समकालीन जनमत

Month : October 2023

कहानी

सदय के कहानी-संग्रह ‘ मनसा ‘ प कुछ बात 

बलभद्र
किताब चाहे कवनो भाषा के होखे, पढ़े के जरूरत हमेशा बनल रहेला। जब जब पढ़ल जाई, कुछ ना कुछ बात जरूर कहे जोग निकल आई।...
कविता

कविता संग्रह ‘पोतराज’ : समकाल के क्रूर यथार्थ को रचने वाली कविताएं

समकालीन जनमत
लखनऊ। जन संस्कृति मंच की ओर से 28 अक्टूबर को यूपी प्रेस क्लब में कवि वल्लभ के तीसरे कविता संग्रह ‘पोतराज’ पर परिचर्चा का आयोजन...
कविता

पायल भारद्वाज की कविताएँ स्त्री-विमर्श के अनेक पक्षों को बेबाकी के साथ उजागर करती हैं

समकालीन जनमत
निरंजन श्रोत्रिय पायल भारद्वाज की कविताएँ स्त्री-विमर्श, इन्सानी रिश्तों और समाज के दोहरे मानदंडों पर मुखर और जागरूक अभिव्यक्ति हैं। वे अपने कहन में जहाँ...
कविता

मौमिता की झकझोरती कविताएँ : सीधी, गहरी और सवाल करती हैं

समकालीन जनमत
अमिता शीरीं ‘इस वक्त जब दुनिया लहूलुहान है ऐसे में चाँद की खूबसूरती पर कवितायें लिखना गुनाह है….’ मौमिता आलम पूरी ज़िम्मेदारी से कविताएँ लिखती...
ग्राउन्ड रिपोर्ट

आरबीआई की स्थानीय शाखाओं में किसके लिए बदले जा रहे 2000 रुपये के नोट

सुशील मानव
 भारतीय रिजर्व बैंक के 19 स्थानीय शाखाओं में 13 अक्टूबर को भी दो हजार रुपये के नोट बदलने के लिए लम्बी लम्बी कतारें लगी हुयी...
ख़बर

गाजा पट्टी पर इजरायली हमले के विरोध में लखनऊ में प्रदर्शन

समकालीन जनमत
लखनऊ। गाज़ा पट्टी पर इज़रायली ज़ायनवादियों के बर्बर हमले और फ़िलिस्तीनी जनता के जारी जनसंहार के ख़िलाफ़ लखनऊ में विभिन्न जनसंगठनों की ओर से 21...
जनमत

दलित आंदोलन के प्रति उत्तर प्रदेश सरकार का दमनकारी रवैया

समकालीन जनमत
संदीप पाण्डेय/राजीव यादव/ मनोज सिंह उत्तर प्रदेश सरकार के दमनकारी रवैया का एक और उदाहरण सामने आया है। 10 अक्टूबर को अम्बेडकर जन मोर्चा का...
साहित्य-संस्कृति

सत्ता और व्यवस्था के सामने आईना की तरह होता है लेखक : सुरेश काँटक

समकालीन जनमत
‘सहयोग’ पत्रिका ने कथाकार-नाटककार सुरेश काँटक को सम्मानित किया काँट/ ब्रह्मपुर। ‘सहयोग’ पत्रिका ने 19 अक्टूबर को सुप्रसिद्ध साहित्यकार सुरेश काँटक को उनके गाँव ‘काँट’...
ख़बर

 चीफ प्रॉक्टर की गिरफ़्तारी की मांग को लेकर छात्रों ने छात्रसंघ पर बनाई मानव श्रृंखला

समकालीन जनमत
प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र संघ भवन गेट पर आइसा इकाई अध्यक्ष विवेक कुमार पर हुए बर्बर हमले के खिलाफ छात्रों ने एकजुट होकर मानव...
ख़बर

आइसा इकाई अध्यक्ष विवेक कुमार पर हुए हमले के खिलाफ छात्रों ने निकाला प्रतिरोध मार्च

