समकालीन जनमत

Tag : संघर्ष

साहित्य-संस्कृति

जसम की घरेलू गोष्ठी का आयोजन, ग़जा में युद्ध विराम के लिए अभियान का संकल्प

समकालीन जनमत
जन संस्कृति मंच की ओर से 17 मार्च, 2024 को तूलिका व मृत्युंजय के घर पर एक घरेलू गोष्ठी हुई। इस गोष्ठी में फैसला किया...
पुस्तक

कोमिंटर्न और स्त्री आंदोलन

गोपाल प्रधान
2023 में ब्रिल से माइक ताबेर और दारिया द्याकोनोवा के संपादन में ‘द कम्युनिस्ट वीमेन’स मूवमेंट, 1920-1922: प्रोसीडिंग्स, रेजोल्यूशंस, ऐंड रिपोर्ट्स’ का प्रकाशन हुआ ।...
ख़बर

आइसा का 10वां राष्ट्रीय सम्मेलन कलकत्ता में हुआ संपन्न

समकालीन जनमत
बीते शुक्रवार को ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने अपना तीन दिवसीय 10वां राष्ट्रीय सम्मेलन कलकत्ता के साल्टलेक स्थित ईस्टर्न जोन कल्चरल सेंटर में इस...
शख्सियत

अन्याय को खत्म करने के सपनों का कवि

गोपाल प्रधान
गोरख पांडे की कविता किसी जादू के जोर से प्रत्येक समय में प्रासंगिक हो उठती है । उनकी इस ताकत का रहस्य समय के यथार्थ...
पुस्तक

कोमिंटर्न की वैश्विकता

गोपाल प्रधान
2023 में वर्सो से ब्रिजिट स्टूडेर की 2020 में छपी जर्मन किताब का अंग्रेजी अनुवाद ‘ट्रावेलर्स आफ़ द वर्ल्ड रेवोल्यूशन: ए ग्लोबल हिस्ट्री आफ़ द...
स्मृति

राकेश दिवाकर: जिसमें चांद की शीतलता और सूरज का ताप था

सुधीर सुमन
स्मृति दिवस 18 मई के अवसर पर वह रंगों की दुनिया में जीता था। लिखित शब्द भी उसे जैसे खुद को रंग देने के लिए...
ग्राउन्ड रिपोर्ट

आपदा और सत्ता के झूठ से जूझता जोशीमठ

के के पांडेय
प्रोफेसर एस पी सती (हेड, डिपार्टमेंट ऑफ बेसिक एंड सोशल साइंस, कॉलेज ऑफ फॉरेस्ट्री, रानीचौरी, टिहरी गढ़वाल) जब बहुत तकलीफ से भरे हुए कह रहे...
समर न जीते कोय

समर न जीते कोय-29

मीना राय
(समकालीन जनमत की प्रबन्ध संपादक और जन संस्कृति मंच, उत्तर प्रदेश की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मीना राय का जीवन लम्बे समय तक विविध साहित्यिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक...
समर न जीते कोय

समर न जीते कोय-25

मीना राय
(समकालीन जनमत की प्रबन्ध संपादक और जन संस्कृति मंच, उत्तर प्रदेश की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मीना राय का जीवन लम्बे समय तक विविध साहित्यिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक...
ख़बर

मुक्तिबोध स्मृति दिवस पर  फासीवाद के खिलाफ एकता व प्रतिरोध का संकल्प

समकालीन जनमत
मुक्तिबोध के स्मृति दिवस के अवसर पर केसरबाग स्थित इप्टा कार्यालय में  ‘फासीवाद के खिलाफ प्रतिरोध, आजादी और लोकतंत्र की संस्कृति के लिए” विषय पर...
कविता

अदनान कफ़ील दरवेश के संग्रह ‘ठिठुरते लैम्प पोस्ट’ का काव्यपाठ एवं समीक्षा गोष्ठी

समकालीन जनमत
जसम दिल्ली की ओर से घरेलू गोष्ठी श्रृंखला में भारत भूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित युवा कवि अदनान कफ़ील दरवेश के पहले काव्य-संग्रह ‘ठिठुरते लैम्प...
समर न जीते कोय

समर न जीते कोय-16

मीना राय
(समकालीन जनमत की प्रबन्ध संपादक और जन संस्कृति मंच, उत्तर प्रदेश की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मीना राय का जीवन लम्बे समय तक विविध साहित्यिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक...
ख़बर

जयंती मिलन के मौके पर क्रांतिकारी सांस्कृतिक योद्धा कबीर और नागर्जुन पूरी शिद्दत से याद किए गए

समकालीन जनमत
दिनांक 14-06-2022 को कबीर एवं नागार्जुन जयंती के अवसर पर प्राक परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र, दरभंगा पर जनसंस्कृति मंच दरभंगा के तत्वावधान में पूरी शिद्दत से...
समर न जीते कोय

समर न जीते कोय-15

मीना राय
(समकालीन जनमत की प्रबन्ध संपादक और जन संस्कृति मंच, उत्तर प्रदेश की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मीना राय का जीवन लम्बे समय तक विविध साहित्यिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक...
समर न जीते कोय

समर न जीते कोय-11

मीना राय
(समकालीन जनमत की प्रबन्ध संपादक और जन संस्कृति मंच, उत्तर प्रदेश की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मीना राय का जीवन लम्बे समय तक विविध साहित्यिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक...
ख़बर

झारखंड सरकार की नई भाषा नीति क्या है और इस लड़ाई के पीछे कौन है?

जनार्दन
जनवरी की सर्दी और सड़कों पर जनसैलाब जनवरी का अंतिम सप्ताह ठीक नहीं रहा झारखंड के लिए। झारखंड के कई जनपदों के मुख्यालयों के सामने...
समर न जीते कोय

समर न जीते कोय-7

मीना राय
(समकालीन जनमत की प्रबन्ध संपादक और जन संस्कृति मंच, उत्तर प्रदेश की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मीना राय का जीवन लम्बे समय तक विविध साहित्यिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक...
दुनिया

नेक हौसलों से भरा दिल दुनिया को खूबसूरत बनाता है

जनार्दन
राह चलते, मिलते-जुलते, पढ़ते-पढ़ाते कई दफ़ा ऐसे किरदार मिलते हैं, जो बहुत दूर होकर भी साथ चलने लगते हैं। भौगोलिक और सरहदी दूरियां बेमानी हो...
समर न जीते कोय

समर न जीते न कोय-6

मीना राय
(समकालीन जनमत की प्रबन्ध संपादक और जन संस्कृति मंच, उत्तर प्रदेश की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मीना राय का जीवन लम्बे समय तक विविध साहित्यिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक...
पुस्तक

‘1232 km: कोरोना काल में एक असम्भव सफ़र’: लाकडाउन की याद है?

गोपाल प्रधान
2021 में राजकमल से विनोद कापड़ी की ‘1232 km: कोरोना काल में एक असम्भव सफ़र’ को याद रखा जाना चाहिए ताकि वर्तमान सत्ता के जन...
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