स्मृति मेरी नींद मत लो मेरे सपने लो: मंगलेश स्मृतिसमकालीन जनमतMay 17, 2021May 18, 2021 by समकालीन जनमतMay 17, 2021May 18, 202101342 मिथिलेश श्रीवास्तव दिल्ली शहर मंगलेश डबराल की कविता ‘मत्र्योश्का’ की तरह है ( मत्र्योश्का रूस की एक लोकप्रिय गुड़िया है जिसमें लकड़ी की बनी क्रमशः...
कविता पहाड़ों की यातनाएं संजोते मंगलेश दासमकालीन जनमतMay 16, 2021 by समकालीन जनमतMay 16, 202101438 अर्पिता राठौर मंगलेश डबराल का रचना कर्म उस सफर सरीखा है जो अपना समस्त जीवन मानवीय विडंबनाओं में संभावना तलाशते हुए गुज़ार देना चाहता है।...
स्मृति ´´ हम तारों से आये हैं और तारों में ही चले जायेंगे वापस ´´प्रणय कृष्णDecember 14, 2020December 14, 2020 by प्रणय कृष्णDecember 14, 2020December 14, 202002143 विलक्षण कवि -लेखक, सम्पादक, अनुवादक, जन संस्कृति मंच के संस्थापक सदस्य और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, कामरेड और सबसे बढ़कर एक दुर्लभ इंसान के रूप में हमारी स्मृतियों...
ख़बर “कलाओं के बीच अबोलेपन को दूर करते हैं मंगलेश” – राजेंद्र कुमारसमकालीन जनमतDecember 14, 2020December 14, 2020 by समकालीन जनमतDecember 14, 2020December 14, 202001908 हिंदी के जाने-माने कवि मंगलेश डबराल का 9 दिसंबर 2020 को कोरोना संक्रमित होने के कारण दिल्ली के एम्स में निधन हो गया मंगलेश डबराल...
शख्सियत प्रिय कवि मंगलेश डबराल की याद मेंकौशल किशोरDecember 13, 2020December 19, 2020 by कौशल किशोरDecember 13, 2020December 19, 202001798 लखनऊ के लेखकों और संस्कृतिकर्मियों ने आज मंगलेश डबराल और राघव नरेश की स्मृति में शोक सभा आयोजित करके उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। शोक...
शख्सियत स्मृति मंगलेश डबराल: ‘आवाज भी एक जगह है’कौशल किशोरDecember 13, 2020December 13, 2020 by कौशल किशोरDecember 13, 2020December 13, 202002777 साहित्य और विचार की संस्था लिखावट की ओर से ऑनलाइन गूगल मीट पर प्रसिद्ध कवि और गद्यकार मंगलेश डबराल की स्मृति में कार्यक्रम ‘आवाज़ भी...
शख्सियत मंगलेश की कविताएं आने वाली पीढ़ियों को भी लंबे समय तक प्रेरित करती रहेंगी – संतोष सहरसमकालीन जनमतDecember 13, 2020 by समकालीन जनमतDecember 13, 202002197 कवि मंगलेश डबराल को जन संस्कृति मंच की श्रद्धांजलि पटना, 13 दिसंबर। स्थानीय छज्जूबाग में जन संस्कृति मंच की ओर से, विगत 9 दिसंबर को...
ख़बर प्रख्यात कवि मंगलेश डबराल नहीं रहेसमकालीन जनमतDecember 9, 2020December 9, 2020 by समकालीन जनमतDecember 9, 2020December 9, 202002739 नई दिल्ली। प्रख्यात कवि मंगलेश डबराल का आज शाम सात बजे निधन हो गया। कोरोना से संक्रमित होने के बाद वे गाजियाबाद के एक निजी...
ये चिराग जल रहे हैं वीरेनदा : कविता और जीवन में सार्थक भरभण्डनवीन जोशीAugust 1, 2020 by नवीन जोशीAugust 1, 202003071 ( वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक नवीन जोशी के प्रकाशित-अप्रकाशित संस्मरणों की शृंखला ये चिराग जल रहे हैं की चौदहवीं क़िस्त में प्रस्तुत है अनूठे हिंदी ...
ये चिराग जल रहे हैं सल्लाम वाले कुम, केशव अनुरागीनवीन जोशीJune 6, 2020June 14, 2020 by नवीन जोशीJune 6, 2020June 14, 20202 4021 ( वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक नवीन जोशी के प्रकाशित-अप्रकाशित संस्मरणों की श्रृंखला ‘ये चिराग जल रहे हैं’ की सातवीं क़िस्त में प्रस्तुत है ‘ढोल सागर...
शख्सियत प्रेम और परिवर्तन की तड़प से भरे क्रांतिकारी कवि एर्नेस्तो कार्देनाल मार्तिनेससमकालीन जनमतMarch 3, 2020March 3, 2020 by समकालीन जनमतMarch 3, 2020March 3, 202002286 मंगलेश डबराल रूबेन दारीओ, पाब्लो नेरूदा और सेसर वाय्यखो के बाद एर्नेस्तो कार्देनाल लातिन अमेरिकी धरती के चौथे बड़े कवि माने जाते हैं, जिनकी आवाज़...
जनमतशख्सियतस्मृति उजले दिनों की उम्मीद का कवि वीरेन डंगवालसमकालीन जनमतAugust 5, 2019August 5, 2019 by समकालीन जनमतAugust 5, 2019August 5, 201913522 मंगलेश डबराल ‘इन्हीं सड़कों से चल कर आते हैं आततायी/ इन्हीं सड़कों से चल कर आयेंगे अपने भी जन.’ वीरेन डंगवाल ‘अपने जन’ के, इस...
कविताजनमतस्मृति चार आयामों का एक कवि विष्णु खरेउमा रागSeptember 23, 2018September 23, 2018 by उमा रागSeptember 23, 2018September 23, 201804496 मंगलेश डबराल यह बात आम तौर पर मुहावरे में कही जाती है कि अमुक व्यक्ति के न रहने से जो अभाव पैदा हुआ है...
कविताशख्सियत यातना का प्रतिकार प्रेमसमकालीन जनमतMay 16, 2018May 16, 2018 by समकालीन जनमतMay 16, 2018May 16, 201804190 मंगलेश की कविता ने प्रेम को बराबर एक सर्वोच्च मूल्य के तौर पर प्रतिष्ठित किया है । लेकिन एकान्त में नहीं, यातना के बरअक्स; क्योंकि...
कविता यहीं कही रहेंगे केदारनाथ सिंहसमकालीन जनमतMarch 22, 2018March 22, 2018 by समकालीन जनमतMarch 22, 2018March 22, 201802997 मंगलेश डबराल, वरिष्ठ कवि हिन्दी कविता की एक महत्वपूर्ण पीढी तेज़ी से विदा हो रही है. यह दृश्य दुखद और डरावना है जहां ऐसे बहुत...