समकालीन जनमत
प्रयागराज। दलित छात्र तथा आइसा इकाई अध्यक्ष विवेक कुमार पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय चीफ प्रॉक्टर राकेश सिंह द्वारा किए गए बर्बर हमले तथा मनीष कुमार और...
जनमत

फासीवाद के खिलाफ एकजुटता के संकल्प के साथ सम्पन्न हुआ जन संस्कृति मंच, उत्तर प्रदेश का नौवां राज्य सम्मेलन

समकालीन जनमत
देश को गहरे संकट से निकालने के लिए सांस्कृतिक शक्तियाँ एकजुट हों -अवधेश प्रधान मऊ। राहुल सांस्कृत्यायन सृजन पीठ में आयोजित जन संस्कृति मंच, उत्तर...
ख़बर

दस संगठनों ने दलित चिंतक दारापुरी, लेखक डॉ रामू सिद्धार्थ व दलित कार्यकर्ताओं की गिरफ़्तारी की निंदा की

समकालीन जनमत
लखनऊ। दस संगठनों ने गोरखपुर में दलित चिंतक एस आर दारापुरी, लेखक-पत्रकार डॉ रामू सिद्धार्थ सहित कई लोगों कि गिरफ़्तारी की निंदा करते हुए सभी...
कविता

नेहल शाह की कविताएँ मन के विभिन्न संस्तरों के ट्रांस्फॉर्मेशन की पड़ताल हैं

समकालीन जनमत
निरंजन श्रोत्रिय नेहल शाह की इन कविताओं का मूल स्वभाव विद्रोही है जो अंततः दरअसल कवि का ही है। वे किसी भी तरतीब के ख़िलाफ़...
कविता

‘ क्षितिज से उगेगा चंद्रमा ’ : परिवर्तन के पक्ष में मनुष्यता का गान

कौशल किशोर
जितेन्द्र कुमार कविता की दुनिया के सजग और सचेत नागरिक हैं। इनकी पहली कविता पुस्तक ‘रात भर रोई होगी धरती’ करीब 25 साल पहले आई...
जनमत

पत्रकारों की गिरफ्तारी के खिलाफ नागरिक समाज ने किया प्रदर्शन

समकालीन जनमत
इलाहाबाद दिनांक 10 अक्टूबर 2023 को नागरिक समाज के द्वारा 3 अक्टूबर को पत्रकारों पर किए गए NIA के छापेमारी के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन...
पुस्तक

पूंजीवाद की वर्तमान स्थिति

गोपाल प्रधान
2023 में वर्सो से कोस्तास लापाविस्तास और एरेन्सेप राइटिंग कलेक्टिव की किताब ‘द स्टेट आफ़ कैपिटलिज्म: इकोनामी, सोसाइटी, ऐंड हेजेमनी’ का प्रकाशन हुआ । इस...
कविता

अरबाज़ खान की कविताएँ प्रेम, प्रतिरोध और पीड़ा की बानगी हैं

समकालीन जनमत
पुरु मालव अरबाज़ ख़ान और उनकी कविताओं से पहला परिचय हाल ही में आए ’समय के साखी’ पत्रिका के कविता विशेषांक से हुआ। जिसका सम्पादन...
कविता

वल्लभ की कविताओं में सच का ताप है

समकालीन जनमत
जन संस्कृति मंच की ओर से 30 सितंबर 2023 को फूड इंडिया, आरा के मीटिंग हॉल में कवि वल्लभ के तीसरे कविता संग्रह ‘पोतराज’ का...
कविता

नीरज नीर की कविताएँ विडबंनात्मक बोध को उजागर करती हैं

समकालीन जनमत
शिरोमणि राम महतो कुछ लोग कविता बनाते हैं और कुछ लोग कविता रचते हैं। जो कविता बनाते हैं, उनकी कविताओं में बनावटीपन ज्यादा होता है...
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