत्रकार शिवम विज का यह लेख  ‘ द प्रिंट ’  में 29 जुलाई को प्रकाशित हुआ है। समकालीन जनमत के पाठकों के लिए...
ये चिराग जल रहे हैं

वीरेनदा : कविता और जीवन में सार्थक भरभण्ड

( वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक नवीन जोशी के प्रकाशित-अप्रकाशित संस्मरणों की  शृंखला ये चिराग जल रहे हैं   की  चौदहवीं  क़िस्त  में  प्रस्तुत  है   अनूठे  हिंदी ...
जनमत

मजदूरों के श्रम की अनवरत लूट की इबारत है उत्तराखंड में श्रम कानूनों में बदलाव

उत्तराखंड मंत्रिमंडल की बैठक में श्रम क़ानूनों की कतर ब्यौंत करने के निर्णय पर मोहर लगा दी गयी. 29 जुलाई को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत...
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