पुस्तक हिंदुत्व के उत्थान से उपजी निराशागोपाल प्रधानOctober 25, 2021November 17, 2021 by गोपाल प्रधानOctober 25, 2021November 17, 20210343 अभय कुमार दुबे की किताब ‘हिंदू-एकता बनाम ज्ञान की राजनीति’ का प्रकाशन वाणी प्रकाशन से 2019 में हुआ । शीर्षक ही बिना किसी लाग लपेट...
पुस्तक राजनीतिक प्रतिरोध में अहिंसा की भूमिकागोपाल प्रधानOctober 22, 2021November 19, 2021 by गोपाल प्रधानOctober 22, 2021November 19, 20210238 किताब में यही बताया गया है कि बीसवीं सदी में जनता ने हिंसा के बगैर सत्ता पर कब्जा करने की क्षमता अर्जित की । लेखकों...
पुस्तक शहर और स्त्रीगोपाल प्रधानOctober 7, 2021October 7, 2021 by गोपाल प्रधानOctober 7, 2021October 7, 20210327 2019 में बिट्वीन द लाइन्स से लेस्ली केर्न की किताब ‘ फ़ेमिनिस्ट सिटी: ए फ़ील्ड गाइड ’ का प्रकाशन हुआ । लेखिका ने किताब की...
पुस्तक एक देश बारह दुनिया: समकालीन भारत में विकास के विरोधाभासों का रेखाचित्रसमकालीन जनमतOctober 3, 2021October 4, 2021 by समकालीन जनमतOctober 3, 2021October 4, 20210252 नीरज एक स्वतंत्र देश के तौर पर भारत के लिए 75 वर्षों का अरसा कोई लंबा समय तो नहीं है। लेकिन, यह भी सच है...
पुस्तक ‘उड़ता बनारस’: स्थापत्य में फ़ासीवाद गोपाल प्रधानSeptember 26, 2021September 27, 2021 by गोपाल प्रधानSeptember 26, 2021September 27, 20210295 सुरेश प्रताप की किताब ‘ उड़ता बनारस ’ हमसे वर्तमान शासन के कुछ कारनामों को गहरी निगाह से देखने की मांग करती है । पिछले...
पुस्तक विभाजन की विभीषिका और उत्तराखंड के इतिहास की गुमशुदगी की परत में लिपटा एक बयानके के पांडेयSeptember 22, 2021September 22, 2021 by के के पांडेयSeptember 22, 2021September 22, 20210597 यह कथा सानीउडियार क्षेत्र, जिला बागेश्वर (पहले अल्मोड़ा) उत्तराखंड के एक व्यक्ति हाजी अब्दुल शकूर की है। उनका खानदान उन्नीस सौ ईस्वी से कुछ पहले...
पुस्तक स्मृतियों के कथ्य में जीवनानुभव की अभिव्यक्तिसमकालीन जनमतSeptember 13, 2021September 14, 2021 by समकालीन जनमतSeptember 13, 2021September 14, 20210814 राम विनय शर्मा ‘ग़ाज़ीपुर में क्रिस्टोफर कॉडवेल’ पत्रकार और लेखक उर्मिलेश के संस्मरणों का संकलन है। ‘प्रमुखतः इसमें साहित्य-संस्कृति और मीडिया से सम्बद्ध लोगों, प्रसंगों...
पुस्तक सरकार का अपने ही नागरिकों से युद्धगोपाल प्रधानSeptember 5, 2021September 6, 2021 by गोपाल प्रधानSeptember 5, 2021September 6, 20210454 लेख के शीर्षक से भ्रम सम्भव है कि यह किताब नागरिकता संबंधी कानूनों के बारे में है लेकिन दुर्भाग्य से हमारे देश की सरकार लम्बे...
पुस्तक वैश्विकता और स्थानीयता को जोड़ने वाली आत्मालोचना युक्त भावनासमकालीन जनमतSeptember 5, 2021September 5, 2021 by समकालीन जनमतSeptember 5, 2021September 5, 20210683 कुमार मुकुल ताइवान के वरिष्ठ कवि, आलोचक ली मिन-युंग की कविताएँ आजादी, प्रेम और स्वप्न की भावनाओं को सहज और सचेत ढंग से स्वर देती...
पुस्तक जाति-मुक्ति का प्रश्न, उसकी राजनीति और पूंजी-लोक (नवीन जोशी के उपन्यास के बहाने कुछ बातें)के के पांडेयAugust 23, 2021August 24, 2021 by के के पांडेयAugust 23, 2021August 24, 20210735 (एक दलित नौजवान के अंतर्द्वंद की कथा के भीतर से उत्तराखंडी समाज के भीतर की जातिगत विषमताओं, कारपोरेट की गुलामगीरी और राजनैतिक आंदोलनों के सामाजिक...
पुस्तक कितने बहानों के बीच देश काल: अरुणाभ सौरभ का काव्य संग्रह ‘किसी और बहाने से’समकालीन जनमतAugust 22, 2021August 22, 2021 by समकालीन जनमतAugust 22, 2021August 22, 20210716 रोमिशा जाने कितने बहानों से कवि अपने ईर्द -गिर्द के समाज, देश, काल में क्या सब देख लेता है और उसी देखने के क्रम में...
पुस्तक कुर्सी के लिए कत्ल: गोपाल प्रधानगोपाल प्रधानAugust 9, 2021August 9, 2021 by गोपाल प्रधानAugust 9, 2021August 9, 20210938 2019 में शब्दलोक प्रकाशन से छपी किताब ‘सत्ता की सूली’ को तीन पत्रकारों ने मिलकर लिखा है । इस किताब ने वर्तमान पत्रकारिता को चारण...
पुस्तक जंग के बीच प्रेम और शांति की तलाश का आख्यान है ‘अजनबी जज़ीरा’जनार्दनJuly 23, 2021August 8, 2021 by जनार्दनJuly 23, 2021August 8, 20210868 आग में खिलता गुलाब? अपने अंतिम दिनों में सद्दाम हुसैन जिन सैनिकों की निगरानी में रहते रहे उन सैनिकों को ‘सुपर ट्वेल्व’ कहा जाता था।...
पुस्तक मानव विकास का भौतिकवादी नजरियागोपाल प्रधानJuly 19, 2021July 18, 2021 by गोपाल प्रधानJuly 19, 2021July 18, 20210613 हिंदी भाषा में कुछ भी वैचारिक लिखने की कोशिश खतरनाक हो सकती है । देहात के विद्यार्थियों के लिए कुंजी लिखना ही इस भाषा का...
पुस्तक पुस्तक अंश : मार्क्स के आखिरी दिनसमकालीन जनमतJuly 2, 2021July 2, 2021 by समकालीन जनमतJuly 2, 2021July 2, 202101142 ( अपने जीवन के आखिरी सालों में मार्क्स ने अपना शोध नये क्षेत्रों में विस्तारित किया- ताजातरीन मानव शास्त्रीय खोजों का अध्ययन किया, पूंजीवाद से...
पुस्तक टूटे पंखों से परवाज़ तक: आत्मीयता की अंतहीन तलाशडॉ सर्वेश कुमार मौर्यJune 24, 2021June 24, 2021 by डॉ सर्वेश कुमार मौर्यJune 24, 2021June 24, 202101214 भारत में हिंदी साहित्य के विकास क्रम को देखें तो पता चलता है कि 19वीं शताब्दी से पहले साहित्य का विषय सिर्फ ईश्वर, राजा, सामंत...
पुस्तक खेती का इतिहासगोपाल प्रधानJune 20, 2021June 20, 2021 by गोपाल प्रधानJune 20, 2021June 20, 202101017 2020 में राष्ट्रीय पुस्तक न्यास यानी नेशनल बुक ट्रस्ट से प्रकाशित सुषमा नैथानी की किताब ‘अन्न कहाँ से आता है’ सही अर्थ में हिंदी की...
जनमतपुस्तकसाहित्य-संस्कृति सेवासदनः नवजागरण, हिन्दी समाज और स्त्रीदुर्गा सिंहJune 11, 2021June 11, 2021 by दुर्गा सिंहJune 11, 2021June 11, 202101124 हिन्दी भाषा में प्रेमचंद ने पहला उपन्यास ‘सेवासदन’ लिखा। उर्दू भाषा में यह ‘बाज़ारे हुश्न’ नाम से लिखा गया था। हिन्दी में ‘सेवासदन’ नाम से...
पुस्तक क्रांतिकारी दुनिया-‘रेवोल्यूशनरी वर्ल्ड: ग्लोबल अपहीवेल इन द माडर्न एज’गोपाल प्रधानMay 5, 2021May 5, 2021 by गोपाल प्रधानMay 5, 2021May 5, 20210998 2021 में कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस से डेविड मोटाडेल के संपादन में ‘रेवोल्यूशनरी वर्ल्ड: ग्लोबल अपहीवेल इन द माडर्न एज’ का प्रकाशन हुआ । संपादक की...
पुस्तक चोटी की पकड़ः देशी सत्ता-संस्कृति, औपनिवेशिक नीति और स्वदेशी आन्दोलन की अनूठी कथादुर्गा सिंहMay 1, 2021May 1, 2021 by दुर्गा सिंहMay 1, 2021May 1, 202101529 चोटी की पकड़ निराला का महत्वपूर्ण उपन्यास है। यह उपन्यास 1946 ईस्वी में किताब महल, इलाहाबाद से प्रकाशित हुआ था। हालांकि इसे लिखकर पूरा करने...